इमरजेंसी मोबाइल ऐप '112 इंडिया' लांच, जानिए महिलाओं के लिए क्यों है खास

लगातार महिला सुरक्षा को लेकर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं लेकिन इसके बावजूद भी पूरी तरह से इसका समाधान नहीं निकल पाया है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने नागालैंड और हिमाचल की महिलाओं के लिए विशेष '112 इंडिया' आपात सेवा मोबाइल ऐप लॉन्च किया। इस ऐप के की मदद से आवश्यकता वाले मुद्दे पर मदद मांगी जा सकती है।
गृहमंत्री ने बताया कि इस ऐप में के एक विशेष महिला सुरक्षा फीचर ‘शाउट’ पर क्लिक करते ही पूरे देश में तत्काल पुलिस या किसी वालंटियर की मदद परेशानी में फंसी महिला को मिल जाएगी। इसके अलावा यह ऐप किसी परेशान महिला की मौजूदगी की जगह का पता लगाने के लिए जीपीएस सिस्टम का भी इस्तेमाल करेगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि देश के विकास और प्रगति के लिए महिलाओं को सुरक्षित और संरक्षित वातावरण देने की जरुरत है। अगर हम अपने शहरों और बस्तियों को सुरक्षित बनाते हैं, तो महिलाएं स्वयं देश की प्रगति में भाग लेंगी और देश आगे बढ़ेगा।
ऐप कैसे करेगा काम
112 इंडिया एप के ‘शाउट’ फीचर को सरकार की तरफ से 4.84 करोड़ रुपये खर्च कर बनाए गए इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) से जोड़ा गया है। इस सिस्टम के साथ पूरे देश में वालंटियर पंजीकृत किए गए हैं। कोई भी महिला परेशानी में फंसने पर इस फीचर पर क्लिक करेगी तो यह सिस्टम तत्काल उसके आसपास मौजूद किसी भी वालंटियर को उसकी मदद के लिए सिग्नल भेज देगा। यह ऐप परेशानी में फंसी महिला को जीपीएस की मदद से ट्रैक कर मदद पहुंचाने में भी वालंटियर की मदद करेगा।
नागालैंड पूर्वोत्तर में इस ऐप की शुरुआत करने वाला पहला राज्य और हिमाचल प्रदेश के बाद देश का दूसरा राज्य बन गया है। नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने कहा कि इस ऐप की शुरुआत सही वक्त पर हुआ है क्योंकि आज से 19वां हॉर्नबिल उत्सव शुरू हुआ है और इसमें अगले 10 दिन में लाखों लोग हिस्सा लेंगे। यह व्यवस्था अमेरिका के ‘911’ इमरजेंसी नंबर जैसी होगी, जिसे घुमाते ही वहां सभी तरह की आपात सेवाएं मिल जाती हैं।
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