60 साल की उम्र में भी यहां फाइटिंग का हुनर सीख रही महिलाएं

शोहदों को मात देने के लिए आत्मरक्षा का गुण सीखने की इस समय छत्तीसगढ़ में बयार चल रही है। यहां के मैदानों में सुबह 6 से 8 बजे के बीच में 5 से 60 साल तक की उम्र महिलाएं आत्मरक्षा के गुण सिख रही हैं।
शोहदों की हरकत का माकूल जवाब देने के लिए पूरे प्रदेश में 'ऑपरेशन गर्जना' चलाया गया। यह अभियान पुलिस व महिला बाल विकास विभाग की ओर से महिलाओं को आत्मनिर्भर के गुण सिखाने के लिए चलाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से चलाए गए इस अभियान का पूरे प्रदेश में अच्छा माहौल देखा गया। घरों से छोटी बच्ची से लेकर बुर्जुग महिलाएं तक सभी अभियान गर्जना के कैम्प में आ रही हैं।
'आपॅरेशन गर्जना' का ये है लक्ष्य
महिलाओं को सुरक्षा के गुण सिखाने के लिए इस समय ऑपरेशन गर्जना चलाया जा रहा है। इसमें महिलाओं को अपनी खुद की सुरक्षा के लिए पेन, सैंडल, हेयर क्लिप, हैंड पर्स, चप्पल के प्रयोग का प्रयोग करने के लिए बताया जा रहा है। 'ऑपरेशन गर्जना' का प्रयास यह है किसी भी विपरीत परिस्थितियों मे महिलाएं अपने आत्मविश्वास की गर्जना से असामाजिक तत्वों को उनकी औकात दिखा सके ऐसे कार्यक्रम महिलाओं के लिए वरदान साबित हो सकते है ताकि महिला खुद की ताकत महसूस कर आत्मनिर्भर रह सकती हैं और दूसरों की सुरक्षा के काबिल भी खुद को रख सकती हैं। ऑपरेशन गर्जना 2017 के सफलता के बाद ऑपरेशन गर्जना 2018 में राज्य के 27 जिला मुख्यालयों पर चलाया जा रहा था।

महिलाओं को दी जाती है ये ट्रेनिंग
'ऑपरेशन गर्जना' में महिलाएं हुनरमंदर बन रही है। एक जिले में ट्रेनिंग देते हुए महिलाओं व लड़कियों को बताया कि जब कोई व्यक्ति द्वारा छेड़खानी या हमला किया जाता हैं तो अपने पास रखे सामानों से अपनी रक्षा किया जा सकता हैं। इसमें अपराधियों को सैंडल या जूते, पेन, हेयर क्लिप की मदद से घायल किया जा सकता हैं। अगर ये चीज मौजूद न हो तो घटना स्थल पर ही जोर-जोर से आवाज लगाकर लोगों को बुलाना चाहिए। इससे हमला करने वाला व्यक्ति भाग जाएगा। साथ ही तुरंत नजदीकी थाना या महिला रक्षा सेल में शिकायत दर्ज करना चाहिए। ऑपरेशन गर्जना के चीफ को-ऑर्डिनेटर महेश गुप्ता का कहना है कि सात दिन तक चलने वाले इस ऑपरेशन के तहत विशेषज्ञ महिलाओं और छात्राओं को विषम परिस्थितियों में आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए। जो महिलाओं लिए वरदान साबित होगा। इस कार्यक्रम में महिलाएं अपनी आत्मरक्षा कर पाने और सजग मानसिक रूप से समस्या का सामना करने के लिए तैयार हो सकेंगे।
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