कोरोना: अहमदाबाद का यह मॉडल पूरे देश में लागू करने की सिफारिश
कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामले गुजरात (Gujrat) सरकार के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। कोरोना (Coronavirus) की चपेट में इस राज्य की राजधानी अहमदाबाद (Ahmedabad) भी है। मंगलवार तक यहां 2,378 मामले सामने आ चुके हैं। यहां लगातार बढ़ रहे मामलों पर नीति आयोग के अध्यक्ष अमिताभ कांत भी चिंता जता चुके हैं। कोरोना को रोकने की तैयारी की निगरानी केंद्र की टीम कर रही है। राज्य सरकार ने अहमदाबाद (Ahmedabad) और सूरत (Surat) जैसे बड़े शहरों में कोरोना वायरस (Coronavirus) को रोकने के लिए विशेष अभियान चला रखा है। इसी बीच में सरकार ने गांवों में कोरोना वायरस (Coronavirus) को रोकने के लिए खास अभियान चलाया जा है। यहां पर गांव-गांव 'ग्राम योद्धा कमेटी' (Gram Yodha Committees) का गठन किया गया है।
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गुजरात सरकार (Gujrat Government) की तरफ से गांवों में गठित की गई 'ग्राम योद्धा कमेटी' (Gram Yodha Committees) की केंद्रीय टीम (Central Teem) ने प्रशंसा की और इस मॉडल को राज्य के अन्य जिलों में भी लागू किए जाने की सिफारिश की है। केंद्रीय टीम ने अन्य राज्यों की सरकार को 'ग्राम योद्धा समिति' (Gram Yodha Committees) मॉडल अपनाने के लिए कहा है।
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केंद्रीय टीम की रिपोर्ट के बाद मंगलवार को गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि गुजरात (Gujrat) के अहमदाबाद (Ahmedabad) जिले में हर गांव में ग्राम योद्धा समिति (Gram Yodha Committees) का गठन किया गया है। गांव में गठित की गई समिति लोगों के घरों तक जरूरी सामान पहुंचाती है। इसके साथ ही सभी से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी कराती है।
अहमदाबाद (Ahmedabad) जिले में सरकार का विशेष ध्यान
केंद्रीय टीम (Central Teem) का अहमदाबाद (Ahmedabad) जिले पर खास ध्यान है। नगर निगम क्षेत्र में कोरोना वायरस (Coronavirus) अपने पांव पूरी तरह से पसार चुका है। यहां पर एक के बाद एक करके मामले बढ़ रहे हैं। यहां पर लगातार मामलों के बढ़ता देख गांव को सुरक्षित करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। गुजरात (Gujrat) के दौरे पर गई केंद्रीय टीम (Central Teem) ने अहमदाबाद (Ahmedabad) जिले के दस्क्रोई तहसील के कठवाडा, कणभा और झाणू गांव का दौरा कर लॉकडाउन (Lockdown) की स्थिति की जानकारी हासिल की। टीम को विस्तार से बताया गया कि किस तरह से गांव में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। यहां के शहर से लेकर गांव तक मोबाइल टेस्टिंग वैन सेवा भी शुरू की गई है। केंद्रीय टीम ने मोबाइल टेस्टिंग वैन सेवा पर संतुष्टि जताते हुए कहा कि इसे राज्य के अन्य शहरों में भी शुरू किया जाना चाहिए।
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'ग्राम्य योद्धा कमेटी' कैसे कर रही काम
गांवों को कोरोना वायरस से सुरक्षित रखने के लिए 'ग्राम योद्धा कमेटी' (Gram Yodha Committees) का गठन किया गया है। 'ग्राम योद्धा कमेटी' (Gram Yodha Committees) गांवों (Village) में सख्ती से लॉकडाउन (Lockdown) का पालन करवा रही है। अहमदाबाद (Ahamdabad) जिला विकास अधिकारी अरुण महेश बाबू ने बताया कि गांवों को कोरोना से सुरक्षित रखने के लिए हमारी तरफ से किए जा रहे प्रयास की केंद्रीय टीम (Central Teem) ने सराहना की है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा शुरू कोविड-19 (Covid-19) मोबाइल टेस्टिंग वैन और ग्राम योद्धा कमेटी (Gram Yodha Committees) का मॉडल देखकर टीम (Central Teem) ने इसे राज्य स्तर पर शुरू करने की सिफारिश की।
यही नहीं टीम (Central Teem) ने गांव (Village) में बने शेल्टर होम का भी निरीक्षण किया है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय टीम (Central Teem) ने सोमवार को कठवाडा गांव के शेल्टर होम का निरीक्षण किया। इसके अलावा कणभा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कणभा-कठलाल रोड पर स्थित मेडिकल टेस्टिंग कैंप का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि शहर से गांव में आने वाले लोगों का पहले तापमान टीम की तरफ से नापा जाता है। यहां पर संदिग्ध लक्षण पाए जाने पर सोला सिविल हॉस्पिटल में भेजा जाता है। टीम ने ग्राम योद्धा कमेटी (Gram Yodha Committees) के कार्य करने का तरीका जानने के लिए कणभा और झाणू गांव का दौरा भी किया।
'ग्राम योद्धा कमेटी' (Gram Yodha Committees) इसमें दिखा रही सख्ती
गांवों में संक्रमण को रोकने के लिए कमेटी बाहर से आने वाले सदस्यों को बिल्कुल ही प्रवेश नहीं करने दे दी है। गांव में सभी प्रवेश मार्गों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। गांव में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को लागू कराने से लेकर लॉकडाउन (Lockdown) का सख्ती से पालन किया जा रहा है। गांव में कौन-कौन आता है इसके लिए बकायदा रजिस्टर बनाया गया है। गांव में सामान बेचने आने वाले लोगों पर भी कोरोना के खतरे को देखते हुए प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब गांव में ही कमेटी हर जरूरी सामान की उपलब्धता करा रही है। अहमदाबाद (Ahmedabad) जिले में इस (Gram Yodha Committees) मॉडल को लेकर 464 ग्राम पंचायतें (Gram Panchayt) पूरी तरह से सक्रिय हैं। यहां के सरपंच (Sarpanch) पटवारियों ने गांव में अग्रणी भूमिका निभाने वाले लोगों को इस टीम का सदस्य बनाया है।
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