घरों में रोज़ इस्तेमाल होने वाली इस प्लास्टिक को खा रहे हैं हम, महाराष्ट्र सरकार लगाएगी बैन

महाराष्ट्र सरकार धीरे - धीरे प्लास्टिक के सारे सामानों पर बैन लगा रही है। महाराष्ट्र में प्लास्टिक बैग्स, स्ट्रॉ, कटलरी पर बैन लग चुका है और अब सरकार ऐसी छोटी से छोटी प्लास्टिक पर भी बैन लगा जा रही है जिसका इस्तेमाल आप लगभग रोज़ करते हैं और आपको पता भी नहीं चलता।
अप्रैल 2018 के आखिर तक महाराष्ट्र में माइक्रोप्लास्टिक या प्लास्टिक माइक्रोबीड्स के इस्तेमाल पर पूरी तरह प्रतिबंध लग जाएगा। माइक्रोप्लास्टिक आपके फेसवॉश, साबुन, लिपस्टिक्स, टूथपेस्ट और डिटर्जेंट में पाई जाती है। ये प्लास्टिक के छोटे कण आपके खाने में पहुंचकर आपको नुकसान पहुंचाते हैं।
इस प्लास्टिक को डम्प करने के बाद ये खत्म नहीं होती। वेस्टवॉटर ट्रीटमेंट सिस्टम से गुजरने के बाद ये समुद्र में पहुंचते हैं और मछलियां इन्हें खा लेती हैं और इस बात की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है कि कभी आपके प्लेट में रखी फिश करी या फ्राइड फिश में ये प्लास्टिक के पार्टिकल्स हों और आप मछली के साथ इन्हें भी खा रहे हों।
हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए राज्य पर्यावरण विभाग के मुख्य सचिव सतीश गवई ने कहा कि सरकारी अधिकारी महीने के अंत तक माइक्रोप्लास्टिक पर पूर्णत: प्रतिबंध से जुड़ा आधिकारिक नोटिस निकाल देंगे। सतीश बताते हैं कि प्लास्टिक माइक्रोबीड्स प्राकृतिक अपघर्षक की जगह पर इस्तेमाल किए जाते हैं और ये कॉस्मेटिक्स व वॉशिंग पाउडर में सबसे ज्यादा पाए जाते हैं।
वह कहते हैं कि ये माइक्रोबीड्स पर्यावरण के लिए प्लास्टिक बैग्स से ज्यादा हानिकारक होते हैं। कई शोधों में ये सामने आया है कि ये कैंसर का भी एक बड़ा स्त्रोत होते हैं। इन विषाक्त माइक्रोप्लास्टिक्स को मछली और दूसरे समुद्री जीव खा लेते हैं और जब हम सी फूड खाते हैं तो ये हमारे अंदर पहुंच जाते हैं।
दुनिया के कई देशो में माइक्रोप्लास्टिक पर पहले से ही प्रतिबंध लगा है लेकिन भारत में इस इस प्रतिबंध को लागू करने वाला महाराष्ट्र पहला राज्य होगा।
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...
