महारानी लक्ष्मीबाई के किले के मैदान का नाम होगा ‘जनरल बिपिन रावत ग्राउंड’
जनरल बिपिन रावत के नाम पर झांसी प्रशासन की तरफ से एक ग्राउंड का नाम रखा गया है। झांसी के ऐतिहासिक किले महारानी लक्ष्मीबाई की तलहटी में स्थित मैदान का नाम अब ‘जनरल बिपिन रावत’ ग्राउंड होगा। यहां पर उनका नाम रखने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। जनरल रावत के नाम पर रखने के संबंध में शनिवार को नगर निगम सदन की बैठक में इस प्रस्ताव को पर सबकी तरफ से सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी गई। अब इस ग्राउंड के नामकरण की प्रक्रिया को भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। बता दें, जनरल बिपिन रावत अभी पिछले महीने ही 19 नवंबर को झांसी आए थे और जनरल रावत ने इसी मैदान से सेना के कार्यक्रम को संबोधित किया था।
एक फौजी के बेटे थे जनरल बिपिन रावत, चार दशक तक भारतीय सेना में रहे
भारतीय सेना तरफ से रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर 19 नवंबर को राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व का आयोजन किया गया था। यहां पर आयोजित हुए कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री के साथ ही चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत भी झांसी आए थे। ऐसे में प्रशासन की तरफ से उनके नाम को यादगार बनाने के लिए यह काम किया जा रहा है। यहां पर कार्यक्रम का आयोजन किले के मैदान में हुआ था, जिसकी शुरुआत जनरल बिपिन रावत के संबोधन से हुई थी। पीएम मोदी और अन्य अधिकारियों से पहले जनरल बिपिन रावत ने अपने 3.24 मिनट का संबोधन किया था। जनरल बिपिन रावत ने रानी की गौरवगाथा को जन-जन तक पहुंचाने का संदेश भी दिया था। इस दौरान जनरल बिपिन रावत ने रानी के सम्मान में कविता ‘खूब लड़ी मर्दानी...’ की कुछ पंक्तियां भी सुनाई थीं। अब पिछले दिनों हेलिकाप्टर दुर्घटना में हुई उनकी मौत के बाद से झांसी में भी शोक की लहर में डूब गया। जनरल रावत को झांसी की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शनिवार को नगर निगम सदन की बैठक में सदर विधायक रवि शर्मा की तरफ से झांसी के किला के निकट का मैदान का नाम जनरल रावत के नाम पर रखे जाने का प्रस्ताव लाया गया, जिसे झांसी नगर निगम सदन की तरफ से सर्वसम्मति को मंजूरी दे दी।
जनरल रावत का भारतीय सेना में रहा बहुत बड़ा योगदान, जानें क्यों रहे खास
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...