दिल्ली के नए मुख्यमंत्री चेहरे का सभी अटकलों पर मंगलवार को विराम लग गया। दिल्ली सरकार की मौजूदा शिक्षा एवं वित्त मंत्री आतिशी दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री होंगी।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर सर्व सम्मति से सभी विधायकों ने अपना समर्थन दिया। विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद आतिशी ने मंगलवार शाम एलजी के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद अगले चुनाव तक नए मुख्यमंत्री तय करने के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी जिसमें दिलीप पांडेय की ओर से आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा गया था, जिसे सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से अपना समर्थन दिया है। यह जिम्मेदारी विषम परिस्थितियों में देनी पड़ी है। हम दिल्ली में अक्तूबर-नवंबर में चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं।
कौन हैं आतिशी
आतिशी मार्लेना का जन्म 8 जून, 1981 को दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दंपत्ति विजय और तृप्ती सिंह के यहां हुआ था। उनको पूर्व में आतिशी मार्लेना के नाम से जाना जाता था। इस विषय में यह गया है कि यह नाम मार्क्स और लेनिन से अक्षरों को निकालकर जोड़ा गया था। हालांकि, बाद में आतिशी द्वारा अपने नाम में से इस उपनाम को हटा दिया गया क्योंकि इससे उनके इसाई होने का भ्रम होता था।
ऐसे चमकी आतिशी की किस्मत
आम आदमी पार्टी की स्थापना के दौरान 2013 में ही आतिशी ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन किया था। इसके बाद आतिशी ने पार्टी के लिए जमकर मेहनत की। आप पार्टी ज्वाइन करने से पहल आतिशी भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में भी शामिल हुई थीं। वहीं, आतिशी ने सबसे पहले 2019 में पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन वे हार गईं। इसके बाद उन्होंने 2020 में विधानसभा चुनाव लड़ा और वह विधायक बन गईं।
दिल्ली में कामकाजी विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनने के बाद आप पार्टी ने उन्हें मंत्री पद दिया। मंत्री पद पर रहते हुए आतिशी ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी से निभाया। आतिशी ने मनीष सिसोदिया के सलाहकार के रूप में भी काम किया है। वहीं, आतिशी ने दिल्ली की शिक्षा मंत्री के रूप में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने दिल्ली में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए अच्छा काम किया है। आतिशी के पास वर्तमान में चार विभाग हैं। वे दिल्ली में शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, संस्कृति और पर्यटन विभाग को संभाल रही हैं।
सीएम बनने के बाद आतिशी को क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी
* आतिशी को मुख्यमंत्री के तौर पर हर महीने 1.70 लाख रुपये तन्ख्वाह मिलेगी।
* आतिशी को बेसिक सैलरी के अलावा 30 हजार निर्वाचन भत्ता, 25 हजार सचिवालय भत्ता तथा गेस्ट खर्च के लिए 10 हजार रुपये भी मिलेंगे।
* आतिशी को प्रतिदिन खर्च के लिए 1500 रुपये भी मिलेंगे।
* आतिशी को रहने के लिए सरकारी आवास मिलेगा।
* आतिशी को सरकारी वाहन भी मिलेगा और हर महीने गाड़ी के लिए 700 लीटर पेट्रोल मुफ्त मिलेगा।
* आतिशी को हेलीकॉप्टर का खर्च भी मिलेगा।
* आतिशी अगर सीएम रहते हुए अपनी निजी गाड़ी का इस्तेमाल करेंगी तो उसके लिए 10 हजार रुपये हर महीने मिलेंगे।
* अगर सीएम की शपथ लेने के बाद आतिशी अपनी गाड़ी खरीदती हैं तो उन्हें 12 लाख रुपये तक लोन भी मिल सकता है।
केजरीवाल के वादों को करना होगा पूरा
दिल्ली सरकार सड़क, जलापूर्ति, सीवर तथा दवा समेत बुनियादी सेवाओं से संबंधित मुद्दों को हल करने के लिए चुनौतियों से जूझ रही है। यही नहीं जब कथित तौर पर धन की कमी का हवाला दिया जाता रहा है। ऐसे समय में आतिशी के सामने विकास कार्यों को धरातल पर दिखाने की बड़ी चुनौती होगी। कम समय के लिए सीएम रहने के दौरान आतिशी को ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ के तहत दिल्ली में पात्र महिलाओं को 1,000 रुपये मानदेय देने के केजरीवाल के वादे को भी अमल में लाना होगा।
सर्दियां शुरू होने वाली हैं ऐसे में आतिशी के सामने प्रदूषण की समस्या पर भी रोकथाम की चुनौती होगी। अधिकारियों ने बताया है कि जब चुनाव के चंद महीने बचे हैं ऐसे में आतिशी सड़क, जलापूर्ति, सीवर, प्रदूषण, सब्सिडी के वितरण और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के वेतन संशोधन से संबंधित कल्याणकारी योजनाओं को गति देने में व्यस्त रहेंगी। साथ ही बुनियादी ढ़ाचे से संबंधित परियोजनाओं पर लंबित कार्यों को करने पर जोर देंगी।
अधिकारियों ने यह भी बताया कि आतिशी के सामने ग्रुप ‘ए’ तैनाती के लिए जरूरी ‘नेशनल कैपिटल सिविल सर्विसेज अथॉरिटी’ (एनसीसीएसए) की बैठक आयोजित करना, सेवाओं को घर तक पहुंचाने की योजना को फिर शुरू करना, दिल्ली इलेक्ट्रिक वीकल नीति 2.0 और सौर नीति को मंजूरी देने जैसे कार्य को धरातल पर उतारना शामिल है।