प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब बनेंगे गर्मी पूफ्र मकान

अब प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनने वाले मकानों के गर्मी में थोड़ी राहत मिलेगी क्योंकि ये घर ऐसे बनाए जाएंगें जिनमें 36 डिग्री से ज्यादा तापमान नहीं बढ़ेगा। इन मकानों का तापमान औसम तापमान से 7 डिग्री से कम रहेगा।
इसके लिए एलडीए ने गवर्नमेंट ऑफ यूएसए के एनजीओ मैट्री को अपना कंसल्टेंट बनाया है। ग्रीन बिल्डिंग के लिए काम करने वाली एनजीओ ने मकानों के चार डिजाइन तैयार किए थे, इनमें से एक को चुन लिया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एलडीए को 12 हजार पीएम आवास बनाने का लक्ष्य है। 2112 आवासों के लिए एलडीए टेंडर भी कर चुका है।
अधिकारियों का दावा है कि एलडीए द्वारा बनवाए जा रहे आवास प्रदेश में सबसे अलग होंगे। इसके तहत आवास का कॉरपेट एरिया 23.08 वर्ग मीटर, बॉलकनी 1.47 वर्ग मीटर और बिल्ड अप एरिया 30.74 वर्ग मीटर रखा गया है। पीएम आवास के लिए कंसल्टेंट नियुक्त किए गए एनजीओ ने बाहरी दीवारों को एएसी ब्लॉक यानी ऑटोक्लेव्ड एयरेटेड कंक्रीट ब्रिक से बनाने का सुझाव दिया है। एक एएसी ब्रिक तकरीबन आठ ईंटों के बराबर होगी। इसका निर्माण भी ईको फ्रेंडली तरीके से फ्लाई ऐश यानी थर्मल पावर प्लांट की राख से होता है। थर्मल पावर प्लांट की राख से तैयार आवासों का तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री कम ही रहता है।
तापमान कम रखने के लिए छतों पर पड़ने वाली धूप को रिफ्लेक्ट किया जाएगा। यानी सोलर रिफ्लेक्टिव इंडेक्स के तहत छतों पर रिफ्लेक्टिव पेंट किया जाएगा। आवासों में पूरी तरह खुलने वाली यूपीवीसी विंडो का इस्तेमाल किया जाएगा। वहीं, 10% ओपन एरिया के साथ 15% ग्रीन कवर्ड एरिया भी होगा।
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