9 साल की मुस्कान अकेले फैला रही है शिक्षा की सुगंध

9 साल की लड़की का सपना क्या होता है? आमतौर पर देखा गया है कि इस उम्र की लड़कियां, कभी डॉक्टर, कभी टीचर या ऐसे किसी पेशे में जाने के बारे में बातें कर रही होती है। लेकिन आज हम जिस 9 साल की लड़की के बारे में बताने जा रहे हैं वो इसी उम्र में अपने बराबर लड़कियों को न सिर्फ पढ़ा रही है, बल्कि वो उनको पढ़ने के लिए किताबें भी दे रही है।
द लॉजिकल इंडियन में छपी खबर के मुताबिक भोपाल के भीमनगर की रहने वाली मुस्कान अहिरवार झुग्गियों में रहने वाले बच्चों के लिए न सिर्फ लाइब्रेरी लगाती है, वो उन लोगों को पढ़ना भी सिखाती है। 9 साल की उम्र में ज्यादातर बच्चे खेलना पसंद करते हैं, लेकिन मुस्कान अपनी बहन की मदद से इन बच्चों के लिए पढ़ाई की व्यवस्था करती है।
लाइब्रेरी में किताबों की भरमार
शुरुआत में मुस्कान ने 120 किताबों के साथ लाइब्रेरी की शुरुआत की, और अपने आसपास रहने वाले गरीब बच्चों को पढ़ने के लिए जागरूक किया। मुस्कान के इस प्रयास को देखते हुए राज्य शिक्षा केंद्र ने मुस्कान को उन बच्चों को पढ़ाने के लिए और किताबें मुहैया कराई हैं। अपने इस काम से मुस्कान काफी लोकप्रिय भी हो गई हैं। उनके पास इस समय लाइब्रेरी में किताबों की भरमार है। हालांकि उन बच्चों को पढ़ाने के लिए मुस्कान को अभी तक किसी जगह की नहीं मिल पाई है, इसलिए वो घर के बगल में कहीं भी अपनी क्लास सजा लेती हैं। मुस्कान से पढ़ने के लिए झुग्गियों से बच्चे आते भी हैं और बड़े मन से पढ़ाई भी करते हैं।
डॉक्टर बनना चाहती हैं मुस्कान
हालांकि अभी तो मुस्कान की रुचि पढ़ने और पढ़ाने में जरूर है लेकिन वो आगे पढ़ाई करते हुए डॉक्टर बनना चाहती हैं। मुस्कान का सपना है कि ये बच्चे भी पढ़ करके आगे अपनी जिंदगी में अपनी मर्जी से कुछ बन जाएं। मुस्कान के इस काम को देखते हुए राज्य के शिक्षा बोर्ड ने उनसे मुलाकात करने के लिए वहां का दौरा किया जहां वो पढ़ाती हैं। इस दौरान बोर्ड की कमिटी ने एक क्विज रखा, जिसमे मुस्कान विजेता बनीं। इसके बाद कमिटी ने मुस्कान की पढ़ाई का खर्च उठाने का निर्णय लिया है। यही नहीं मुस्कान को नीति आयोग की तरफ से 'Thought Leader' का अवार्ड भी मिल चुका है।
मुस्कान का परिवार
आपको बता दें मुस्कान के पिता एक कारपेंटर (बढ़ई) हैं और उनकी बड़ी बहन नेहा जो कि मुस्कान को किताबे इकठ्ठा करने में मदद करती हैं। मुस्कान के इस काम से उसके घर वाले उस पर फक्र करते हैं। मध्य प्रदेश यूनिसेफ के फील्ड ऑफिसर ने माइकल जुमा ने मुस्कान की तारीफ करते हुए कहा कि लोगों को मुस्कान से सीख लेनी चाहिए और इस बात को और फैलाना चाहिए जिससे कि मुस्कान की लाइब्रेरी की पहुंच ज्यादा से ज्यादा लोगों तक हो।
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