हरियाणा: बीजेपी प्रत्याशियों की आज फाइनल हो सकती है लिस्ट, दिल्ली में बैठक जारी!
चुनावी आचार संहिता लगने के बाद हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनावी कसरत तेज हो गई है। हरियाणा में एक बार फिर से सत्ता की प्रबल दावेदार मानी जा रही बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों का चयन शुरू कर दिया गया है। हरियाणा विधानसभा में प्रत्याशियों का चयन करने के लिए दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पर संसदीय बोर्ड की बैठक जारी है। कमेटी की संसदीय बोर्ड की बैठक में हरियाणा के चुनाव प्रभारी, पार्टी अध्यक्ष और सीएम शिरकत कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रत्याशियों के चयन के लिए यहां पर एक दौर की बैठक पूरी हो चुकी है और दूसरे दौर की बैठक जारी है। बताया जा रहा है बीजेपी आज टिकट तय कर दिए जाएंगे। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के चयन की अंतिम मुहर लगाने के बाद कमेटी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह अंतिम फाइनल के लिए छोड़ देगी। ऐसे में पार्टी 29 सितंबर को प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकती है।
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बता दें हरियाणा और महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को चुनाव होने है और 24 अक्टूबर को चुनाव परिणाम आने है। यहां पर अब प्रत्याशियों के चयन से लेकर प्रचार तक के लिए बहुत ही कम समय बचा है, ऐसे में अब सभी पार्टियों में प्रत्याशियों की सूची पर मंथन जारी है। बता दें हरियाणा में बीजेपी पार्टी की रविवार को मैराथन बैठक हो चुकी है, जिसमें प्रत्याशियों के नामों पर पहले दौर की चर्चा भी हो चुकी है। अब सूत्रों का कहना है कि इसमें 90 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के दावेदारों और जमीनी हालात, उनके कामकाज पर भी चर्चा हो चुकी है। समीक्षा बैठक में वर्तमान विधायकों के कामकाजों पर भी समीक्षा हो चुकी है और वह जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरे हैं या नहीं, इसको भी देखा जा रहा है कि किन वर्तमान विधायकों के खिलाफ जनता में नाराजगी है।
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पार्टी में बागी बढ़ा रहे परेशानी
हरियाणा पार्टी के लिए बागी विधायक परेशानी का सबक बने हुए है। पिछले कुछ माह में इनेलो से 10 और बसपा के एकमात्र वर्तमान विधायक बीजेपी में आ चुके हैं। दूसरी पार्टियों से आएं नेता भी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं, ऐसे में पार्टी को तय कर पाना बहुत ही मुश्किल हो रहा है कि किसे टिकट दिया जाए। अब पार्टी को तय करना इसलिए मुश्किल हो रहा है कि वो अपने कार्यकर्ता को टिकट दे या फिर दूसरी पार्टी से आए हुए बागी नेताओं को, जिनके खिलाफ कभी उनके कार्यकर्ता चुनाव लड़ते रहे हैं। इस मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का कहना है कि यह हमारा सौभाग्य है कि टिकट के लिए हमारी पार्टी में बहुत से दावेदार हो गए हैं। यह हमारी पार्टी की सबसे बड़ी ताकत है।
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परिवारवाद को मिल सकता है बढ़ावा
हरियाणा में चुनाव के साथ ही एक बार फिर से यहां पर अपने चेहतों और अपने संबंधियों को टिकट दिलाने के लिए दिल्ली तक दौड़ जारी है। फरीदाबाद के सांसद और मंत्री कृष्णपाल गुर्जर अपने बेटे देवेंद्र चौधरी को तिगांव से टिकट दिलाने पर अड़े हुए हैं। इस समय देवेंद्र चौधरी फरीदाबाद नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर भी हैं। इस सीट से ही पिछली चुनाव में कुछ हजार वोटों से चुनाव हारने वाले बीजेपी नेता राजेश नागर भी अपना दावा ठोक रहे हैं। गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत अपनी बेटी आरती राव को टिकट दिलाना चाहते है, वे बेटी को रेवाड़ी की सीट से मैदान में उतारना चाह रहे हैं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह अपनी पत्नी प्रेमलता को उचाना विधानसभा सीट से टिकट दिलाना चाहते हैं। वह मौजूदा समय में विधायक भी है और उनके बेटे बिजेंद्र सिंह हिसार से सांसद भी है।
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