बदेलगी परीक्षा व्यवस्था, अब एनटीए कराएगी नीट, जेईई व नेट परीक्षा

पिछले काफी लम्बे समय से देश में परीक्षा व्यवस्था को और मजबूत व विश्वास में बनाए रखने के लिए चल रही व्यवस्था में आखिरकार परिवर्तन कर दिया गया है। शनिवार को केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने उसकी घोषणा कर दी है।
उन्होंने कहा कि अब नैशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ही एनईईटी, जेईई और नेट के एंट्रेंस एग्जाम कराएगी। बता दें कि अभी तक ये सभी एग्जाम सीबीएसई द्वारा ही कराए जाते थे। यही नहीं अब जेईई मेन्स और एनईईटी (NEET) की परीक्षा साल में दो बार कराई जाएगी। यह व्यवस्था नए शैक्षिक सत्र में लागू कर दी जाएगी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि नैशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) दिसंबर में होगा। यही नहीं अब जेईई मेन्स का एग्जाम जनवरी और अप्रैल में होंगे। एनईईटी की परीक्षा का भी आयोजन फरवरी और मई में ही कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्टूडेंट एनईईटी के लिए दो बार अपीयर हो सकते हैं और सबसे ज्यादा नंबर पाने वाले को एडमिशन के लिए चुना जाएगा। जेईई (मेन्स) के लिए भी कैंडिडेट्स दो बार अपीयर हो सकते हैं।
अब कम्प्यूटर बेस्ड होगी परीक्षा
अभी तक यह सभी एग्जाम लिखित रुप से होते थे, लेकिन आने वाले दिनों में अब यह सभी एग्जाम कम्प्यूटर बेस्ड ही होंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए इन सभी एग्जामों को कम्प्यूटर बेस्ड किया गया है। उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर बेस्ड के लिए स्टूडेंट घर पर तैयारी कर सकते ही हैं या अथॉराइज्ड कम्प्यूटर सेंटर पर मुफ्त में इसका लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे सेंटरों की जानकारी जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्लेबस, क्वेश्चन फॉर्मेट, भाषा और फीस में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह परीक्षा महीनों नहीं बल्कि 4 से 5 दिनों में सम्पन्न हो जाया करेगी। जब उनसे पूछा गया कि एसएससी भी कम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट है, लेकिन उसमें भी चीटिंग स्कैंडल सामने आ चुके हैं तो जावड़ेकर ने कहा कि एनटीए मॉड्यूल में स्क्रीन शेयरिंग की सुविधा नहीं होती है।
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