पाखी के आइडिया से संवर गया 1.5 लाख लड़कियों का भविष्य

देश की सबसे छोटी ब्लॉगर अक्षिता (पाखी) के एक आईडिया से देश की करीब डेढ़ लाख लड़कियों का भव्ष्यि सुरक्षित हो गया है। दरअसल पाखी ने ढाई साल पहले अपने पाप को सुझाव दिया कि बेटियों के लिए भी पोस्ट ऑफिस में खाते होने चाहिए।
पोस्ट ऑफिस जोधपुर रीजन में निदेशक केके यादव को अपनी बेटी की बात दिल को छू गई। उसके तीन महीने बाद वे झुंझुनूं जिले के एक गांव में गए तो ग्रामीणों ने बताया कि उनको बेटियों की शिक्षा-शादी के लिए पैसों की दिक्कत आती है।
ऐसे में बेटियों के लिए पोस्ट ऑफिस भी कुछ ऐसा करे कि बेटियों का भविष्य उज्ज्वल हो जाए। बस शुरू हो गई सुकन्या समृद्धि ग्राम योजना। शुरू-शुरू में ग्रामीणों को समझाना पड़ा, लेकिन अब स्थिति यह है कि राज्य के 11 जिलों में 1 लाख 57 हजार बेटियों के खाते खुल चुके हैं
अब तक खातों में जमा हो चुके हैं करीब 77 करोड़ रुपए
जोधपुर जिले के तो आठ गांव ऐसे हैं, जहां सभी बेटियों के खाते खोले जा चुके हैं। जिले में साढ़े 14 हजार बेटियों के खाते में एक करोड़ रुपए से अधिक जमा हुए हैं।
सुकन्या ग्राम समृद्धि योजना के तहत बेटी के नाम कम से कम 1000 रुपए से लेकर डेढ़ लाख रुपए तक जमा किए जाते हैं। इसमें दस साल की बेटियों को भी शामिल किया गया है, ताकि उनकी उम्र 18 वर्ष तक होने के बाद उनकी शादी के लिए ब्याज सहित यह राशि मिल सके। ऐसे में पैरेंट्स पर उनके कॅरिअर, शिक्षा या शादी का भार भी नहीं आता और बेटियों के खातों में पैसे भी जमा हो जाते हैं।
जोधपुर रीजन में 1.57 लाख बालिकाओं के खाते खुल। पोस्ट ऑफिस जोधपुर रीजन के जोधपुर, जैसलमेर, पाली, सिरोही, बाड़मेर, सीकर, नागौर, चूरू , हनुमानगढ़, गंगानगर, बीकानेर सहित 11 जिलों के एक सौ गांवों में पिछले दो सालों में 1.57 लाख बालिकाओं के खाते खोलकर 77 करोड़ रुपए जमा कर लिए हैं।
इन गांवों में खुले सभी बेटियों के खाते
शिकारपुरा, आगोलाई, केतुकलां, बिराई, सामराऊ, चांदेलाव, चंपासरिया, जांबा में पैदा होने से लेकर दस वर्ष तक की बालिकाओं के खाते खोले गए हैं। मुझे मेरी बेटी पाखी ने बताया कि बेटियों के लिए छोटे स्तर पर ही सही, लेकिन खाते खुलने चाहिए।
मुझे उसका आइडिया अच्छा लगा और आज मैंने 100 गांवों में 1.57 लाख खाते सिर्फ बेटियों के लिए खुलवा दिए, जिनमें 77 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जमा है। यह योजना अब दूसरे गांवों में भी लागू की जा रही है।
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...
