जब मोदी ने स्वच्छता सचिव की ओर मुड़वा दिया कैमरा, की जमकर तारीफ

बिहार के मोतिहारी में आज चंपारण सत्याग्रह का शताब्दी समारोह मनाया जा रहा है। इस समारोह में शामिल होने के लिए पीएम मोदी भी मोतिहारी पहुंचे। यहां उन्होंने 'सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह' अभियान की शुरुआत भी की। इस दौरान पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान प्रोटोकॉल तोड़कर स्वच्छता एवं पेयजल मंत्रालय के सचिव परमेश्वर जी. अय्यर की तारीफ की। मोदी ने मीडिया से कहा, "अय्यर पर अपना कैमरा फोकस करें, क्योंकि वे ऐसे शख्स हैं, जो अमेरिका से नौकरी छोड़कर भारत आए। वे खुद शौचालय साफ करते हैं।" बता दें कि महात्मा गांधी ने 10 अप्रैल 1917 को चंपारण सत्याग्रह किया था। पिछले साल चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह शुरू किया गया था।
पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी भाषा में की। उन्होंने कहा कि चंपारण की धरती पर सौ साल पहले दुनिया ने ऐसा आंदोलन देखा था। आज फिर दुनिया इस आंदोलन को देख रही है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि हम बापू के अभियान को आगे बढ़ा हैं। अगर आज वो हमारे सामने होते तो देखते कि सौ वर्षों का इतिहास आज भी हमारे सामने है। आज भी यहां वो स्वच्छाग्रही बैठे हैं जिनके अंदर गांधी के विचार-आदर्श का अंश जीवित हैं। मैं ऐसे सभी स्वच्छाग्रहियों के भीतर मौजदू गांधीजी के अंश को शत-शत प्रणाम करता हूं।"

मोदी ने कहा, ‘‘चंपारण सत्याग्रह के सौ साल बाद आज उसी भावना पर चलते हुए देश के अलग-अलग हिस्सों के आए लोगों ने यहां के उत्साही नौजवानों और स्वच्छाग्रहियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दिनरात काम किया है। आज इस विशाल समूह में कोई कस्तूरबा है, कोई राजकुमार शुक्ल है, कोई गोरखप्रसाद है, कोई हरिवंश राय है, कोई डॉ. राजेंद्र बाबू है।
पीएम ने प्रोटोकॉल तोड़ा, सचिव की तारीफ की
मोदी ने कहा, ‘‘मुझे कुछ स्वच्छाग्रही साथियों को सम्मानित करने का अवसर मिला है। महिलाओं की संख्या ज्यादा है। आज मुझे एक व्यक्ति के सम्मान करने का अवसर नहीं मिला। लेकिन मैं आज प्रशासनिक मर्यादाओं को तोड़कर उस बात का जिक्र करना चाहूंगा। सरकार में काम करने वाले अधिकारी अनाम होते हैं। उनकी पहचान नहीं हो पाती। वे परदे के सामने नहीं आ पाते।’’
‘‘केंद्र सरकार में हमारे सचिव परमेश्वरजी अय्यर इस काम को देख रहे हैं। वे आईएएस की नौकरी छोड़कर अमेरिका चले गए थे। वहां सुख-चैन की जिंदगी गुजार रहे थे। हमारी सरकार बनने के बाद हमने कई लोगों को आह्वान किया। मुझे खुशी है कि अमेरिका की शानदार की जिंदगी छोड़कर वे भारत वापस लौट आए। मैंने उन्हें सरकार में लिया और स्वच्छाग्रह का काम दिया। वे खुद जगह-जगह जाकर शौचालय की सफाई करते हैं। और आज परमेश्वरजी जैसे मेरे साथी हों। हजारों स्वच्छाग्रही हों तो मेरा विश्वास दृढ़ हो जाता है कि बापू का सपना पूरा हो जाएगा। हम पढ़ते-सुनते थे कि भगवान हजार हाथ वाले होते हैं। लेकिन मैं नम्रता पूर्वक कहता हूं कि हजारों स्वच्छाग्रही बैठे हैं तो देश का प्रधानमंत्री भी हजारों बाहू वाला बन गया है।’’
कौन हैं परमेश्वर अय्यर?
56 साल के परमेश्वर यूपी कैडर के आईएएस अफसर हैं। उन्हें 2016 में पेयजल और स्वच्छता विभाग का सचिव बनाया गया था। मोदी सरकार ने उन्हें स्वच्छ भारत मिशन और वर्ल्ड बैंक प्रोजेक्ट के बीच तालमेल बनाने के लिए जिम्मेदारी दी थी। 2009 में रिटायर लेने के अय्यर ने जल सूरज प्रोग्राम को लॉन्च किया था और बाद में वर्ल्ड बैंक ज्वॉइन कर लिया था।

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