एक पुलिस अधिकारी की जिम्मेदारी क्या होती है? सही मायने में आज जो परिभाषा है वो है अपराधियों को सही रास्ते पर लाना और जुर्म की घटनाओं को रोकना। लेकिन एक अधिकारी ऐसा है जो इस परिभाषा को बदल रहा है। यह अधिकारी समाज में ऐसा माहौल बना रहा है जिससे कि अपराध जैसी घटना ही न हो!
हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश में बुंदेलखंड के टीकमगढ़ जिले के जतारा कस्बे की जहां एक युवा आईपीएस अफसर हितेश चौधरी भटके हुए युवाओं की जिंदगी सुधारने में लगा हुआ है। हितेश जब अपनी पोस्टिंग पर टीकमगढ़ पहुंचे तो देखा कि वहां के युवाओं के पास कोई काम नहीं है जिससे वो भटक रहे हैं। इसके बाद हितेश ने उनको राह दिखाने की ठानी।
पुलिस और आर्मी में भर्ती के लिए दे रहे हैं ट्रेनिंग
अब युवा लड़ाई झगड़े छोड़कर अपना भविष्य बनाने में लगे हैं और युवा आईपीएस इन युवाओं को उनका कैरियर संवारने में मदद कर रहे हैं। 2013 बैच के आईपीएस अफसर हितेश चौधरी की पहली पोस्टिंग जतारा में एसडीओपी के रूप में हुई थी, लेकिन ये युवा आईपीएस अफसर कानून व्यवस्था संभालने और अपराधों पर लगाम लगाने के साथ ही इलाके के युवाओं को पुलिस और आर्मी में भर्ती होने के लिए ट्रेनिंग दे रहा है।
आपको बता दें, टीकमगढ़ के हालात को सुधारने के लिए उन्होंने कानून का सहारा नहीं लिया, बल्कि उन्होंने किताबों और व्यायाम को अपना हथियार बनाया और फिजा बदलना शुरू कर दी।
फ्री कोचिंग देते हैं
दरअसल, आईपीएस अधिकारी हितेश चौधरी बतौर एसडीओपी तो अपनी ड्यूटी करते ही हैं, साथ ही में वो इलाके के युवाओं को पुलिस और आर्मी में प्रवेश के लिए ट्रेनिंग भी देते हैं। इन युवाओं को फ्री कोचिंग भी दी जाती है, जिसमें अधिकारी का साथ कुछ अन्य शिक्षक भी देते हैं, जो सकारात्मक पहल का हिस्सा बनकर बेहद खुश हैं।
इसके साथ ही वो युवाओं को हर सुबह पांच बजे ट्रेनिंग देते हैं। इसमें छात्रों को लंबी कूद, पीटी, दौड़ने और गोला फेंकने का अभ्यास कराया जाता है। शुरू के एक महीने में ही करीब 105 छात्रों का इस विशेष ट्रेनिंग में रजिस्ट्रेशन हो चुका है। खास बात ये है कि इसके लिए खुद एसडीओपी हितेश चौधरी गुरू के रूप में क्लास लेते हैं।
ट्रेनिंग लेने वाले सभी स्टूडेंट्स एसडीओपी की तारीफ करते नहीं थकते। उनकी माने तो उन्होंने इससे पहले कभी भी किसी अधिकारी को लोगों के लिए ऐसा करते नहीं देखा। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि उन्हें एसडीओपी का साथ मिला जो उन्हें मार्गदर्शन देकर सही दिशा की ओर मोड़ रहे हैं।