क्रिसमस पर कूड़े में मिली एक दिन की बच्ची, इस दंपति ने कर दिया कमाल

क्या कोई मां-बाप इतना जालिम हो सकता है कि वो अपने एक दिन के बच्चे को मरने के लिए कचरे के ढेर में छोड़ दे! इस तरह की घटना के पीछे कहानी जो भी हो, पर इसके आगे की जो कहानी है वो आपको खुश कर देगी।
आज भी समाज में ऐसे लोग हैं जिनके अंदर संवेदना बची हुई है। तभी तो कचरे के ढेर में पड़ी एक दिन की बच्ची को न सिर्फ उन लोगों ने नया जीवन दिया, बल्कि पूरे जीवन के लिए उसे अपना लिया।
झांसी की है घटना
दैनिक भाष्कर के मुताबिक यूपी के झांसी में 25 दिसंबर को किसी मां ने कचरे के ढेर पर एक दिन की बच्ची को ठंड में छोड़ दिया। इस बच्ची को एक पुलिस वाले और उसकी पत्नी ने अपना लिया। दोनों ने मिलकर बच्ची का नाम यीशु रखा है। उनका कहना है कि बच्ची उनके लिए क्रिसमस का तोहफा है। दंपत्ति के इस कदम को जिसने भी सुना वो उन्हें सेल्यूट कर रहा है।
कैसे मिली बच्ची?
आपको बता दें, झांसी के नवाबाद थाना क्षेत्र के पास पुलिस कॉलोनी में एक खंडहरनुमा भवन है। इस भवन के पास कचरे के कई ढेर भी हैं। आस-पास लोगों ने किसी बच्चे के रोने की तेज आवाज सुनी। लोग खंडहर की तरफ गए तो दंग रह गए। वहां एक नवजात बच्ची ठंड में कूड़े के ढेर पर पड़ी हुई थी। सूचना मिलने पर पुलिस कॉलोनी में रहने वाले अतीश यादव और उनकी पत्नी अंजू यादव भी मौके पर पहुंच गए।
अतीश ने बच्ची को गोद ले लिया
अतीश यादव झांसी के सीपरी बाजार थाने में इस समय सिपाही के पद पर तैनात हैं। उन्होंने तुरंत ही बच्ची के लिए नए कपड़े खरीदे। उसे कपड़े पहनाए। इसके बाद उन्होंने नवाबाद थाना पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर बच्ची को गोद लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी।
डॉक्टरी जांच कराई
अतीश ने बताया कि ये सब काम आनन-फानन करने के बाद वो बच्ची को लेकर डॉक्टर्स के पास पहुंचे। वहां डॉक्टर्स ने बच्ची को पूरी तरह से स्वस्थ बताया। डॉक्टर्स के मुताबिक, बच्ची सिर्फ एक दिन की थी।
अभी तक अतीश की पत्नी की गोद थी सूनी
अतीश की पत्नी अंजू ने बताया कि दो साल पहले उनकी शादी हुई। अभी उनका कोई बच्चा नहीं है। अब ये बच्ची ही उनकी बेटी है। अंजू ने कहा कि कोई कैसे एक दिन पहले जन्मी मासूम को इस तरह ढेर पर फेंक सकता है। जिसने इसे जन्म दिया वो जरूर देख रही होगी। कोई और नहीं है, अब मैं ही इसकी असली मां हूं।
बच्ची की नाम रखा यीशु
अतीश दंपति ने क्रिसमस पर मिलने के कारण इस बच्ची का नाम यीशु रखा है। अंजू का कहना है कि क्रिसमस पर भगवान ने उन्हें तोहफा दिया है। इसलिए भगवान के नाम पर ही इसका नाम होना चाहिए।
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