खेत में आधे गड़े नवजात बच्चे को नोच रहे थे कौवे, किसान ने बचाई जान

किसान सिर्फ हमारे लिए अनाज उगाकर ही हमारी मदद नहीं करते और भी कई तरीकों से वो अक्सर समाज की सेवा करते रहते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ है कर्नाटक में। कर्नाटक के चिक्काबल्लापुर जिले में किसान टाटे गौड़ा हमेशा की तरह गुरुवार सुबह अपने कुत्ते के साथ खेतों की तरफ जा रहे थे। खेत के एक हिस्से में कौवों को मंडराते देखकर उनका ध्यान उस तरफ गया। टाटे जब वहां पहुंचे तो उन्होंने देखा कि एक नवजात बच्चा जमीन में आधा गड़ा हुआ है और वह बहुत रो रहा है। कौवे उसका मांस नोचने की कोशिश कर रहे थे।
टाटे ने बताया कि वहां के हालात देखकर ऐसा लग रहा था कि बच्चे को पैदा हुए एक घंटा ही हुआ होगा। उन्होंने कहा, 'मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मुझे क्या करना चाहिए। सबसे पहले मैंने कौवों को भगाया और इसमें मेरे कुत्ते ने मेरी मदद की। इसके बाद मैंने देखा कि मेरी पड़ोसी रत्नअम्मा पास से ही गुजर रही थीं। मैंने उन्हें बुलाया और कहा कि कौवों से बच्चे की सुरक्षा करें। इसके बाद मैं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा।'
उन्होंने कहा, 'मैंने स्वास्थ्य केंद्र की डॉक्टर पूर्णिमा को पूरा घटनाक्रम बताया। मेडिकल किट लेकर दोनों खेत की ओर चल पड़े। रत्नअम्मा ने बच्चे को अपने साड़ी में छिपा लिया जिससे कौवों से उसकी सुरक्षा हो सके। जब पूर्णिमा बच्चे का इलाज कर रही थीं, मैं घर गया और बच्चों के लिए जरूरी सामान, उबला पानी और कपड़े लेकर आया।'
टाटे ने बताया कि इस बीच कुराबुरु से पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बाल संरक्षण यूनिट के अधिकारी रमेश एन को सूचित किया और ऐम्बुलेंस बुलाई। डाक्टर पूर्णिमा ने पाया कि कौवों के काटने से बच्चे के पैर में फ्रैक्चर हो गया है। हालांकि बच्चे को कोई और ज्यादा चोट नहीं लगी थी। बच्चे को चिंतामणि के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...
