झारखंड में आज बजेगा चुनावी बिगुल, तारीखों का हो सकता है ऐलान
हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनाव समाप्त होने के बाद अब चुनाव आयोग का कारवां झारखंड की तरफ बढ़ चला है। यहां पर 5 जनवरी 2020 को विधानसभा के समाप्त हो रहे कार्यकाल को देखते हुए अब चुनाव का ऐलान हो सकता है। चुनाव आयोग आज यहां पर चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। यहां पर चुनाव को लेकर आयोग ने लगभग तैयारी पूरी करली है। 5 जनवरी 2020 से पहले सरकार का गठन कराने के मकसद से चुनाव आयोग तैयारी करा सकता है।
खट्टर सरकार ने किसानों के लिए किया यह बड़ा ऐलान
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को प्रदेश के विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान कर सकते हैं। चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही झारखंड में चुनाव आचार सहिंता लागू हो जाएगी। राज्य में अभी भाजपा-आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन) गठबंधन की सरकार चल रही है और रघुवर दास राज्य के मुख्यमंत्री हैं। यहां पर दूसरी बार सरकार बनाने के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास बेताब है। इस बार यहां पर बीजेपी ने मिशन-65 प्लस का टारगेट रखा है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यहां पर शानदार जीत मिली थी। बीजेपी एक बार फिर से यहां पर एजेएसयू के साथ ही मिलकर चुनाव लड़ेगी।
महाराष्ट्र में चढ़ा सियासी पारा, सीएम पद को लेकर घमासान जारी
सत्ता में आने से रोकने के लिए तैयार विपक्षी
बीजेपी राज्य में फिर से सरकार न बनाने पाए इसके लिए तमाम विपक्षी दल एकजुट होने की कवायद कर रहे हैं। राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष हेमंत सोरेन सत्ता में एक बार फिर वापसी के लिए 'बदलाव यात्रा' पर निकले हैं और बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने में जुटे हैं। वहीं, कांग्रेस ने राज्य में सरकार बनाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष की कमान आदिवासी रामेश्वर उरांव को देकर जातिवाद का कार्ड खेला है। वहीं, बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम अकेले चुनावी ताल ठोकने की तैयारी में है।
मुंबई में अंदरूनी कलह का दिखा असर, महज चार सीटों पर जीती कांग्रेस
यहां का यह है सियासी समीकरण
झारखंड में इस समय कुल 81 विधानसभा सीटें हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 31.3 फीसदी वोट मिले थे। बीजेपी ने यहां पर 2014 में कुल 37 सीटें जीती थी। वहीं यहां उनके सहयोगी दल ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (एजेएसयू) 3.7 फीसदी वोट के साथ 5 सीटें मिली थी। इसके अलावा बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेएमएम को 20.4 फीसदी वोट के साथ 19 सीटें, कांग्रेस 10.5 फीसदी वोट के साथ 7 सीटें और जेवीएम 10 फीसदी वोट के साथ 8 सीटें 2014 के चुनाव में मिली थी। यही नहीं चुनाव के बाद में जेवीएम के 6 विधायकों ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। यहां पर अन्य दलों को 6 सीटें मिली थी।
हरियाणा: टिक टॉक स्टार व बीजेपी प्रत्याशी सोनाली फोगाट हार गईं चुनाव
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...