ये केंद्रीय मंत्री ट्रैक्टर से लाए पोते की दुल्हनिया और सामूहिक विवाह समारोह में की शादी

आज के समय में शादी-विवाह स्टेटस की पहचान बन गए है। आदमी अपने बजट के हिसाब शादी पंसद करते हैं। बड़े-बड़े लोग आलीशान और शाही शादी पंसद करते हैं और खूब पैसा खर्च करते हैं, लेकिन मोदी सरकार के इस कैबिनेट मंत्री ने मिसाल पेश की है।
बीजेपी नेता और केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने विवाह समारोह में फिजूलखर्ची पर रोक लगाने का बड़ा उदाहरण पेश किया। मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में थावरचंद गहलोत के पोते मनीष का विवाह हुआ है। दरअसल, शहर के मुख्य मार्ग से निकले 110 जोड़ों के बनोले में अन्य जोड़ों के साथ बड़े पोते मनीष भी दुल्हन रेखा के साथ ट्रैक्टर में परिजन के साथ सवार होकर ही निकले। उनकी शादी में महज 4 लाख रूपये का खर्च आया।
सामूहिक आयोजन में जमकर थिरके केंद्रीय मंत्री
मोदी सरकार में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत की इस पहल को समाज के एक बड़े बदलाव की पहल के रूप में देखा जा रहा है। ऐसा ही संदेश उन्होंने उज्जैन जिले के नागदा में आयोजित मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत कृष्णा जीनिंग परिसर में सामूहिक विवाह सम्मेलन में दिया। सामूहिक विवाह में अन्य लोगों की तरह ये भी सामान्य रहे। थावरचंद गहलोत के पोते की शादी के लिए अलग से किसी तरह का विशेष इंतजाम नहीं किया गया था। इस शादी में न तो कोई महंगी दावत थी और न ही कोई साजो-सामान। इसमें मंत्री के परिजन, रिश्तेदारों सहित बाहर से आए मेहमानों ने भी सादगी के साथ विवाह में हिस्सा लिया। यही नहीं समारोह में वे जमकर थिरके भी अपनी पोती को टैक्टर से बैठाकर लाए भी। इस समारोह में वे जमकर थिरके।
अभी दूसरे पोते की भी सामूहिक विवाह में होगी शादी
मोदी सरकार में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत के तीन बेटे थे, लेकिन सबसे बड़े बेटे का निधन पिछले साल हो गया था। उनका भी एक बेटा है, जिसकी शादी इसी तरह सादगी से करने का लक्ष्य है। मंझले बेटे महेन्द्र गहलोत के 25 साल के बेटे मनीष गहलोत की शादी 18 अप्रैल को मध्य प्रदेश के नागदा में हुई। इसमें मनीष के अलावा 110 जोड़ों की शादी हुई। मनीष की शादी के अब इसी महीने 29 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री के सबसे छोटे बेटे जितेन्द्र गहलोत के बेटे देवेन्द्र गहलोत की शादी ताल, मध्य प्रदेश में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में होगी। बता दें कि देवेंद्र अलोट से विधायक है। इस समारोह में भी लगभग 150 जोड़ों की शादी एक साथ होगी।
समारोह में कुल खर्च आया महज 4 लाख
शादी समारोह में अपना स्टेट दिखाने के लिए लाखों रूपये खर्च कर दिए जाते हैं। लेकिन इस सामूहिक विवाह समारोह में खर्च आया महज 4 लाख रूपये। सामूहिक विवाह समारोह में प्रति व्यक्ति भोजन पर 35 रुपए का खर्च था इसलिए जनसहयोग से व्यवस्था जुटाई गई। इस तरह की शादी कर मंत्री थावरचंद गहलोत ने समाज में एक बड़ा उदहारण पेश किया है। केंद्रीय मंत्री गहलोत ने कहा कि 'विवाह को लोगों ने दिखावे का त्योहार बना दिया है. कोई क्या कहेगा इस चिंता में गरीब कर्ज लेकर बेटे-बेटियों के विवाह में फिजूलखर्ची भी करता है। ऐसे में हम लोगों को अगर जनता ने नेतृत्व का अधिकार दिया है तो बदलाव की शुरुआत भी घर से ही करना होगी। 'मुझे खुशी है कि एक बड़े उद्देश्य को सार्थक करने के लिए मेरे परिवार का हर सदस्य शामिल रहा।
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