फ्लाइट में रुक गईं यात्री की धड़कनें, डॉक्टर ने दी नई जिंदगी

पुणे के एक डॉक्टर ने हाल ही में नागपुर-पुणे की गो एयर फ्लाइट (G8284) में एक यात्री को दिल का दौरा पड़ने पर उसकी जान बचाई। इस यात्री की मदद करने वाले डॉ. उदय राजपूत पुणे के बीजे मेडिकल कॉलेज में सीपीआर सेंटर के हेड हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि रात करीब 9.15 बजे फ्लाइट ने उड़ान भरी, उस वक्त उसमें लगभग 120 यात्री थे। फ्लाइट को उड़ान भरे उस वक्त बमुश्किल 20 मिनट ही हुए होंगे जब पीछे से मुझे किसी के चिल्लाने की आवाजें सुनाई दीं। जब मैंने पीछे मुड़कर देखा तो एक महिला एयरलाइन के स्टाफ को मेडिकल इमरजेंसी के लिए बुला रही थी। एयरलाइन स्टाफ ने इसके बारे में पायलट को बताया, जिसने फ्लाइट में अनाउंस किया कि उन्हें एक डॉक्टर की मदद की जरूरत है।

मैं उस वक्त तुरंत पेशेंट के पास गया और उसे चेक किया। वह बेहोश था, उसकी न पल्स चल रही थी और न ही सांस, जिससे साफ पता चल रहा था कि उसे कार्डियक अरेस्ट हुआ है। मैंने उसे सीपीआर देने का तय किया। वह अपनी पत्नी और एक दूसरे कपल के साथ सफर कर रहा था। मैंने जाधव नाम के उस मरीज को लगभग 2 मिनट तक सीपीआर दिया लेकिन उसे होश नहीं आया। इसके बाद मैंने एयरलाइन स्टाफ से ऑटोमैटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर मांगा।
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एयरलाइन में इमरजेंसी के लिए इस तरह के जरूरी मेडिकल उपकरण रखे जाते हैं। मैंने उससे तुरंत जाधव को शॉक दिया ताकि उसका दिल दोबारा धड़कना शुरू करे। इसके बाद मैंने उसे अगले पांच मिनट तक सीपीआर देना चालू रखा और आखिर कुछ देर बाद वह दोबारा सांस लेने लगा, उसकी पल्स चलने लगी और उसने आंखें खोल दीं। एयरलाइन में एक ऑक्सीजन सिलेंडर भी था, जाधव को उसी पर रखा गया। लगभग 10.15 बजे फ्लाइट पुणे में लैंड हुई और उसे एयरपोर्ट के हॉस्पिटल में ले जाया गया। मुझे खुशी है कि मैं वहां मौजूद था।
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