इस गांव में 'परदेसियों' की इंट्री पर बैन, जानें क्या है वजह
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जहां केंद्र सरकार 22 मार्च से विदेशी जहाजों की इंट्री पर बैन लगाने जा रही है, तो वहीं झारखंड के एक गांव में रोजी रोटी की जुगत में शहर गए ग्रामीणों की इंट्री पर बैन लगा दिया गया है। जी हां, गांव में कोरोना वायरस का संक्रमण न फैले इसको देखते हुए झारखंड के कोडरमा जिले के एक गांव में अब परदेसियों की इंट्री पर बैन लगा दिया गया है। परदेसियों की इंट्री पर बैन की असल वजह यह है कि गांव में बाहर से आए कई लोगों की मौत हो गई है। बाहर से आए परदेशियों की मौत पर अब पूरे गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डेरा डाल दिया है। वहां पर लोगों की जांच की जा रही है। गांव में भविष्य में ऐसा न हो और कोरोना वायरस के खौक को देखते हुए अब ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि दिल्ली, मुम्बई सहित अन्य शहरों से आने वाले लोगों को इंट्री बिल्कुल ही न दी जाए।
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झारखंड के कोडरमा जिले में मरकच्चो गांव में गुजरात के सूरत से लौटे एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसकी मौत के साथ ही गांव में हडकंप मच गया। यही नहीं जिले के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित नवलसाही थाना क्षेत्र के डगरनवा अरैया में सूरत से लौटे एक युवक की मौत के बाद शुक्रवार (20 मार्च, 2020) को यहां हड़कंप मच गया। युवक की मौत के बाद पूरे गांव में हडकंप मच गया और स्वास्थ्य टीम ने जब जांच की तो प्रथम दृष्ट्या मामला कोरोना वायरस का नहीं पाया गया। बताया गया कि डोभा में डूबने से युवक की मौत हुई है। वैसे, इससे पहले भी गांव के एक युवक की सांस लेने में परेशानी की वजह से मौत सामने आई है। गांव में मृतक अशोक कुमार (पिता गणेश कुमार) के रूप में हुई है। उसके बारे में गांव में अफवाह उड़ी की युवक मुंबई में रहता था और उससे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, जिसकी वजह से मौत हो गई। गांव में शुक्रवार सुबह यह अफवाह उड़ी की मुंबई से लौटे 4 लोगों में से एक को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इसके बाद में युवक की मौत हो गई।
गांव की एक युवक मौत का पता चला कारण
गांव में इस तरह की मौतों के बाद हड़कंप मच गया और सिविल सर्जन डॉक्टर पार्वती कुमारी नाग, जिला रिस्पांस टीम के डॉ मनोज कुमार व पूरी टीम गांव पहुंची। टीम ने विस्तृत जानकारी ली, तो पता चला कि युवक पिछले गुरुवार को सूरत से लौटा था। नहाते समय युवक डूब गया था। वैसे, अब कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए गांव में मुंबई व दिल्ली सहित अन्य शहरों से आने वाले लोगों को गांव में प्रवेश करने नहीं दे रहे हैं। यहां पर निगरानी करने गए सिविल सर्जन डॉक्टर नाग ने बताया कि कोरोना जैसी गांव में कोई बात नहीं है। फिर भी एहतियात के तौर पर गांव में मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
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झारखंड में 15 अप्रैल तक है बंदी
बता दें, कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रदेश में 15 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल्स को बंद करने के निर्देश दिये हैं। राज्य में कोरोना वायरस का खतरा न बढ़ने पाए इसके लिए राज्य सरकार एहतियात बरत रही है। अब राज्य में सरकारी अधिकारियों के कार्यालय आने-जाने के लिए भी सरकार की ओर से विशेष दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार ने स्पष्ट किया है कि जिस किसी व्यक्ति पर शक हो, उसकी जांच तुरंत कराई जाए। यही नहीं संदिग्ध की जांच कराने से इन्कार करने पर कार्रवाई के भी आदेश दिये गये हैं।
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