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सोसाइटी

5 साल में 1300 सांपों को बचा चुका है ये होमगार्ड

16 February 2019

तेलंगाना के वनारपथी में होमगार्ड चीर्ला कृष्णा सागर ने अपनी लंबी ड्यूटी खत्म की। वह अभी आराम करने के लिए बैठने ही वाले थे कि उनका फोन बज गया। उधर से एक काफी डरी हुई आवाज आई - मेरे घर में सांप आ गया है। कृष्णा सागर ने अपना हेलमेट उठाया और तुरंत बाइक से उस सांप को बचाने निकल गए। कृष्णा सागर ने सांपों को बचाने की शुरुआत 5 साल पहले की थी, जब एक रैट-स्नेक ने उन्हें काट लिया है। हालांकि ये सांप जहरीले नहीं होते हैं लेकिन ये बात उन्हें नहीं पता थी। हम में से ज्यादातर लोगों की तरह कृष्णा सागर को भी यही लगता था कि सांपों का मतलब ही खतरा होता है।

विश्व रेडियो दिवस: आप सुन रहे हैं...रेडियो की दिलचस्प कहानी

13 February 2019

रेडियो एक ऐसा शब्द है, जिससे हर कोई शख्स पूरी तरह से वाकिफ होगा। तेजी से बदलते दौर में भले ही इसकी जरूरत कुछ कम हुई हो, लेकिन 1906 में पहले रेडियो सिग्नल प्रसारण के बाद से ही यह छोटा सा उपकरण पूरी दुनिया में छा गया था। आज के दौर में जैसे सोशल मीडिया समाज से जुड़ने का शक्तिशाली माध्यम है, वैसे ही कभी रेडियो भी था, जिसने दुनिया के एक सिरे को दूसरे से जोड़ने में प्रमुख भूमिका निभाई। आज विश्व रेडियो दिवस पर जानिए लोगों में कैसी रहती थी रेडियो के लिए दीवानगी।

शहीद समीर की पत्नी का भावुक करने वाला पोस्ट, 'और कितनी देनी होंगी कुर्बानियां...'

13 February 2019

बेंगलुरु में एक फरवरी को मिराज 2000 एयरक्राफ्ट क्रैश होने के दौरान अपनी जान गंवाने वाले शहीद स्‍क्‍वाड्रन लीडर समीर अबरोल की पत्नी गरिमा अबरोल ने भावुक कर देने वाली पोस्ट फेसबुक पर लिखी हैं। बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले ही उनके भाई सुशांत अब्रॉल ने सोशल मीडिया पर एक कविता लिखी थीं, उन्होंने अपने भाई को गंवाने का दर्द कविता के माध्यम से बताया था। उनके बाद अब उनकी पत्नी गरिमा अबरोल ने कविता लिखकर व्यवस्था पर सवाल उठाए है। गरिमा अबरोल ने फेसबुक पर पोस्ट करके जहां एक तरफ पति को खोने का दर्द बयां किया है, तो वहीं दूसरी तरफ सिस्टम को आईना दिखाने की कोशिश की है। गाजियाबाद के गांधीनगर के समीर अबरोल रहने वाले है। संजीव के पिता कारोबारी और मां सुषमा हाउस वाइफ हैं। छोटा भाई सुशांत अबरोल फैशन डिजाइनर है। 

वीडियो में देखिए : कैसे किरण बेदी लगा रही हैं हेलमेट न लगाने वालों की क्लास

12 February 2019

दिल्ली के ट्रैफिक की ये जिम्मेदारी महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी को सौंपी गईं तो उन्होंने बखूबी इसे निभाया था। अपने सख्त रवैये के कारण वो चर्चा में भी रहीं। इन दिनों वह पुडुचेरी की राज्यपाल हैं और उनका एक वीडियो आजकल सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में किरण बेदी सड़क पर बाइक सवारों को नसीहत देते नजर आ रही हैं।  इस वीडियो में किरण बेदी हेलमेट ना पहनकर बाइक चलाने वालों की जमकर क्लास लगाती दिख रही हैं। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से इसका वीडियो भी पोस्ट किया है। किरण बेदी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'पुडुचेरी में हेलमेट पहनने का चलन नहीं है और यहां के मुख्यमंत्री लगातार ऐसा नियम लागू करने का विरोध करते रहते हैं। जबकि हेलमेट न लगाने की वजह से हर तीसरे दिन एक जानलेवा दुर्घटना होती है। आखिर लोग कहां से शुरुआत करेंगे?' ये भी पढ़ें: बहन की शादी के लिए इस एथलीट ने ऐसे जुटाए पैसे

पैरालाइज्ड मां के लिए घर में बनाई मोबाइल बायो टॉयलेट चेयर, हो गया मशहूर

12 February 2019

कहते हैं आवश्यकता ही आविष्कार की जननी होती है। ऐसा ही कुछ मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले जयसिंह नरवरिया ने कर दिखाया है। मां को आए पैरालिसिस अटैक ने उन्हें ऐसा आविष्कार करने के लिए प्रेरित किया। मां को टॉयलेट के लिए हो रही परेशानी के चलते जयसिंह ने ऐसी चेयर का आविष्कार किया है, जिससे पैरालिसिस के अलावा चलने फिरने से लाचार मरीजों को सहूलियत होती है। यह बायो टॉयलेट सीट कहीं भी ले जाई जा सकती है। इसमें ऐसे कई फीचर है जिसकी वजह से इसको विशाखापट्टनम में आयोजित हुए इनोवेशन फेयर में इंटरनेशनल गोल्ड इनोवेशन अवार्ड से सम्मानित किया गया है। इसकी लागत केवल 15000 रुपए है।

प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला के लिए फरिश्ते बने सेना के ये जवान

12 February 2019

श्री नगर के ललदेद अस्पताल में गुलशना बेगम ने दो जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया है, वो बार-बार भारतीय फौज का शुक्रिया अदा कर रही हैं क्योंकि आज वो और उनकी बच्चियां सेना के जवानों की वजह से ही सही सलामत हैं।  गुलशना ने बताया कि अगर फौजी नहीं आते तो न मैं जिंदा होती और न मेरी ये लाडलियां। श्री नगर के बांडीपोर के एक गांव की गुलशना की प्रसव पीड़ा जब बढ़ी तो आस-पास के इलाकों में तीन से चार फुट बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई थी। आस-पास न कोई अस्पताल था और न डॉक्टर। पति के भी समझ में नहीं आ रहा था कि किससे मदद मांगें, कहां जाएं। फिर उन्हें याद आया अपने गांव से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित सैन्य शिविर का नंबर। उन्होंने वहां फोन किया और कंपनी कंमाडर ने फोन उठाया। गुलशना के पति ने भर्राये गले से बोला कि अगर मेरी पत्नी यूं ही घर में तड़पती रही तो सिर्फ वही नहीं उसके पेट में पल रहा बच्चा भी मर जाएगा। फोन सुनने वाले अधिकारी ने उसे दिलासा देते हुए कहा कि बस कुछ और देर इंतजार करो, तुम्हारे पास पहुंच रहे हैं।ये भी पढ़ें: दूसरी नौकरी में रहते हुए इस युवक ने पास की बीपीएससी, मिलेगा यह पद

2 साल का बच्चा बना सबसे कम उम्र का ऑर्गेन डोनर, बचाईं 4 जिंदगी

12 February 2019

दो साल का एक बच्चा महाराष्ट्र का सबसे कम उम्र का अंगदाता बन गया है। मुंबई के इस बच्चे ने 4 लोगों की जिंदगी बचाई है। ये बच्चा ब्रेन डेड हो गया था, जिसके बाद डॉक्टर्स ने उसके अंगों का इस्तेमाल करके गंभीर बीमारी से जूझ रहे 4 लोगों को नई जिंदगी दी। इस बच्चे का दिल, दोनों किडनी, लिवर और कॉर्निया डोनेट की गईं। 

एयर होस्टेस ने अपनी सूझबूझ से टाला बड़ा हादसा

09 February 2019

सभी फ्लाइट अटेंडेंट्स को ट्रेनिंग दी जाती है कि आपातकालीन स्थिति जैसे कि विमान में आग लग जाए तो क्या करें या फिर विमान में कोई तकनीकी खराबी आ जाए तो कैसे संभाले और क्या करें। हालांकि, ज्यादातर उनकी ट्रेनिंग फ्लाइट के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए होती है, लेकिन हाल ही में मुबई की एक एयरहोस्टस ने इसी ट्रेनिंग की बदौलत एक बड़ा हादसा होने से बचा लिया। 

बहन की शादी के लिए इस एथलीट ने ऐसे जुटाए पैसे

08 February 2019

खिलाड़ियों के संघर्ष की कहानी समय-समय पर हमें पढ़ने को मिलती है। हमारे यहां प्रतिभाओं की कमी नहीं हैं, देश के हर कोने में कोई न कोई खिलाड़ी मौजूद है। और ये ऐसे हैं जो बिना किसी सुविधा के बेहतर प्रदशर्न करते हैं। अपने दम पर विश्व में भारत का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों में महाराष्ट्र की एथलीट पूनम सोनूने का नाम भी शामिल हो गया है जो देश की जिम्मेदारी के साथ अपने घर की जिम्मेदारी को भी बखूबी निभा रही हैं। पूनम सोनूने ने अपनी बहन की शादी के पैसे जुटाने के लिए रेस में भाग लिया और जीत भी हासिल की। यह भी पढ़ें: दूसरी नौकरी में रहते हुए इस युवक ने पास की बीपीएससी, मिलेगा यह पद

बेटे की शादी में सिर्फ 18000 रुपये खर्च करेंगे ये आईएएस ऑफिसर

08 February 2019

इस वक्त शादियों का सीजन चल रहा है। आते-जाते हुए आपको अक्सर बड़े-बड़े रिजॉर्ट्स, लॉन्स में सजावट दिख जाती होगी। महंगा वेन्यू और महंगा मेन्यू, आजकल लगभग हर कोई अपनी शादी में चाहता है। लोग सिर्फ सजावट पर ही लाखों रुपये खर्च कर देते हैं, लेकिन आंध्र प्रदेश के आईएएस ऑफिसर अपने बेटे की शादी में सिर्फ 18 हजार रुपये खर्च कर रहे हैं। अधिकारी बसंत कुमार ने अपनी शादी में भी ढाई हजार रुपये का ही खर्च किए थे और अपनी बेटी की शादी में सिर्फ 16000 रुपये। 

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