यूपी : 2022 की तैयारी में बीजेपी इन नेताओं को दे सकती है बड़ी जिम्मेदारी, कयासों का दौर जारी
Posted By: Ashutosh Ojha
Last updated on : March 13, 2020

उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनैतिक पार्टियों की तैयारी अब शुरू हो चुकी है। बीजेपी, कांग्रेस, सपा के साथ बसपा भी अपने नये संगठन को आखिरी टचअप देने की तैयारी बना चुकी है।
हाल ही में समाजवादी पार्टी ने अपने कई नये राजनीतिक रणबाकुरों को कमान सौंपी है। आपको बता दें कि 28 नवंबर 2019 को समाजवादी पार्टी ने 15 जिलों के जिला अध्यक्ष घोषित किये। फिर 15 दिसंबर को तीन अन्य जिलों के जिला अध्यक्षों को जिम्मेदारी सौंपी। इसके साथ ही सपा ने अपने फ्रंटल संगठनों में भी कई बदलाव कर नई तैनाती की। जिसमें बलिया के अरविन्द गिरी को युवजन सभा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
इसी क्रम में अगर बसपा और सपा की बात करें तो यहाँ भी भारी बदलाव हुए है। आने वाले समय में भारी बदलाव की पूर्ण संभावना भी जताई जा रही है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने जिस तरह से उत्तर प्रदेश को एक विशेष प्लान के तहत बनाया है उससे ये साफ़ जाहिर है 2022 के चुनाव में कांग्रेस एक नये रूप में दिखने को मिलेगी।
इसी क्रम में उत्तरप्रदेश की सत्तासीन पार्टी बीजेपी में भी सुबुगाहट शुरू हो चुकी है। पहले भी कई छोटे छोटे बदलाव बीजेपी ने किये है। लेकिन इन दिनों राजनीति के गलियारों से मीडिया के तमाम घरानों में एक खबर है जो आग की तरह फ़ैल रही है। वो खबर है कि बीजेपी अपने कई नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी संगठन में देने जा रही है।
यूपी की पूर्व मंत्री अनुपमा जायसवाल जिन पर मंत्री रहते हुए कई भ्रस्टाचार के आरोप लगे जिसके बाद उनसे मंत्री पद ले लिया गया। अब उन्हें एक नई जिम्मेदारी संगठन में दिए जाने की खबर आ रही है। अनुपमा जायसवाल को संगठन में महामंत्री बनाया जा रहा है इसके साथ ही भाजयूमो के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष यदुवंशी को मेन बॉडी में महामंत्री या उपाध्यक्ष बनाये जाने की संभावना जताई जा रही है।
2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कुछ नये चेहरों को फ्रंट लाइन में रखकर ओपनिंग बैटिंग कराई थी। 2022 में भी बीजेपी शायद एक बार फिर नये खिलाड़ियों पर विश्वास जता रही है। अब ये तो आने वाला समय बताएगा कि किस पार्टी की रणनीति कामयाब रही और किसे फिर अफ़सोस करना पड़ेगा। वैसे अभी तो सभी दल जनता के बीच अपनी अपनी रणनीति के तहत पहुँचने की कोशिश करेंगें। आने वाले समय में ये देखना काफी दिलचस्प होगा कि जनता किसे अपना समर्थन देकर प्रदेश की कमान सौंपती है।
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...
