कैदी बना पोस्टर बॉय, बता रहा है मुस्लिम युवकों को कैसे बरगलाते हैं आतंकी

नवी मुंबई के तलोजा जेल के कैदी नंबर सी-299 खान राष्ट्रविरोधी ताकतों द्वारा मुस्लिम युवाओं के इस्तेमाल के खिलाफ जेल में ही मुहिम चला रहे हैं। 2006 के औरंगाबाद हथियार मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे अफरोज खान कट्टरतावाद के खिलाफ महाराष्ट्र के पोस्टर बॉय के तौर पर उभरे हैं। अब उन्हें राज्य की एक जेल से दूसरे जेल तक ले जाया जाता है जहां वह अपनी ये कहानी बताते हैं कि किस तरह देश के खिलाफ युद्ध में उनका इस्तेमाल किया गया था।
अफरोज को मिली है उम्रकैद
औरंगाबाद हथियार मामले में विशेष मकोका कोर्ट ने 12 दोषियों में से अबु जुंदाल समेत 7 को उम्रकैद, 2 को 14 साल और 3 दोषियों को आठ साल की सजा सुनाई गई थी। इसमे अफरोज भी था। इन लोगों में लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी और 26/11 का साजिशकर्ता सैयद जैबुद्दीन अंसारी उर्फ अबु जुंदाल भी शामिल है, जिसे उम्रकैद मिली है।
मुस्लिम युवाओं को गुमराह करते हैं आतंकी
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक 36 साल के अफरोज खान हिंदी, मराठी, उर्दू और अंग्रेजी में धाराप्रवाह बोलते हैं। आतंकी संगठन उन्हें विचलित करते हैं। सफेद कुर्ता-पायजामा पहने खान ने बातचीत में बताया, 'मुझे पता है कि किस तरह देशविरोधी लोग मुस्लिम युवाओं को गुमराह करते हैं, उनके करियर को तबाह करते हैं, उनकी पूरी जिंदगी बर्बाद करते हैं और अपनी विध्वंसक योजनाओं को आगे बढ़ाते हैं। मैं जेल में तमाम कैदियों से मिल चुका हूं, नक्सलियों, इंडियन मुजाहिदीन और आईएस के संदिग्ध आतंकियों से मिल चुका हूं। मैं उन्हें अपनी कहानी सुनाता हूं और उन्हें बताता हूं कि किस तरह मैंने इन देश-विरोधी तत्वों के झांसे में आकर जिंदगी उनके नाम कर दी थी। मैं यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा हूं कि कोई भी इन आतंकवादी संगठनों के जाल में न फंसे।'
अफरोज खान आज कट्टरता के खिलाफ आवाज उठाते हैं। आईजी (जेल) राजवर्धन सिन्हा ने ये पहल किया कि खान का इस्तेमाल आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में किया जाए। सिन्हा ने बताया, 'वह अपनी आपबीती बताता है इसलिए दूसरे कैदियों पर इसका असर पड़ता है। वह कहता है कि गलत रास्ता चुनने के बाद उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई थी। अब वह कहता है कि वह देश के लिए काम करना चाहता है। वह कैदियों से मिलता है और उन्हें उन गलतियों को न दोहराने के लिए मनाता है जिन गलतियों को उसने किया थआ। हम उसे और ज्यादा जेलों में भेजने की योजना बना रहे हैं।
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...
