दूल्हे ने 'दहेज' में गाड़ी नहीं बल्कि की ये अजीब मांग

दहेज जैसी कुप्रथा पर रोक लगाए जाने के बाद भी यह समाप्त नहीं हो पाई है। लोग शादियों में दहेज को तोहफे का नाम देकर पैसे, गाड़ी और न जाने क्या-क्या ले रहे हैं। लेकिन एक 22 वर्षीय सरोज कांत ने यह धारणा तोड़ते हुए अपने सुसराल वालों से 1000 पौधे मांगकर मिसाल पेश की है। लड़की वालों ने सरोज को निराश नहीं किया और उन्होंने सरोज की मांग पर उसका पूरा साथ दिया। शादी के दिन उन्हें उपहार स्वरूप 1001 पौधे दिए गए।
ओडिशा के केंद्रापाड़ा जिला के बलभद्रपुर गांव के रहने वाले सरोज कांत पेशे शिक्षक हैं। वह अपनी शादी अनोखे तरीके से करना चाहते थे। उनकी दहेज की कोई इच्छा नहीं थी और उन्होंने वैसा किया भी। जब उनकी शादी की बात चली तो उन्होंने सिर्फ एक ही शर्त रखी। उन्होंने लड़की वालों से उपहार स्वरूप और कुछ नहीं बल्कि 1000 पौधे देने की मांग रखी।
सरोज कांत बिस्वाल 'गाछा टाइ साथी टाई (पेड़ एक साथी है)' के सदस्य भी हैं। यह संस्था लोगों को पौधे लगाने के लिए जागरूक करता है। ऐसे में सरोज ने यह मांग करके लोगों के बीच में मिसाल पेश की। उनकी इस मांग पर मंगेतर रश्मिरेखा का भी सहयोग मिला। रश्मि भी पेशे से एक शिक्षक हैं। 22 जून को जब सरोज और रश्मिरेखा की शादी हुई, तब उनके ससुराल वाले समारोह स्थल पर एक ट्रक पौधे लेकर पहुंचे, जिसमें से अधिकांश पौधे फलदार ही थे।
शादी की रस्में पूरी करने के बाद सरोज ने समय निकालकर शादी में शामिल हुए गांव के लोगों के बीच पौधे बांटे। यही नहीं उन्होंने रिश्तेदारों को भी रिटर्न गिफ्ट के तौर पर पौधे दिए। सरोज ने बताया, 'मैं किसी भी रूप में दिए जाने वाले दहेज के खिलाफ हूं। मैं पेड़ बचाने का संदेश समाज को देना चाहता हूं। शादी से बेहतर मौका और क्या हो सकता है, जब मैं गांव वालों और रिश्तेदारों से पेड़ लगाने का संदेश दूं।' सरोज कुमार ने कहा कि समाज को पेड़ लगाने का संदेश देते रहना चाहिए। जिससे पर्यावरण का रक्षा की जा सके।
शादी में पर्यावरण का रखा गया पूरा ध्यान
शिक्षक सरोज कांत ने 1000 पौधे मांगकर जहां पर्यावरण संरक्षण की तरफ बड़ी पहल की है। वहीं, उनकी शादी में पर्यावरण को किसी प्रकार का नुकसान न पहुंचे इसका भी ध्यान रखा गया। शादी में पटाखों को नहीं दगाया गया और न ही आवाज वाला साउण्ड बजाया गया। सरोज कांत ने कहा कि कभी भी यह इच्छा नहीं रही कि उसकी शादी में पटाखे जले, फूलों से मंच सजाया जाए। वह साधारण तरीके से शादी करना चाहते थे। आखिरकार उन्होंने वैसा ही किया, अपनी शादी उन्होंने साधारण तरीके से की।
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