भारत ने इस्लामाबाद में होने वाले सार्क सम्मेलन से किया किनारा

उड़ी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बिगड़ते रिश्तों के बीच भारत सरकार ने नवंबर में होने वाले सार्क सम्मलेन में हिस्सा न लेने का फैसला किया है। दक्षिण एशियाई देशों के संगठन सार्क का यह सम्मेलन नवंबर में इस्लामाबाद में होना है। माना यह भी जा रहा है कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश और भूटान भी सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे।
सूत्रों के मुताबिक भारत ने फिलहाल सार्क की अध्यक्षता कर रहे देश नेपाल को बता दिया है कि सीमा पार से आतंकवादी हमले और सदस्य देशों के अंदरूनी मामलों में दखल दिया जा रहा है और यह काम दक्षिण एशिया के ही एक देश की ओर से हो रहा है। इस देश ने ऐसा माहौल बना दिया है, जिससे आयोजन सफल नहीं हो सकता है।
गौरतलब है कि भारत ने अभी एक दिन पहले ही संयुक्त राष्ट्र में बयान जारी कर पाकिस्तान को इसके लिए चेतावनी भी दे डाली है। इस सम्मेलन में हिस्सा न लेने की वजह साफ करते हुए बता दिया है कि वह क्षेत्रीय सहयोग और संपर्क के अपने वादे पर हमेशा खरा उतरता रहा है, लेकिन ये कदम तभी आगे बढ़ सकते हैं जब आतंक से मुक्त माहौल हो। मौजूदा हालात में सरकार यह महसूस करती है कि वह इस्लामाबाद में प्रस्तावित सम्मेलन में हिस्सा नहीं ले सकती है।
जबकि सूत्रों की मानें तो भारत सरकार के पास इस बात की जानकारी है कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश और भूटान भी सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। कुछ समय पहले भारत में अफगानिस्तान के राजदूत शैदा मोहम्मद अब्दाली ने कहा था कि पाकिस्तान को सीधा संदेश देने का समय आ गया है, भले ही नवंबर में सार्क सम्मेलन का बायकॉट क्यों न करना पड़े।
सोसाइटी से
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