'जय श्री राम' का जवाब 'अल्लाहू अकबर', क्या कर्नाटक का हिजाब विवाद बन रहा है हिन्दू बनाम मुस्लिम
कर्नाटक के उडुपी स्थित गवर्नमेंट गर्ल्स प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में 6 मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने की वजह से कक्षा में बैठने नहीं दिया गया था। इस मामले को लेकर गवर्नमेंट गर्ल्स प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की एक छात्रा ने कर्नाटक उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर की है। याचिका में यह घोषणा करने की मांग की गई है कि ‘’हिजाब (सिर पर दुपट्टा) पहनना भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 और 25 के तहत एक मौलिक अधिकार है और यह इस्लाम की एक अनिवार्य प्रथा है।‘’
कर्नाटक का हिजाब विवाद बन रहा हिन्दू बनाम मुस्लिम
हिजाब विवाद के बीच हाल ही में एक लड़की की तस्वीर वायरल हो रही है। बुरका पहने ये लड़की कई लड़कों के एक झुंड से घिरी है और बिना डरे इनका मुकाबला करती दिखाई पड़ रही है। यह लड़के जय श्री राम के नारे लगा रहें हैं तो वहीं लड़की जवाब में अल्लाहू अकबर के नारे लगाते दिखाई दे रही है।
लड़कों से घिरी इस लड़की का नाम मुस्कान बताया जा रहा है। एक मीडिया चैनल से बात करते हुए मुस्कान बातती है कि ‘’मैं कॉलेज असाइनमेंट के लिए आई थी। वे लोग मुझे अंदर नहीं जाने दे रहे थे, क्योंकि मैनें बुरका पहना हुआ था। उनका कहना था कि पहले बुरका उतारो फिर अंदर जाओ। मैं वहां दोबारा गई तो लड़कों ने मुझे घेर लिया और जय श्री राम के नारे लगाने लगे, इसके जवाब में मैनें भी अल्लाहू अकबर का नारा लगाया। वह बताती हैं कि मेरे टीचर और प्रिंसिपल ने मेरा सपोर्ट किया, उन लोगों ने मुझे भीड़ से बचाया।‘’
आगे बताती है कि ‘’जब मुझे घेरा गया तो उसमें कई कॉलेज के छात्र थे, लेकिन कई ऐसे थे जो बाहर से आए थे। ये लड़के कह रहे थे जब तक तुम बुरका नहीं हटाओगी, हम भी भगवा गमछा पहने रहेंगे।‘’
धार्मिक मामले पर हो रही है राजनीति
सूत्रों के मुताबिक, लड़कियों के हिजाब पहनने के जवाब में कुछ हिंदू संगठनों ने लड़कों को कॉलेज कैंपस में भगवा शॉल पहनने को कहा था। वहीं, हुबली में श्रीराम सेना ने कहा था कि जो लोग बुर्का या हिजाब की मांग कर रहे हैं, वे पाकिस्तान जा सकते हैं। बता दें कर्नाटक में बीजेपी की सरकार है इस वजह से और भी यह मुद्दा सियासी होता दिख रहा है।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘’संविधान महिलाओं को उनका पहनावा तय करने का अधिकार देता है। वे जो चाहें वह पहन सकती हैं... फिर वो बिकिनी हो या घूंघट, जीन्स हो या हिजाब.. महिलाओं को परेशान करना बंद कीजिए।‘’
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्कान की तारीफ करते हुए कहा कि ‘’मैं लड़की के मां-बाप को सलाम पेश करता हूं। इस लड़की ने मिशाल पेश की है। भीख मांगकर और रोकर कुछ भी नहीं मिलेगा। उस लड़की ने कई कमजोरों को पैगाम दिया है। लड़की ने जो किया वह बहुत हिम्मत का काम था।‘’
वहीं, इस मामले पर टिप्पीणी करते हुए नोबेल शांति पुरुस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने ट्वीट किया, लिखा ‘’हिजाब पहने हुई लड़कियों को स्कूलों में एंट्री देने से रोकना भयावह है। कम या ज्यादा कपड़े पहनने के लिए महिलाओं का वस्तुकरण किया जाता है. भारतीय नेताओं को मुस्लिम महिलाओं को हाशिये पर जाने से रोकना चाहिए।‘’
आपको बता दें कि कर्नाटक के उडुपी में चल रहे हिजाब विवाद का असर अब अन्य राज्यों में दिख रहा है। कर्नाटक के उडुपी के सरकारी कॉलेज में हिजाब पर प्रतिबंध के खिलाफ दिल्ली में छात्र प्रदर्शन करते दिख रहे हैं तो वहीं हिजाब पक्ष के लोग महाराष्ट्र में हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं।
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