ट्रैंच विधि से किसान करें बसंत कालीन बुआई, कमाए अधिक लाभ

यूपी सरकार अब किसानों के हित में एक के बाद एक करके योजनाएं संचालित कर रही है। इसके अलावा खेती में किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए सरकार समय-समय पर निर्देश देती रहती है। उत्तर प्रदेश सरकार ने बसंत कालीन बुआई के लिए ट्रैंच विधि और सहफसली खेती के लक्ष्य का निर्धारण कर दिया है। ट्रैंच विधि और सहफसली खेती से गन्ना कृषकों की आय में औसतन 84000 रूपये प्रति हेक्टेयर की वृद्धि होगी।
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आयुक्त चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास संजय आर0 भूसरेड्डी ने बताया कि ट्रैंच विधि से गन्ने की बुआई के लिए 03 लाख 33 हजार 067 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही गन्ने के साथ सहफसली खेती के लिए 2 लाख 69 हजार 120 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि विगत चार वर्षों में 17.28 लाख हेक्टेयर में ट्रैंच विधि से गन्ना बुआई करायी गयी, जिससे गन्ने की खेती में पानी और उर्वरकों के उपयोग में कमी आई है। उन्होंने बताया कि गन्ना विभाग के प्रयासों से विगत वर्षों में 15.59 लाख हेक्टेयर में गन्ने के साथ सहफसली खेती करायी गई, जिससे गन्ना किसानों को एक अतिरिक्त फसल की प्राप्ति हो रही है। उन्होंने बताया कि सहफसली खेती से गन्ने के साथ स्थानीय बाजार की मांग के अनुसार एक अतिरिक्त फसल से गन्ना किसानों को दोहरा लाभ होगा और उनकी आय में भी वृद्धि होगी।
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