एक DM की अनोखी पहल, दीवार को बनाया गरीबों का सहारा

देश अभी भी ऐसे लोगों की कमी नहीं है जिनके पास तन ढकने के लिए कपड़े नहीं है। लेकिन बहुत सारे लोग ऐसे हैं जिनकी आलमारी में इतने सारे कपड़े हैं कि वो सभी कपड़ों के महीनों तक में पहन नहीं पाते हैं। हमारे देश में अमीर और गरीब का फर्क इतना बढ़ गया है कि ऊपर वाला कभी नीचे नहीं देख पाता और नीचे वाला कभी ऊपर नहीं देख पाता है।
इस समस्या को देख कर कई लोग समाजिक विषमता को बदलने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे में गरीबों की इस दशा को देखकर व्यथित तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले के जिला कलेक्टर ने एक मुहिम की शुरुआत की है। जिसमें उन्होंने दीवार पर एक पेंटिग को बनवाया है जिसमें एक लड़की आंखों को बंदकर दोनों हाथों को जोड़े हुए नजर आ रही है। और लड़की के बालों में पीले रंग के फूल भी लगे हुए हैं। दीवार के सबसे ऊपर मोटे-मोटे अक्षरों में लिखा है- वॉल ऑफ कांइडनेस।
एक DM की अनोखी पहल
तिरुनेलवेली के जिला कलेक्टर संदीप नंदुरी की इस पहल से इलाके की सड़को को सुंदरता रंग के साथ नहीं भरा है, बल्कि दीवार ऐसे वंचितों के लिए है, जो वस्तुओं का दान करने के लिए एक जगह के रूप में कार्य करती है। दीवरा पर बनाई गई लड़की के बाल पर पीले फूल इसलिए लगे हुए हैं कि लोग गरीबों के लिए कपड़े लटका सकें। इसके अलावा जिला कलेक्टर ने दीवार पर अलमारियों को भी बनाया है ताकि लोग जरुरतमंदों के लिए जूते, खिलौने भी रख सकें।
कैसे आया DM साहब को ये आइडिया?
एक अंग्रेजी बेवसाइट को दिए इंटरव्यू में नंदुरी ने बताया कि एक दिन अखबार पढ़ते हुए मैनें एक आर्टिकल पढ़ा जिसमें ईरान में इस तरह की पहल का जिक्र था। जिसको पढ़ने के बाद इस पहल की अपने राज्य में भी शुरुआत करने की सोची। उन्होंने बताया कि दीवारों में पेंटिंग बनाने का काम लगभग एक सप्ताह और एक लाख 15 हजार रुपए के साथ पूरा हुआ। मिशन की शुरुआत के कुछ दिन के भीतर ही लोगों ने गजब की प्रतिक्रियाएं दी। कुछ ही समय में यह दीवार कपड़ों और किताबों से भर गई।
कई शहरों में हो रहा है इस आइडिया पर काम
उनका कहना है कि पहले वह एक महीने शहर के लोगों की प्रतिक्रियाएं देखना चाहते थे उसके बाद वह इस योजना को और कई जगह तक ले जाना चाहते थे। उन्होंने बताया कि इस दीवार का उद्घाटन सोमवार को हुआ था और तब से स्थानीय लोगों ने गरीबों की मदद के लिए अपनी वस्तुओं को दान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उनके लिए, यह आशा का प्रतीक है। इसी तरह की पहल अन्य भारतीय राज्यों में भी हुई है, जिनमें हैदराबाद, जयपुर, चंडीगढ़, भोपाल और दिल्ली शामिल हैं।
नदी सफाई भी साफ करा रहे हैं DM नंदुरी
नंदुरी ने एक महीने का कार्यभार संभाला है और इस छोटी सी अवधि में उन्होंने एक और पहल की थामीराबारानी नदी की सफाई भी शामिल है। नंदुरी का कहना है कि 22 कॉलेजों और विभिन्न संगठनों के 2000 छात्रों और स्वयंसेवकों ने लगभग 5 किमी की दूरी तक नदी साफ भी कर दी है।
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