रेलवे ने 166 साल के इतिहास में किया यह बड़ा कारनामा, जानें आप भी
भारतीय रेलवे लगातार अपनी सर्विसेज को बेहतर कर रहा है और कई कदम भी उठा रहे हैं। रेलवे ने अपने को बेहतर करते हुए एक और रिकॉर्ड अपने दर्ज किया है। इसकी जानकारी रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करके दी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करके लिखा है कि सेफ्टी फर्स्ट यानी 166 साल में पहली बार, चालू वित्त वर्ष में भारतीय रेल में एक भी यात्री की मौत नहीं हुई है। ऐसा पहली बार हुआ है कि जब एक साल के अंदर भारतीय रेल में एक भी मौत नहीं हुई है।
शशि थरूर के इस भाषण ने रखी साहित्य अकादमी वाली किताब की नींव
नरेंद्र मोदी सरकार ने भारतीय रेल के आधुनिकीकरण पर अधिक जोर दिया है। रेलगाड़ियों को गति देने से लेकर सुविधाओं को आधुनिक करने पर जोर दिया जा रहा है। यही नहीं अब रेलवे में बड़े पैमाने पर सफर भी सुरक्षित हुआ है, इसको लेकर समय-समय पर कदम भी उठाए जा रहे हैं। अब भारतीय रेलवे जहां हवा से बात करती वंदेभारत एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस जैसी चमचमाती गाड़ियां पटरियों पर दौड़ रही हैं, वहीं ट्रेनों के एक्सीडेंट में भी काफी कमी आई है। यही नहीं भारतीय रेलवे ने रेलवे को आईआरसीटीसी को देकर बेहतर सेवाएं भी दे रही है।
जामिया, जेएनयू और अलीगढ़ विवि के सपोर्ट में आए टॉप लॉ कॉलेजों के छात्र
रेलवे के इतिहास में ऐसा हुआ पहली बार
रेल मंत्री पीयूष गोयल ट्वीट कर कहा, बीते 166 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है कि भारतीय रेल के वर्तमान माली साल में एक भी यात्री की मौत नहीं हुई है।' यहीं नहीं, एक अन्य ट्वीट में रेल मंत्री ने कहा 'रेलवे सेवाओं के एकीकृत होने से रेलवे की सुविधाओं, कार्यशैली, और निर्णय लेने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सुधार आयेगा। यह निर्णय विश्वस्तरीय रेल सेवायें देने के हमारे संकल्प की दिशा में उठाया गया एक कदम है, इससे रेलवे और बेहतर होगी तथा देश के विकास में अपना और अधिक योगदान देगी।'
पढ़िए देश के सबसे युवा आईपीएस सफीन हसन के संघर्ष की कहानी
9 महीने में एक भी नहीं हुई मौत
रेलवे की तरफ से आए रिकॉर्ड के अनुसार, इतिहास में यह पहला वित्तीय साल 2019-20 है जब यह पूरी तरह से अब तक का सबसे सुरक्षित गुजरा है। रेलवे के अब तक के 9 महीने गुजर चुके हैं और एक भी पैसेंजर की मौत रिकॉर्ड में नहीं आई। यही नहीं, रेलवे ने दिल्ली से 50 ऑफीसर फील्ड में भेजे, जिन्होंने एक्सीडेंट या अनहोनी की आशंका में जूनियर्स को फैसला लेना सिखाया और इससे अब काफी बदलाव आया। बता दें रेलवे ने अगले 12 सालों में 50 लाख करोड़ रुपए के निवेश की योजना बनाई है। वित्त वर्ष 2017-18 में भारतीय रेल के समूचे नेटवर्क में 73 एक्सीडेंट दर्ज हुए थे। यही नहीं अब भारतीय रेलवे ने आधुनिकीकरण करते हुए मेक इन इंडिया को बढ़ावा दिया है। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री ने रिकॉर्ड 215 दिनों में 3,000 कोच तैयार किए हैं। आईसीएफ ने 9 महीने से भी कम समय में 2019 में अपना 3,000वां कोच तैयार किया है। जबकि 2014 तक, 1,000 कोच बनाने के लिए उतना ही समय लिया गया था।
योगी सरकार ने दी 218 फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन को मंजूरी, रेप के मामलों पर होगी तुरंत सुनवाई
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...