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दिवंगत राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को आज उनकी जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।
1. एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम अबुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम है।
2. बचपन में अपने पिता को आर्थिक सहयोग देने के लिए अब्दुल कलाम ने घर-घर जाकर अखबार बांटने का काम किया।
3. डॉ. कलाम बड़े होकर एक फाइटर जेट पायलट बनना चाहते थे।
4. डॉ. कलाम ने बतौर वैज्ञानिक इसरो(ISRO) के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट एसएलवी-lll- रोहिणी सेटेलाइट पर कार्य किया।
5. कलाम साहब ने डीआरडीओ (DRDO) के अपने कार्यकाल में महत्वपूर्ण मिसाइल कार्यक्रमों और पोखरन न्यूक्लियर परीक्षण पर कार्य किया।
6. राष्ट्रपति रहते हुए डॉ. कलाम ने 'प्रोवाइडिंग अरबन एमनिटीज़ टु रुरल एरियाज' नामक ट्रस्ट को अपनी सारी जमापूंजी दान करने का निर्णय लिया।
7 . डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने एक बार याहू पर यह जानने का प्रयास किया कि आतंकवाद से धरती को कैसे मुक्त किया जा सकता है।
8. कलाम साहब की यह विशेषता थी कि वह जब भी किसी कार्यक्रम में जाते थे तो अपना अभिवादन भाषण स्वयं लिख कर जाते थे।
9. भारत में हुए न्यूक्लियर टेस्ट 'आपरेशन शक्ति' में डॅा. कलाम न सिर्फ एक मिलिट्री अफसर की तरह रहे,बल्कि सीआइए(CIA) की मजबूत मानवीय गुप्तवार्ता स्त्रोत के लिए 'मेजर जनरल पृथ्वीराज' नाम भी रख लिया।
10. डॅा एपीजे अब्दुल कलाम के प्रशंसक पूरे विश्व में मौजूद है। यही वजह है कि यूनाइटेड नेशन(यूएन) ने उनके 79वें जन्मदिवस पर इस दिन को वर्ल्ड स्टूडेन्ट डे (विश्व शिष्य दिवस) घोषित कर दिया। इसके अलावा डॉ. कलाम के स्विट्जरलैंड दौरे को सम्मान देते हुए वहां की सरकार ने 26 मई को ‘विज्ञान दिवस’ घोषित कर दिया।