विधायक अदिति सिंह के चचेरे भाई को प्रियंका गांधी कांग्रेस में करेंगी शामिल
कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली में अपने को मजबूती देने के लिए कांग्रेस पूरी तरह से लग गई है। मां सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र में आने वाले समय में बीजेपी सेंध न मारने पाए इसलिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अभी से ही मजबूती देने की पहल शुरू कर दी है। पार्टी यहां पर विधायक अदिति सिंह के चचेरे भाई और पूर्व सांसद स्व. अशोक सिंह के बेटे मनीष सिंह को शामिल करने जा रही है। हरचंदपुर विधानसभा से दो बार चुनाव लड़ चुके मनीष सिंह को कांग्रेस में शामिल करके पार्टी अदिति सिंह की भरपाई करना चाहती है। बता दें सदर विधानसभा से विधायक अदिति सिंह पार्टी लाइन से हटकर बीजेपी के साथ विशेष सत्र में नजर आई थी। अदिति सिंह के निर्णय से पार्टी ने उन्हें नोटिस देकर जवाब मांगा है। अब पार्टी यहां पर बुधवार को मनीष सिंह को शामिल करके नई धार देने की तैयारी कर रही है।
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बता दें मनीष सिंह हरचंदपुर विधानसभा से 2012 और 2017 में विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। 2012 में उन्होंने अपने चाचा पूर्व सदर विधायक स्व. अखिलेश सिंह के कहने पर पीस पार्टी से चुनाव लड़ा था और 2017 में बसपा से चुनाव लड़ा था। वह दोनों ही बार चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे। 2017 में वह कांग्रेस प्रत्याशी राकेश सिंह के हाथों हार गए, तो वहीं 2012 में सपा विधायक सुरेंद्र विक्रम सिंह उर्फ पंजाबी सिंह के हाथों हार गए थे। अब रायबरेली के बदलते समीकरण और एमएलसी परिवार के बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस यहां पर अपने को मजबूत करने में जुट गई है। ऐसे में अब मनीष सिंह बसपा छोड़कर कांग्रेस में वापसी करने जा रहे हैं। आज तक के अनुसार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बुधवार को मनीष सिंह को पार्टी की सदस्यता दिलाएंगी। बता दें कांग्रेस का कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज से रायबरेली में तीन दिवसीय दौरे पर हैं। यहां पर प्रदेशभर के नेताओं को विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी के लिए बुलाया गया है।
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मैं कर रहा हूं घर वापसी: मनीष सिंह
कांग्रेस में शामिल होने जा रहे नेता मनीष सिंह ने एक चैनल से बात करते हुए बताया कि वह कांग्रेस में एक कार्यकर्ता के रूप में शामिल होने जा रहे हैं। पार्टी हमें जो भी जिम्मेदारी देंगी उसे मैं ईमानदारी के साथ निभाऊंगा। उन्होंने कहा कि हमारा नाता कांग्रेस से वर्षों से रहा है। मैं पहले भी कांग्रेस में रह चुका हूं और अब घर वापसी करने जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि मेरे पिता जी और चाचा जी कांग्रेस में रहे हैं। रायबरेली कांग्रेस का गढ़ वर्षों से रहा है और मैंने प्रियंका गांधी की राजनीति से प्रभावित होकर ही पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया है। विधायक अदिति सिंह के सवाल पर उन्होंने कहा कि परिवार अपनी जगह अलग है और राजनीति अलग है। उन्हें बीजेपी की विचारधारा पसंद आ रही होगी, तो वह वहां जा रही हैं। बता दें मनीष सिंह के पिता स्व. अशोक सिंह दो बार रायबरेली से सांसद रहे हैं। वह यहां पर बीजेपी से सांसद रह चुके हैं। अशोक सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके हैं। पिता के निधन के बाद मनीष सिंह ने राजनीति में कदम रखा और पहली बार 2012 के विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ा था।
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मनीष से पार्टी को मिलेगी मजबूती
कांग्रेस पार्टी का रायबरेली में जनाधार लगातार कम हो रहा है। एक के बाद एक दिग्गज नेता पार्टी का साथ छोड़ते जा रहे हैं। रायबरेली से एमएससी दिनेश प्रताप सिंह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए और उन्होंने सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव भी लड़ा। यही नहीं, उनके भाई और हरचंदपुर विधानसभा से विधायक राकेश सिंह भी पार्टी की विचारधारा से किनारा कर चुके हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष और एमएलसी के भाई अवधेश सिंह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इस तरह से एमएलसी का पूरा परिवार बीजेपी में शामिल होने के बाद पार्टी यहां पर कमजोर हो गई है। वहीं, लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी को जितवाने में अहम रोल अदा करने वाली कांग्रेस विधायक अदिति सिंह भी पार्टी की विचारधारा से अब अलग ही नजर आ रही हैं। ऐसे में अब पार्टी रायबरेली में बड़े नेताओं की तलाश कर रही है जो कि सीधे एमएलसी परिवार को टक्कर दे सके। इसलिए अब पार्टी यहां पर अखिलेश सिंह के भतीजे मनीष सिंह को पार्टी में शामिल करने जा रही है। रायबरेली के वरिष्ठ पत्रकार उपमेंद्र सिंह बताते हैं कि रायबरेली वर्षों से ही कांग्रेस का गढ़ रहा है और यहां की जनता का गांधी परिवार से अलग ही लगाव रहा है, लेकिन इधर कुछ वर्षों से रायबरेली में बीजेपी का कद बढ़ा है। बीजेपी के इस समय जिले में तीन विधायक है और एमएलसी परिवार को मिलाने के बाद अब बीजेपी की स्थिति और मजबूत हुई है। ऐसे में अब पार्टी के सामने भविष्य की चुनौती बीजेपी है और प्रियंका गांधी उससे निपटने के लिए युवा और कद्दावर नेता मनीष सिंह को शामिल करने जा रही है। मनीष सिंह के पार्टी में आते ही निश्चित ही पार्टी को मजबूती मिलेगी। उनके आने से हरचंदपुर, सदर, बछरावां और सरेनी विधानसभा में पार्टी को धार मिल सकती है।
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