एक सपने को पूरा होने में सदियां बीत जाती है। कुछ वैसा ही मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के वासियों के साथ हुआ। भारत में ट्रेन शुरू होने के 166 साल बाद और आजादी के 72 साल बाद मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले में छुक-छुक…करती हुई ट्रेन पहुंचीं। गुजरात के छोटा उदयपुर से चलकर यहां पर पहली बार ट्रेन पहुंची। राज्यसभा सांसद नारायणभाई राठवा और छोटा उदयपुर से सांसद गीताबेन राठवा ने बुधवार को 12 बजे ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर छोटा उदयपुर रेलवे स्टेशन से रवाना किया। लगभग दो ढाई घंटे के सफर के बाद जब ट्रेन अलीराजपुर स्टेशन पर पहुंची तो वहां पर लोगों ने आतिशबाजी कर ट्रेन का स्वागत किया और पहली बार स्टेशन पर ट्रेन का हॉर्न बजने की वजह से खुशी से झूम उठे।
बता दें रेल लाइन का शिलान्यास आठ फरवरी 2008 को हुआ था, इसके 11 साल के लंबे समय बाद इंतजार की घड़ियां खत्म हुई और अलीराजपुर के लोगों को ट्रेन का तोहफा मिला। आदिवासी जिले में 84 साल पहले बस सेवा शुरु की गई थी। काफी समय लम्बे समय तक इंतजार करने के बाद आखिरकार यहां के लोगों को ट्रेन नसीब हुई। आज शुरु हुई ये ट्रेन नियमित तौर पर अलीराजपुर से वड़ोदरा के प्रतापनगर स्टेशन तक चलेगी। फिलहाल शहर में चलने वाली इस ट्रेन से लोग गुजरात के वड़ोदरा तक ट्रेन में सफर कर सकेंगे। यहां के अलावा अलीराजपुर-धार और टिही-धार रेल लाइन का काम चल रहा है। अब इसके तहत काम पूरा हो जाने के बाद इंदौर से गुजरात जाने का रास्ता सीधा मिल जाएगा। यही नहीं, अब यह ट्रेन जो शुरु हुई है वह छोटा उदयपुर-धार परियोजना के तहत अलीराजपुर तक चलेगी। इसके अलावा इंदौर-दाहोद रेल लाइन परियोजना के तहत टिही तक (22 किमी) तक का काम पूरा हो चुका है। अब यहां पर आगे सुरंग का काम चल रहा है।
दिवाली पर मिला बड़ा तोहफा
आदिवासी बाहुल्य जिला अलीराजपुर वासियों को पहली बार बहुत बड़ा तोहफा मिला है। यहां के लोगों को इस दिवाली पर बहुत बड़ा तोहफा मिला है। दिवाली पर यहां के लोगों को आजादी के 72 साल बाद बड़ा तोहफा मिला है। अलीराजपुर जिले में ट्रेन आने से लोग खुशी से झूम उठे। लोगों के लिए ये मौका दीवाली का भी था और होली का भी। यही नहीं, ट्रेन जैसे ही व्हिसिल मारती हुई स्टेशन पर पहुंची तो पटाखे और ढोल-ढमाकों की आवाज से आकाश गूंज उठा। जिले में इस ऐतिहासिक मौके को अपनी आंखों से देखने के लिए सांसद गुमान सिंह डामोर सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। पहली बार ट्रेन पहुंचने पर सांसद गुमानसिंह डामोर ने ट्रेन के ड्राइवरों और सहयोगी स्टाफ का फूल मालाओं से स्वागत किया। आज ही उन्होंने सबसे पहले रेलवे स्टेशन का लोकार्पण भी किया।