जयपुर की किरण कौर पर्यावरण को बचाने के चला रहीं हैं विशेष मुहिम
कंक्रीट कल्चर को बदलने के किरण कौर घर-घर प्लांटेशन के लिए लोगों को मोटिवेट कर रही हैं। यही नहीं उन्होंने ग्रीन किरण नाम से अभियान चला रही हैं। किरण अब तक 440 मनीप्लांट के पौधे लोगों को गिफ्ट कर चुकी हैं। किरण ये नेक काम अपने पिता को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए कर रही हैं। किरण के पिता की मृत्यु विश्व पर्यावरण दिवस के दिन हुआ था।
किरण पेशे से पत्रकार हैं, उनकी शादी जयपुर में हुई है। किरण बताती हैं कि मैंने कुछ पौधे तो खरीद लिए लेकिन उसकी मिट्टी लेने उन्हें जयपुर से करीब 20 किमी आगे जाना पड़ा। तब उन्हें एहसास हुए कि हम कंक्रीट कल्चर में इतना ढल चुके हैं कि पौधे लगाने के लिए मिट्टी तक का जुगाड़ नहीं हो पा रहा है।
इस मुहिम को बेहतर से चलाने के लिए किरन ने यूट्यूब की भी मदद ली और कैसे मनी प्लांट को उगाया जाता उसे उन्होंने बेहतर तरीके से सीखा। उन्होंने मनीप्लांट इसलिए चुना क्योंकि यह पानी में भी लग जाता है मनीप्लांट तैयार हुए तो उसके बाद उन्होंने सबको स्पेशल मौके पर एक मनीप्लांट गिफ्ट करना शुरू किया। शुरुआत में लक्ष्य 100 पौधों का था जो सितंबर में ही पूरा हो गया। किरण अब तक 440 मनीप्लांट गिफ्ट कर चुकी हैं और 1000 का लक्ष्य अब निर्धारित किया है।
फेसबुक पर झेलनी पड़ी निंदा
किरण कहती हैं कि मुहिम को शुरू करने में उन्हें मुश्किलें भी झेलनी पड़ी। हमने इसे शुरू तो कर लिया लेकिन पौधे लगाने के लिए बोतलों का जुगाड़ करना था। इस काम में मेरे पति ने काफी मदद की। वह सुबह वॉक पर जाते और कबाड़ की तरह बोतल बीन कर लाते। कभी-कभी कबाड़ी वाले से भी बोतलें खरीदीं। इस दौरान हमें शराब की बोतलें अधिक मिली और मैंने उसमें पौधे लगाने शुरू कर दिए लेकिन लोगों ने फेसबुक पर कमेंट करते हुए पूछा कि तुम दोनों पति-पत्नी कितना शराब पी जाते हो। चुप बैठने के बजाय मैंने जवाब देते हुए कहा कि फिलीपींस की एक महिला ग्रेनेट शेल के खोल में सदाबहार के पौधे लगाती है तो इसका मतलब ये कतई नहीं है कि वह बम धमाके करती होगी।
शुरू किया यूट्यूब चैनल
किरण यूट्यूब पर अपने kkdadhaba चैनल के जरिए लोगों को पौधे लगाने के लिए मोटिवेट कर रही हैं। मनीप्लांट को स्टेम की मदद से बड़ी आसानी से उगाया जा सकता है। चार से पांच दिन में पानी बदलते रहने से 10 से 12 दिन में ही इसमें नए पत्ते आने लग जाते हैं और फिर आप उससे नया पौधा तैयार कर सकते हैं। किरण आगे बताती हैं कि इस मुहिम के जरिए प्लास्टिक की बोतलों में भी मनीप्लांट लगाकर इस मिथक को तोड़ा कि प्लास्टिक के कंटेनर में मनीप्लांट नहीं लगता। बस इसके लिए आपको ध्यान देने की जरूरत है और नियमित रूप से पानी बदलना भी जरूरी है।
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