झारखंड में फिर बीजेपी की बन रही सरकार, सर्वे में हुआ खुलासा

झारखंड में पहले चरण के मतदान की घड़ी नजदीक है। 81 विधानसभा सीटों के लिए पांच चरणों में होने वाले चुनाव की बेला 29 दिसंबर से शुरू हो रही है। प्रथम चरण के मतदान से पहले झारखंड चुनाव को लेकर आई एक रिपोर्ट के मुताबित प्रदेश में एक बार फिर बीजेपी सरकार बनती नजर आ रही है। जी हां, सर्वे के अनुसार 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा में बीजेपी को 45 से 48 सीटें मिल रही है, तो वहीं हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद को महज 27 से 30 सीटें मिलती दिख रही हैं।
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राज्य में भाजपा की तरफ से कराए गए ओपीनियन इंडिया के सर्वेक्षण के अनुसार झारखंड में एक फिर से भगवा लहराता दिख रहा है। राज्य में इस बार बहुमत की दहलीज को पार करके बीजेपी 4 से 7 सीटें अधिक जीत रही है। बता दें 81 सदस्यों वाली विधानसभा में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी के पास 41 विधानसभा सदस्य होने चाहिए। सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार राज्य में पांच साल तक रघुवर दास के नेतृत्व में चली स्थिर सरकार का फायदा मिल रहा है। इस बार राज्य में बीजेपी रघुवर दास के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है और बीजेपी को 45 से 48 सीटें मिल रही हैं। यही नहीं राज्य में बीजेपी का वोट प्रतिशत 31 से बढ़कर 42 प्रतिशत हो जाएगा। 2014 में हुए विधानसभा चुनाव के समय बीजेपी को 31 प्रतिशत वोट मिला था, इतना वोट पाने के बाद बीजेपी ने सरकार बना ली थी।
गठबंधन से अलग लड़ रही चुनाव
झारखंड के विधानसभा में बीजेपी इस बार अकेले ही मैदान में है। पिछले विधानसभा चुनाव में साथ रहे सहयोगी दल ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) इस बार अलग हो गया है। राज्य में इस बार आजसू ने अपने अलग प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। बीजेपी ने इस बार राज्य में 71 से अधिक सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, तो वहीं आजसू ने 27 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। आजसू सुदेश महतो के नेतृत्व में राज्य में चुनाव लड़ रही है। बता दें 2014 के विधानसभा चुनाव में अजासू ने 8 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें से 5 पर प्रत्याशी विजयी हुए थे। वहीं, बीजेपी पिछले विधानसभा चुनाव में 37 सीटों पर विजयी रही थी। दोनों ही दलों की मिलाकर 42 सीटे हुई थी।
सुशासन के रहे पिछले पांच साल: सहस्रबुद्धे
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने इस रिपोर्ट पर कहा, " रघुवर दास के नेतृत्व में राज्य में पिछले पांच साल सुशासन के रूप में रहे हैं।" उन्होंने कहा कि राज्य 19 साल पहले बिहार से अलग हुआ था, लेकिन राज्य ने अस्थिरता की रही सरकारों की वजह से भ्रष्टाचार के क्षेत्र में नाम कमाया था। यही नहीं पिछले पांच साल तक रघुवर दास ने एक स्थिर और बेहतर सरकार चलाई है। उनके नेतृत्व में सरकार भ्रष्टाचार से पूरी तरह मुक्त भी रही।
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विपक्षियों को मिल रहीं सीटें
राज्य में झामुमो, कांग्रेस और राजद भाजपा को कड़ी टक्कर देते हुए नजर आ रहे हैं। सर्वेक्षण के अनुसार राज्य में इनको 27 से 30 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। सुदेश महतो के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे आजसू और बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व वाले झारखंड विकास मोर्चा को राज्य में एक से तीन सीटें मिलती नजर आ रही हैं। गुरुवार को सार्वजनिक नीति अनुसंधान समिति (पीपीआरसी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि रघुबर दास सरकार ने अपने 2014 के घोषणापत्र में राज्य में पार्टी द्वारा किए गए वादों में से 92 प्रतिशत वादों को पूरा किया है। बता दें राज्य में 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में मतदान होने है। मतों की गणना 23 दिसंबर को होगी।
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