गोरखपुर शिक्षा और स्वास्थ्य का बनेगा हब, पूर्वांचल के लोग न हो परेशान: सीएम योगी
गोरखपुर जिला भविष्य में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा हब बनेगा। सरकार की तरफ से यहां पर सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। उक्त उदगार सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को 30.35 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित महन्त अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय जंगल कौड़िया का लोकार्पण करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि गोरखपुर शिक्षा एवं स्वास्थ्य का हब बनेगा। एम्स का कार्य पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री शीघ्र ही एम्स का उद्घाटन करेंगे।
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गोरखपुर और पूर्वान्चल के लोगों को गोरखपुर में ही विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त होगी। फर्टिलाइजर कारखाना सन् 1990 से बन्द हो गया था, लेकिन अब फर्टिलाइजर कारखाना शीघ्र ही बनकर तैयार हो जायेगा, जिसका लोकार्पण भी किया जायेगा। किसानों को समय से खाद मिलेगी और यहां के नौजवानों को रोजगार व नौकरी की सुविधा प्राप्त होगी। गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय, महायोगी विद्यालय, सैनिक स्कूल, कैम्पियरगंज में एक आई0टी0आई0 का निर्माण दो इण्टर कॉलेज का निर्माण पूरा हो चुका है। सहजनवां में पॉलीटेक्निक का निर्माण हो रहा है। पिपराइच चीनी मिल द्वारा चीनी का उत्पादन प्रारम्भ हो चुका है। जब किसान आगे बढ़ता है तो प्रत्येक नागरिक के जीवन में परिवर्तन लेकर आता है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ अब बिना भेदभाव गरीबों को मिल रहा है। जिसके पास आवास नहीं उसको आवास की सुविधा, जिसके पास शौचालय नहीं उसके घर में शौचालय बनाने की व्यवस्था, गांव-गांव में विद्युत का कनेक्शन उपलब्ध कराने की सुविधा प्रदेश सरकार ने दी है। किसानों का धान क्रय कर उसका भुगतान किया जा रहा है। नेक नियत से जब कार्य होता है, तो परिणाम बेहतर होता है और ईश्वर भी मदद करता है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना को नियंत्रित किया गया, आज उत्तर प्रदेश कोरोना को पूरी तरह रोकने में सफल हो गया है। अभी भी सतर्कता एवं सावधानी बरतना आवश्यक है।
उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि साढ़े चार वर्षों में गोरखपुर सहित प्रदेश का चतुर्दिक विकास हुआ है। महन्त अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय जंगल कौड़िया के प्रारम्भ होने से शिक्षा के क्षेत्र में काफी प्रगति होगी और यहां के छात्र-छात्राओं को शिक्षा ग्रहण करने में काफी उपयोगी सिद्ध होगा। प्रदेश सरकार ने नकल विरोधी अभियान चलाकर नकलविहीन परीक्षा संचालित करायी है। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर सी0सी0 टीवी कैमरा आदि लगाकर निगरानी रखी जाती है। सभी विद्यालयों की शिक्षण व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। प्रदेश में कुल 77 राजकीय डिग्री कॉलेज बनाये जा रहे हैं। राज्य में 51 लाख विद्यार्थी उच्च शिक्षा विभाग के संस्थानों में अध्ययनरत है।
बेटियों के आगे बढ़ाना शुभ संकेत
जंगल कौड़ियो के महाविद्यालय का लोर्कापण करते हुए उन्होंने कहा कि पहले सत्र में कुल 460 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया है, जिनमें 273 बालिकाएं हैं। बालिकाएं उच्च शिक्षा में बालकों से आगे है, जो किसी भी सभ्य समाज के लिए शुभ संकेत है। आज बालिकाएं तेजी के साथ आगे बढ़ रही हैं और प्रत्येक क्षेत्र में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। बहुत सारे क्षेत्रों में बालिकाओं को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, जैसे स्वास्थ्य के क्षेत्र में बालिकाएं बहुत अच्छा काम कर रही है। आंगनबाड़ी व आशाओं ने गांव-गांव, घर-घर जाकर सेवा दी है, जो अभिन्दनीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 तक प्रदेश में 03 लाख के पुलिस फोर्स में केवल 10 हजार महिलाएं ही थीं। वर्तमान राज्य सरकार ने 04 साल के अन्दर 20 हजार बालिकाओं को पुलिस में भर्ती किया है और अब 30 हजार महिला पुलिस फोर्स मिशन शक्ति के माध्यम से प्रत्येक बहन-बेटी को सुरक्षा की गारंटी देने का कार्य कर रही है।
नई स्पर्धा का भविष्य में होगा जन्म
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक नई प्रतिस्पर्धा के लिए आगे बढ़ना होगा। जीवन में सफलता स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से मिल सकती और इससे हम जीवन को उज्ज्वल बना सकते हैं। इस महाविद्यालय में जिस प्रकार से एक्टिविटी तथा रचनात्मक गतिविधियां प्रारम्भ होंगी, उनसे आने वाले समय में इस पूरे क्षेत्र के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम प्रारम्भ होने के साथ ही परम्परागत पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाने के साथ-साथ तमाम रचनात्मक गतिविधियों का केन्द्र बिन्दु महाविद्यालय को बनाना होगा, ताकि भारत और भारतीयता के लिए व आने वाले समय में छात्रों के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ समाज एवं राष्ट्र के सर्वांगीण विकास का आधार तैयार हो सके। उन्होंने कहा कि हमें इस दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है। छात्र अपने परम्परागत पाठ्यक्रम के साथ लाइब्रेरी अवश्य अटेन्ड करें। विश्वविद्यालय में डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित की जाएं।
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