मिसाल: इस IAS की वजह से बिक रहा 200 रुपये प्रति लीटर हैंड सैनिटाइजर
कोरोना वायरस का कहर पूरे विश्व में बढ़ता जा रहा है। अमेरिका में संक्रमित लोगों की संख्या 1000 के पार पहुंच गई है। वहीं इटली में बीते 24 घंटे में करीब एक हजार लोग मौत के मुंह में समा गए हैं। वहीं भारत की बात करें तो अभी तक सरकार की ओर से जारी आंकड़े के अनुसार 775 लोगों के संक्रमित होने की सूचना है। वहीं 19 मौत हो चुकी है। इस वक्त देश में सरकार लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए तमाम कदम उठा रही है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो अपने प्रयासों से इस खतरनाक बीमारी को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला झारखंड के बोकारो से सामने आया है, जहां एक आईएएस अधिकारी ने बंद पड़ी एल्कोहल फैक्ट्री को चालू करवाकर सस्ते सैनिटाइजर की आपूर्ति सुनिश्चित की है।
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बोकारो झारखंड के डिप्टी कमिश्नर आईएएस मुकेश कुमार
बंद पड़ी एल्कोहल फैक्ट्री को खुलवाया
देश में जबसे कोरोना वायरस का संकट छाया है, तभी से ही मास्क और हैंड सैनिटाइजर की बिक्री तेजी से बढ़ गई है। शुरुआत में इसका फायदा मेडिकल स्टोर्स ने भी उठाना शुरू कर दिया था। मुंहमांगे दामों पर मास्क और हैंड सैनिटाइजर की बिक्री शुरू हो गई थी। फिलहाल झारखंड के बोकारो में एक बंद पड़ी एल्कोहल फैक्ट्री को खुलवाकर वहां हैंड सैनिटाइजर का उत्पादन किया जा रहा है। इसके पीछे बोकारो के डिप्टी कमिश्नर मुकेश कुमार की योजना सामने आई है। मुकेश 2009 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने इस वक्त बंद पड़ी एक एल्कोहल फैक्ट्री को चालू कराया है। आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत उन्होंने हैंड सैनिटाइजर को फैक्ट्री में बनाने की बात सोची थी।
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बना लिया 10 हजार लीटर का स्टॉक
मुकेश कुमार ने मीडिया को बताया कि उन्होंने फैक्ट्री को चालू कराने के लिए इसके विशेषज्ञों की मदद ली। इसमें केमिकल इंजीनियर, एनजीओ के लोग व सरकारी अधिकारी भी शामिल थे। वो बताते हैं कि इस हैंड सैनिटाइजर को बनाने में विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों का पूरा ख्याल रखा गया है। इसको बनाते वक्त सभी कर्मचारी मास्क का प्रयोग करते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखते हैं। इस सैनिटाइजर को स्माइलिंग बोकारो नाम दिया गया है। अभी उनके पास 10 हजार लीटर का स्टॉक है। वे बताते हैं कि हम मांग के अनुसार इसे अन्य जिलों तक पहुंचा रहे हैं। इसे अभी नींबू, संतरा और गुलाब की खुश्बू के साथ बनाया जा रहा है।
200 रुपये लीटर आ रही लागत
इस सैनिटाइजर की कीमत इतनी कम है कि लोगों को यकीन नहीं हो रहा है। एक लीटर हैंड सैनिटाइजर को बनाने का खर्च महज 200 रुपये आ रहा है। इसे बोकारो के मेडिकल स्टोर्स पर 200 रुपये प्रति लीटर की दर से बेचा जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में 249 ग्राम पंचायतें हैं, जिसमें से सभी को अभी तक 10-10 लीटर हैंड सैनिटाइजर फ्री में उपलब्ध कराया गया है। वो लॉकडाउन को सफल बनाने में जुटे पुलिस कर्मियों को भी फ्री में सैनिटाइजर दे रहे हैं। ये सैनिटाइजर 5 लीटर से लेकर 250 एमएल तक की बोतलों में भरकर आपूर्ति किया जा रहा है।
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कोरोना से निपटने के लिए हाथ की सफाई जरूरी
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से तमाम गाइडलाइन भी जारी की गई हैं। जिसमें हाथों को साबुन या हैंड सैनिटाइजर से साफ करने की बात भी कही गई है। इसमें एल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर को कोरोना के खात्मे के लिए उपयुक्त माना गया है। वैज्ञानिकों ने अपने परीक्षण में पाया है कि कोरोना वायरस एल्कोहल के सम्पर्क में आने के बाद जिंदा नहीं रह पाता है। इसलिए सरकार भी एल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर व हैंड रब का इस्तेमाल करने की अपील जनता से कर रही है।
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पंजाब में भी शराब फैक्ट्रियां बनाएंगी सैनिटाइजर
हैंड सैनिटाइजर की बढ़ती खपत की वजह से देश में उसकी किल्लत होने लगी है। मेडिकल स्टोर्स पर आसानी से हैंड सैनिटाइजर नहीं मिल रहा है। इसको देखते हुए पंजाब में भी सरकार ने बड़े फैसले लिए हैं। वहां शराब फैक्ट्रियों में हैंड सैनिटाइजर बनाए जाने शुरू किए जा रहे हैं। यहां पर सरकार की ओर से पंजीकृत डिस्टिलरीज को पंजाब ड्रग प्रबंधन कमिश्नरेट ने आबकारी एवं कराधान विभाग की ओर से हैंड सैनिटाइजर और हैंड रब बनाने कर अनुमति प्रदान कर दी है। साथ ही साथ अब वे इस हैंड सैनिटाइजर की आपूर्ति भी कर सकते हैं। इस बारे में संबंधित अधिकारी ने मीडिया को दी जानकारी में बताया कि यह हैंड सैनिटाइजर पूरी तरह से मानकों के अनुसार ही होंगे। वहीं इसकी सप्लाई और उत्पादन का पूरा रिकॉर्ड भी रखा जाएगा।
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