एक महीने के कार्यकाल में ही ओम बिड़ला ने रच दिए यह इतिहास
ओम बिड़ला को लोकसभा में स्पीकर का कार्यभार संभाले शुक्रवार को 01 महीना पूरा हो गया। अपनी विशिष्ट कार्यशैली के चलते उन्होंने स्पीकर के पद पर ऐतिहासिक उपलब्धियां दर्ज की है। उनके इस छोटे से कार्यकाल में उन्होंने बजट सत्र में ही 21 में से 09 बिल पारित करा दिए है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। उनके प्रयासों का ही नतीजा है कि सदन का कामकाज बढ़ा ह। साथ ही उन्होंने शून्य काल ने लिए निर्धारित एक घंटे की समयमसीमा की बाध्यता को भी समाप्त कर दिया।
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लोकसभा चुनाव में हासिल की थी बड़ी जीत
ओम बिड़ला ने 19 जून को 17वीं लोकसभा के स्पीकर का कार्यभार संभाला था। 2014 में कोटा से सांसद चुने गए बिड़ला ने इस बार लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल की, उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार राम नारायण मीणा को 2 लाख 79 हजार वोटों से हराया। सांसद बनने से पहले वह साउथ कोटा सीट से 3 बार विधायक रह चुके हैं। हालांकि उनका नाम आने पर कई लोग आश्चर्य जता रहे हैं, क्योंकि अभी तक सदन से सबसे वरिष्ठ सदस्य को यह जिम्मेदारी सौंपी जाती है। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में इंदौर से 8 बार की सांसद रहीं सुमित्रा महाजन को लोकसभा अध्यक्ष बनाया गया था। अब ओम बिड़ला को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।
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कांग्रेस के कद्दावर नेता शांति धारीवाल को हराया
नए लोकसभा स्पीकर की बात करें तो 2014 में उन्होंने कोटा साउथ विधानसभा से पहला चुनाव साल 2003 में लड़ा और कांग्रेस के कद्दावर नेता शांति धारीवाल को हराया था। इसके बाद ओम बिड़ला साल 2008 और साल 2013 में भी विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। 2014 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका मिला। उस वक्त उन्होंने कांग्रेस के इज्याराज सिंह को 2 लाख से ज्यादा मतों के अंतर से हराया था। उसके बाद 2019 के आम चुनाव में भी पार्टी ने उन पर भरोसा जताया और वे कांग्रेस के रामनारायण मीणा को हराकर संसद पहुंचे थे।
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