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सोसाइटी

Blue star

ऑपेरशन ब्लू स्टार के 39 साल पूरे, क्या है इसका इतिहास?

06 June 2023

जून के महीने में साल 1984 में अमृतसर, पंजाब के स्वर्ण मंदिर में ऑपरेशन ब्लूस्टार चलाया गया था। भारतीय सेना के इस ऑपरेशन को इस महीने 39 साल पूरे हो गए हैं। इस ऑपरेशन नेतृत्व जरनैल सिंह भिंडरावाले ने किया था जो सिख मदरसा दमदमी टकसाल के एक समय के नेता थे और एक प्रमुख व्यक्ति थे। उस समय अलगाववादी खालिस्तान आंदोलन काफी बढ़ रहा था। ऑपरेशन ब्लूस्टार की वजह से खालिस्तान के प्रभाव में आने वाले सिख समुदाय में गुस्सा भर गया। उन्होंने अपने धर्मस्थल पर किए गए ऑपरेशन को अपने विश्वास पर हमले के रूप में देखा और 39 साल बाद भी, यह भारतीय इतिहास का एक विवादास्पद किस्सा बना हुआ है।

Howard

विश्व की पांच सबसे बड़ी यूनिवर्सिटीज में से 4 की हेड बनेंगी महिलाएं

06 March 2023

पहली बार, दुनिया के पांच शीर्ष विश्वविद्यालयों में से चार - ऑक्सफोर्ड, हार्वर्ड, कैम्ब्रिज और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) - की हेड महिलाएं बनने जा रही हैं। टाइम्स हायर एजुकेशन की वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल जुलाई तक यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

War room

इलेक्टोरल पॉलिटिक्स की नई उम्मीद है डिजिटल वॉर रूम

10 August 2022

वजह कोविड हो या तेज़ी से बदलती टेक्नोलॉजी, आजकल सब कुछ ऑनलाइन ही हो रहा है। डॉक्टर्स से ट्रीटमेंट कराना हो या बच्चों को पढ़ाना हो, सब ऑनलाइन है। ऐसे में हमारे राजनीतिक दल क्यों पीछे रहते। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में जब कोरोना की वजह से रैली करने पर प्रतिबंध लग गया था तब ज़्यादातर बड़ी पार्टियों ने वर्चुअल रैली आयोजित कीं। इन रैलियों में लोगों ने उसी तरह बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया जैसे सामान्य रैली में लेते थे, बस इस बार तरीका थोड़ा अलग था। लोग एक मैदान में पड़ी कुर्सियों पर बैठ कर अपने नेता को सुनने के बजाय अपने घर पर बैठकर मोबाइल या लैपटॉप के ज़रिए उन्हें सुन रहे थे। हो सकता है कि ऐसा पहली बार हुआ हो लेकिन आने वाला ज़माना इसी का है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए लखनऊ के पॉलिटिकल स्ट्रैटजिस्ट निखिल श्रीवास्तव ने एक ऐप लॉन्च की है - वॉर रूम। 

Lab provider

लैब प्रोवाइडर : कम खर्च में क्वालिटी सर्विस का हेल्थटेक स्टार्टअप

04 August 2022

डायग्नोसिस, टेस्ट्स और हेल्थ चेकअप कराने में आमतौर पर काफी समय लगता है। ज्यादातर मामलों में आपको अपनी हेल्थ रिपोर्ट लेने के लिए भी काफी चक्कर काटने होते हैं। हालांकि, कई हेल्थटेक स्टार्टअप आ गए हैं जो डायग्नोसिस, टेस्ट्स, हेल्थ चेकअप, डॉक्टर्स से कंसल्टेशन, मेडिसिन और ट्रीटमेंट में काफी मदद कर रहे हैं और इस प्रक्रिया को आसान बना रहे हैं। ऐसा ही एक हेल्थटेक स्टार्टअप है लैब प्रोवाइडर। यह स्टार्टअप डायग्नोस्टिक लैब का एक ऑनलाइन एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म है। लैब प्रोवाइडर डायग्नोस्टिक लैब्स और लोगों के बीच एक चेन की तरह काम करता है। आप यहां से अपने टेस्ट्स बुक कर सकते हैं और आपको रिपार्ट ऑनलाइन मिल जाएगी। यही नहीं यहां से आपको डिस्काउंट भी मिलेगा। लैब प्रोवाइडर दावा करता है कि आपको उनके यहां से बेस्ट सर्विस कम कीमत में मिलेगी। 

Hamirpur Bus Accident

हमीरपुर बस दुर्घटना में घायल हुए लोगों को मिला योगी सरकार का साथ

29 April 2022

उत्तर प्रदेश सरकार बीते दिन हमीरपुर में रोडवेज की दो बसों की भिडंत से लगी आग में घायल हुए 3 दर्जन यात्रियों को राहत पहुंचा रही है। खबर मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान घटना का लिया। प्रशासन  को घायलों की मदद करने के लिए निर्देश दिए। जिसके बाद प्रशासनिक अमला घायल लोगों के लिए उचित व्यवस्था बनाने में जुट गया। बात दें कि योगी सरकार घायलों को आर्थिक राहत पहुंचाने का काम भी कर रही है। इसके तहत प्रशासन ने मामूली घायलों को 5 हजार और गंभीर घायलों को 20 हजार की आर्थिक राहत दी है।

Energy Minister A.K.Sharma

यूपी में बिजली कटौती को लेकर आया ऊर्जा मंत्री का बयान, जानिए क्या कहा

27 April 2022

उत्तर प्रदेश में बढ़ती गर्मी के बीच यहां के गांव और कस्बों में घंटों बत्ती गुल रहने लगी है। जिसकी शिकायत राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास पहुंची। सोमवार को सीएम ने अधिकारियों से बात करके बिजली की आपूर्ति को सुनिश्चित करने और बिजली चोरी पर नकेल कसने के निर्देश दिए हैं। इसी बीच राज्य के ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने बिजली कटौती का कारण बताते हुए कहा है कि गर्मी में बढ़ती मांग के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि आधिकारिक तौर पर, ग्रामीण क्षेत्रों में आपूर्ति 16 घंटे, नगर पंचायत कस्बों को 21 घंटे और तहसील मुख्यालयों को 21 घंटे से अधिक की है, जबकि जिला मुख्यालयों, नगर निगमों और बड़े शहरों को बिजली कटौती से छूट दी गई है।

CM Yogi Adityanath

क्या हुआ जब सीएम के नाम से ‘योगी’ हटाने के लिए हाईकोर्ट में दायर की हुई याचिका

26 April 2022

उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक जीत दर्ज करके दोबारा मुख्यमंत्री के पद पर काबिज हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम से ‘योगी’ हटाने को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर हुई है। याचिकाकर्ता ने याचिका में लिखा है कि सीएम अपने नाम में ‘योगी’ शब्द को डॉक्टर या इंजीनियर के टाइटल की तरह प्रयोग कर रहे हैं। इसको लेकर हाई कोर्ट के जस्टिस राजेश बिंदल और जस्टिस पीयूष अग्रवाल की बेंच ने सुनवाई की। कोर्ट ने याची पर एक लाख रुपये का हर्जाना भी लगाने के साथ इस जनहित याचिका को खारिज कर दिया है। वहीं, 6 हफ्ते में रकम जमा करने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, हर्जाने की यह रकम विकलांग केंद्र को दी जाएगी।

Bible controversy

क्या है कर्नाटक में शुरू हुआ बाइबिल विवाद, साम्प्रदायिक विवादों में जुड़ी एक और कड़ी

25 April 2022

कर्नाटक काफी समय से साम्प्रदायिक विवादों की वजह से सुर्खियों में बना हुआ है। स्कूल में हिजाब पहनने पर विवाद के बाद अब बाइबिल के पाठन पर विवाद तूल पकड़ रहा है। दरअसल, एक प्राइवेट स्कूल के निर्देशों की सूची में लिखा गया है कि पैरेंट्स अपने बच्चों को बाइबिल ले जाने के लिए मना नहीं करेंगे। प्रत्येक बच्चे को अनिवार्य रूप से बाइबिल लानी होगी और पढ़ना होगा। वहीं, मामले का पता चलते ही हिंदू संगठन इसके विरोध में उतर आए हैं। उनका कहना है कि यह कर्नाटक शिक्षा अधिनियम का उल्लंघन है।

CM Yogi Adityanath

पैसे के अभाव में बच्चों की नहीं छूटेगी पढ़ाई, सीएम योगी उठाएंगे खर्च

23 April 2022

योगी सरकार राज्य के आर्थिक रूप से कमज़ोर विद्यार्थियों को एक सौगात देने जा रही है। यूपी में किसी भी विद्यार्थी को पैसों के अभाव की वजह से उच्च स्तरीय पढ़ाई नहीं रोकनी पड़ेगी। यदि कोई विद्यार्थी इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए इच्छुक है तो वह अपनी आर्थिक स्थिति की चिंता किए बगैर अपनी डिग्री पूरी कर सकेगा। इसमें योगी सरकार उनके साथ खड़ी होगी। स्नातक स्तर की सामान्य पढ़ाई से लेकर राजकीय कॉलेजों से इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई का खर्च उठाएगी। 

former secretary of swami prasad maurya arrested

स्वामी प्रसाद मौर्य का पूर्व सचिव गिरफ्तार, सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर करता था ठगी

21 April 2022

उत्तर प्रदेश में एसटीएफ ने ठगी के करने वाले एक गिरोह को धरदबोचा है। खास बात यह है कि इस गिरोह में योगी कैबिनेट के पूर्व श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के सचिव रहे अरमान खान भी शामिल हैं। एसटीएफ इससे पहले भी पांच अन्य आरोपियों को लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र से पकड़ चुकी है। सभी से पूछताछ जारी है। अरमान खान को दो दिन पहले ही एसटीएफ ने कुशीनगर जिले के पडरौना से उठाया था। पूछताछ के बाद गुरुवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

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