सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर बड़ा खुलासा, पाकिस्तान फिर हुआ बेनकाब

सर्जिकल स्ट्राइक पर देश में सियासती दलों के बीच गर्मा-गर्मी काफी तेज है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केंजरीवाल ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर प्रधानमंत्री की तारीफ की थी लेकिन साथ ही कहा कि दुनिया को सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत दिया जाना चाहिए।
वही कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने टि्वटर पर कहा, "प्रत्येक भारतीय पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक्स चाहता है, लेकिन भाजपा की तरह राजनीतिक फायदे के लिए नहीं फर्जी स्ट्राइक्स नहीं चाहिए।
इस बीच अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने सर्जिकल स्ट्राइक पर बड़ा खुलासा करते हुए एक रिपोर्ट प्रकाशित की है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक एलओसी पार रहने वाले प्रत्यक्षदर्शियों ने पिछले सप्ताह भारतीय सेना द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का आंखों देखा हाल बताया है।
ये रिपोर्ट पाकिस्तान के उस दावे को झूठा साबित करती है जिसमें पाकिस्तान ने कहा है कि ये एक रूटीन कार्रवाई थी और किसी तरह की कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई है।
चश्मदीदों ने बताया है कि किस तरह सर्जिकल स्ट्राइक में मारे गए आतंकवादियों के शव को 29 सितंबर सुबह, ट्रकों में भर कर ले जाया गया। चश्मदीदों के मुताबिक सेना की ताबड़तोड़ फायरिंग की, हालांकि गोलीबारी कम समय के लिए की गई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक चश्मदीदों की यह जानकारी भारत के सर्जिकल स्ट्राइक का दावा सही साबित कर सकती है।
सोसाइटी से
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