मुश्किलें भी नहीं रोक सकीं विशाखा यादव का रास्ता, यूपीएससी में पाई छठवीं रैंक

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC 2019) के आए परीक्षा में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में कार्यरत एएसआई (ASI Delhi Police) की बेटी ने छठवीं रैंक हासिल की है। परीक्षा में छठवीं रैंक हासिल करने वाली विशाखा यादव ( IAS Vishakha Yadav) ने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर अपने सपने को साकार किया है। अपने सपने को साकार करने और पिता का नाम दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में ऊंचा करने वाली विशाखा यादव (Vishakha Yadav) मूलरूप से उत्तर प्रदेश के मुथरा (Mathura) की रहने वाली है।
विशाखा के पिता राजकुमार यादव (Rajkumar Yadav) दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में एएसआई (ASI) के पद पर कार्यरत है। बेटी की कामयाबी से जहां परिवार खुश है, तो वहीं दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में राजकुमार यादव का मान बढ़ गया है। अब दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के अफसर पिता और बेटी का बुलाकर सम्मान कर रहे हैं।
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दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से बीटेक (B.Tech) की पढ़ाई पूरी करने वाली विशाखा यादव (Vishakha Yadav) इंजीनियरिंग की जॉब कर रह रही थी। विशाखा (Vishakha Yadav) ने बेंगलुरु में दो साल तक इंजीनियरिंग की नौकरी करने के बाद यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा देने का फैसला किया। आईएएस (IAS) बनने का सपना लेकर वह फिर दिल्ली (Delhi) आ गई और अपने सपने को पूरा करने में जुट गई। पिछले तीन-चार साल से विशाखा यूपीएससी (UPSC) एग्जाम की तैयारी कर रही थीं।
इस दौरान उन्होंने दो बार एग्जाम भी दिया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली और आखिरकार विशाखा (IAS Vishakha Yadav) ने तीसरे प्रयास में छठी रैंक हासिल की है। सबसे खास बात यह है कि इससे पहले दो प्रयास में विशाखा यादव (Vishakha Yadav) यूपीएससी (UPSC) की प्रारंभिक परीक्षा भी पास नहीं कर पाई थी। इस बार विशाखा ने बुलंदी के झंडे गाड़ दिए हैं। उन्होंने दिए गए इंटरव्यू में कहा है कि उनके पिता दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में काम करते हैं। मेरे पिता ही प्रेरणा के स्त्रोत रहे और यही वजह रही कि मैंने यूपीएससी (UPSC) के लिए मन बनाया। मैं पूरी तरह से फाइनेंशियल स्वतंत्रता हासिल करना चाहती थी।
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बड़ा पाने के लिए उठाया जोखिम
बेंगलुरु शहर में नौकरी करने वाली विशाखा (Vishakha Yadav) ने कुछ बड़ा करने के लिए ही इतना बड़ा कदम उठाया था। मन में आईएएस (IAS) बनने का सपना देखने वाली विशाखा इससे साकार करने में जुट गई और आखिरकार सपना को साकार कर ही दिखाया।
विशाखा यादव (Vishakha Yadav) को यूपीएससी (UPSC) में यहां तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी। इरादा पक्का करके मेहनत करने में जुटी विशाखा आखिरकार कामयाब ही रही। विशाखा यादव (Vishakha Yadav) ने जोखिम लिया और वह कामयाब बनी हैं। उत्तम नगर के किरण गार्डन में रहने वालीं विशाखा यादव (Vishakha Yadav) ने नियमित रूप से पढ़ाई की और प्रतिदिन औसतन लगातार दस घंटे पढ़ाई करती थीं।
विशाखा (Vishakha Yadav) के पिता एसएसआई राजकुमार (ASI Rajkumar yadav) ने बताया कि उनकी बेटी बेंगलुरु में इंजीनियरिंग की और एक बड़ी कम्पनी में नौकरी शुरू की। लेकिन कुछ दिनों बाद नौकरी छोड़ कर उसने यूपीएससी (UPSC) की तैयारी शुरू कर दी।
बेटी के फैसले थे सब हैरान
बेंगलुरु की एक बड़ी कंपनी में जॉब छोड़ने का जब विशाखा (Vishakha Yadav) ने निर्णय लिया, तो सभी हैरान और परेशान थे। अपनी धुन की पक्की ने विशाखा को परिवार का साथ मिला और अपनी धुन की पक्की विशाखा तैयारी में जुट गई। उनके पिता राजकुमार यादव (Raj Kumar Yadav) ने बताया कि यूपीएससी (UPSC) का मेंस देने के लिए विशाखा ने राजनीतिक विज्ञान को चुना था।
बेटी ने दिन-रात लगकर मेहनत की और आज नतीजा आप लोगों के सामने है। उन्होंने बताया कि बेटी कई बार रात को बिना खाना खाए ही वह सो जाती थीं। कामयाबी मिलने से पहले लगातार दो बार प्रीलिम्स परीक्षा 2017 (UPSC 2017) और 2018 (UPSC 2018) में असफलता भी मिली थी, लेकिन उसने हार नहीं मानी और पहले से ज्यादा मेहनत करके बेहतर परिणाम दिया है। अब नतीजा यह रहा है कि तीसरी बार में उसने पूरे देश में अपना और परिजनों का नाम ऊंचा कर दिया।
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दिल्ली पुलिस उपायुक्त ने किया सम्मान
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में बतौर एएसआई तैनात राजकुमार यादव (ASI Rajkumar yadav) इस समय द्वारका जिले के पुलिस उपायुक्त कार्यालय में तैनात हैं। विशाखा यादव (IAS Vishakha Yadav) की कामयाबी की खबर जब पुलिस उपायुक्त कार्यालय पहुंची तो पुलिस उपायुक्त ने न केवल उन्हें बुलाकर सम्मानित किया बल्कि कार्यालय में तैनात राजकुमार यादव (Rajkumar yadav) की खुशी में मिठाई तक बांटी।
यही नहीं, राजकुमार की बेटी विशाखा (Vishakha Yadav) की इस उपलब्धि पर दिल्ली के द्वारका जिले के डीसीपी (DSP) एंटो अल्फोंस ने बेटी और पिता को दफ्तर बुलाकर सम्मानित किया है। विशाखा यादव (Vishakha Yadav) ने अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय अपने पिता राजकुमार यादव को दिया है। उन्होंने बताया कि उनकी पहली प्रेरणा हमेशा उनके पिता रहेंगे क्योंकि वह पिता को देख-देखकर बड़ी हुई हैं और पुलिस विभाग में उनकी मेहनत और कठिन परिश्रम से ही उन्हें हमेशा प्रेरणा मिलती है।
विशाखा ने इसके साथ ही भारत के पूर्व राष्ट्रपति व मिसाइल मैन डॉ. अब्दुल कलाम (Dr. APJ Abdul Kalam) को भी अपना प्रेरणास्त्रोत माना है। वहीं, विशाखा यादव (Vishakha Yadav) अपना आइडियोलॉजी महात्मा गांधी (Mahtma Gandhi) को मानती है, जिनके जीवन से उन्हें वह बहुत कुछ सीखने को मिला हैं।
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