क्वाड सम्मेलन में शामिल होने अमेरिका पहुंचे पीएम मोदी, 2025 में भारत करेगा क्वाड सम्मेलन की मेजबानी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) शिखर सम्मेलन में भाग लेने और संयुक्त राष्ट्र के एक सम्मेलन को संबोधित करने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका पहुंच गए। वह राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात के बाद उनके होम टाउन विलमिंग्टन, डेलावेयर आयोजित क्वाड सम्मेलन में भी भाग ले रहे हैं। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में 2025 के क्वाड सम्मेलन की मेजबानी की पेशकश की। दोनों नेताओं के अतिरिक्त वहां जापान के पीएम फुमियो किशिदा और ऑस्ट्रेलियाई नेता एंथनी अल्बानज़ भी पहुंचे हैं।

जानिए क्या है क्वाड तथा क्वाड सम्मेलन शुरू होने की असली वजह

क्वाड समूह के बनने की कहानी साल 2004 से शुरू हुई। 2004 में जब सुनामी में जापान और भारत समेत कई देशों में लाखों लोगों की मौत हो गई,इसके के बाद कई देशों की मदद के लिए भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने एक समूह बनाया था। यही समूह आगे चल के ‘क्वाड’ बन गया। क्वाड का पूरा नाम ‘क्वॉड्रिलैटरल सिक्योरिटी डायलॉग’ है। क्वाड के गठन की पहल भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने की थी। इसकी स्थापना 2007 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने की थी। क्वाड चार देशों का एक अनौपचारिक मंच है जहां मिलकर रणनीतिक सुरक्षा संवाद होता है।

क्वाड में भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान चार सदस्य देश हैं। आर्थिक और सैन्य रूप से चीन की बढ़ती ताकत का मुकाबला करने के लिए इस संगठन की स्थापना की गई थी। हालांकि बाद में इन देशों के साथ चीन के दोस्ताना रवैये के चलते क्वाड लगभग बंद हो गया। 2008 में ऑस्ट्रेलिया के हटने के बाद यह समूह निष्क्रिय रहा। वर्ष 2017 तक क्वाड के देशों के साथ जब चीन के रिश्ते खराब होने लगे तब क्वाड को पुनर्जीवित किया गया।

2017 में मनिया में एशियाई देशों की बैठक हुई। मनिया में ASIAN देशों के अलावा एक और मीटिंग क्वाड देशों की हुई। इसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जापान के पीएम शिंजो अबे और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मेलकॉम टर्नबुल ने हिस्सा लिया। इसके बाद साल 2021 में क्वाड के देशों की मीटिंग हुई, तब से क्वाड शिखर सम्मेलन जारी है। इस साल 2024 में क्वाड शिखर सम्मेलन अमेरिका के डेलावेयर में हो रहा हे।

आतंकवादी हमलों की निंदा करता है क्वाड

क्वाड शिखर सम्मेलन में रूस-यूक्रेन युद्ध से लेकर दुनिया में आतंकवाद और चीन को लेकर चर्चा की गई। वहीं क्वाड नेताओं ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि हम आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं जिसमें सीमा पार आतंकवाद भी शामिल है। आगे कहा कि हम ऐसे आतंकवादी हमले के अपराधियों के लिए जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम मुंबई , पठानकोट और 26/11 के हमलों सहित आतंकवादी हमलों की निंदा करते हैं और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 1267 प्रतिबंध समिति द्वारा उचित रूप से नामित करने की हमारी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं।

क्वाड वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के एक तिहाई का प्रतिनिधित्व करता है

बयान में कहा कि हम एक साथ लगभग दो बिलियन लोगों और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के एक तिहाई से अधिक का प्रतिनिधित्व करते हैं। हम एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं जो समावेशी और लचीला है। इंडो-पैसिफिक में चार प्रमुख समुद्री लोकतंत्रों के रूप में, हम वैश्विक सुरक्षा और समृद्धि के एक अपरिहार्य तत्व के रूप में इस गतिशील क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए स्पष्ट रूप से खड़े हैं। हम किसी भी स्थिर या एकतरफा कार्रवाई का कड़ा विरोध करते हैं जो बल या जबरदस्ती से यथास्थिति को बदलने की कोशिश करते हैं। हम क्षेत्र में हाल ही में किए गए अवैध मिसाइल प्रक्षेपणों की निंदा करते हैं जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन करते हैं।

उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों की निरंतर खोज की निंदा करते हैं : क्वाड

क्वाड नेताओं ने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि हम उत्तर कोरिया के अस्थिर करने वाले बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपणों और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कई प्रस्तावों (UNSCRs) का उल्लंघन करते हुए परमाणु हथियारों की निरंतर खोज की निंदा करते हैं। ये प्रक्षेपण अंतर्राष्ट्रीय शांति और स्थिरता के लिए गंभीर खरता पैदा करते हैं। हम उत्तर कोरिया से UNSCRs के तहत अपने सभी दायित्वों का पालन करने, आगे के उकसावे से बचने और ठोस बातचीत में संलग्न होने का आग्रह करते हैं। हम प्रासंगिक UNSCRs के अनुरूप कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं और सभी देशों से इन UNSCRs को पूरी तरह से लागू करने का आह्वान करते हैं।

उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल प्रौद्योगिकियों को रोकने पर जोर क्वाड : क्वाड

क्वाड नेताओं ने संयुक्त वक्तव्य में हम अपने क्षेत्र और उसके बाहर उत्तर कोरिया से संबंधित परमाणु और मिसाइल प्रौद्योगिकियों के किसी भी प्रसार को रोकने की आवश्यकता पर बल देते हैं। हम उत्तर कोरिया द्वारा अपने सामूहिक विनाश के अवैध हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को वित्तपोषित करने के लिए प्रसार नेटवर्क, दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधि और विदेशों में श्रमिकों के उपयोग पर अपनी गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं।

आगे बयान में कहा कि हम सभी संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों से प्रासंगिक UNSCRs का पालन करने का आग्रह करते हैं जिसमें उत्तर कोरिया को सभी हथियारों और संबंधित सामग्री के हस्तांतरण या खरीद पर प्रतिबंध शामिल है। हम उन देशों के बारे में गहरी चिंता व्यक्त करते हैं जो उत्तर कोरिया के साथ सैन्य सहयोग को गहरा कर रहे हैं, जो सीधे वैश्विक अप्रसार व्यवस्था को कमजोर करता है। चूंकि उत्तर कोरिया से UNSCRs संबंधित प्रतिबंधों के उल्लंघन की निगरानी करने वाले UN पैनल के विशेषज्ञों के जनादेश का नवीनीकरण नहीं किया गया था, इसलिए हम प्रासंगिक UNSCRs के निरंतर कार्यान्वयन के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं जो पूरी तरह से लागू हैं।

यूक्रेन यूद्ध पर गहरी चिंता : क्वाड

 क्वाड नेताओं ने कहा कि हम यूक्रेन में चल रहे युद्ध पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हैं जिसमें भयानक और दुखद मानवीय परिणाम शामिल हैं। हम में से प्रत्येक ने युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन का दौरा किया है और इसे प्रत्यक्ष रूप से देखा है। हम अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुरूप एक व्यापक, न्यायसंगत और स्थायी शांति की आवश्यकता को दोहराते हैं जो संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान सहित संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतो के अनुरूप है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार करेंगे : क्वाड

क्वाड नेताओं ने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सदस्यता की स्थायी और अस्थायी श्रेणियों में विस्तार के माध्यम से इसे और अधिक प्रतिनिधित्वपूर्ण, समावेशी, पारदर्शी, कुशल, प्रभावी, लोकतांत्रिक और जवाबदेह बनाने की तत्काल आवश्यकता को पहचानते हुए हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार करेंगे। स्थायी सीटों के इस विस्तार में सुधारित सुरक्षा परिषद में अफ्रीका, एशिया, लैटिन, अमेरिका और कैरिबियन का प्रतिनिधित्व शामिल होना चाहिए।

दक्षिण चीन सागर की स्थिति चिंताजनक : क्वाड

बयान जारी कर क्वाड नेताओं ने कहा कि हम पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति को लेकर गंभीर रूप से चिंतित हैं। हम विवादित विशेषताओं के सैन्यीकरण और दक्षिण चीन सागर में बलपूर्वक और डराने-धमकाने वाले युद्धाभ्यासों के बारे में अपनी गंभीर चिंता व्यक्त करना जारी रखते हैं। हम खतरनाक युद्धाभ्यासों के बढ़ते उपयोग सहित तट रक्षक और समुद्री मिलिशिया जहाजों के खतरनाक उपयोग की निंदा करते हैं। हम अन्य देशों की अपतटीय संसाधन दोहन गतिविधियों को बाधित करने के प्रयासों का भी विरोध करते हैं। हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि समुद्री विवादों को शांतिपूर्वक और अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार हल किया जाना चाहिए जैसा कि UNCLOS में परिलक्षित होता है।

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