राज्यसभा चुनाव: गुजरात में बीजेपी अपने मिशन में कामयाब, कांग्रेस की गणित फेल
कोरोना वायरस की वजह से देश में खलबली मची हुई है। वहीं, राजनीति हलचल की बात की जाए तो इस समय कांग्रेस में भी हलचल मची हुई है। राज्यसभा की सीटों के गुणाभाग में कांग्रेस पूरी तरह से फेल होती नजर आ रही है। राज्यसभा में अधिक से अधिक सदस्यों को पहुंचाने के लिए भाजपा पूरी तरह से सक्रिय हो गई है। मध्य प्रदेश में 22 विधायकों के इस्तीफा देने के साथ ही गुजरात में भी 5 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। गुजरात में कांग्रेस के 5 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद राज्यसभा में भेजे जाने का गणित पूरी तरह से फेल होता नजर आ रहा है।
मध्य प्रदेश में लगेगा राष्ट्रपति शासन, जानें क्या है वजह!
बता दें गुजरात में राज्यसभा की 4 सीटों के लिए 26 मार्च को चुनाव होना है। यहां पर चार सीटों में पहले 2 सीटों पर कांग्रेस की दावेदारी पक्की मानी जा रही थी, लेकिन यहां पर बीते दिनों विधायकों के इस्तीफा देने की वजह से वह गणित में फेल हो होती नजर आ रही है। कांग्रेस 26 मार्च को होने वाले चुनाव में अब हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर चिंतित है। इसको देखते हुए पार्टी 2 दिन में 68 विधायकों को जयपुर भेज दिया है। शनिवार को 14 विधायक जयपुर पहुंचे थे। रविवार को दो टुकड़ों में कुल 23 और विधायक यहां पहुंचे। इसके बाद फिर कांग्रेस ने सोमवार तक 68 विधायकों को जयपुर में शिफ्ट कर दिया।
भाजपा दे सकती है संगठन महामंत्री सुनील बंसल को बड़ा इनाम
कांग्रेस के 5 विधायकों ने दिया इस्तीफा
गुजरात में बदलते घटनाक्रम के बीच रविवार को कांग्रेस के 5 विधायकों प्रवीण मारू, मंगल गावित, सोमाभाई पटेल, जेवी काकड़िया और प्रद्युम्न जडेजा ने इस्तीफा दे दिया है। इन विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस अब सभी विधायकों को रिजॉर्ट में ले जा रही है। पार्टी ने अब विधायकों को मोबाइल तक न रखने की हिदायत दी है। यही नहीं विधायकों को परिवार या फिर परिचित से भी नहीं मिलने की अनुमति दी गई है। बता दें राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार है और कांग्रेस हाईकमान बहुत ही सुरक्षित मान रहे हैं।
घर का बिल जमा करने के लिए आम जनता की लाइन में खड़ा होता था ये मुख्यमंत्री
बीजेपी और कांग्रेस कर रहे जीत का दावा
गुजरात की 4 सीटों पर राज्यसभा के चुनाव होने है। यहां पर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। गुजरात के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पाटीदार उम्मीदवार को टिकट न दिए जाने की वजह से भाजपा को फायदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि हम राज्य में तीन सीटों पर जीत रहे हैं। वहीं, कांग्रेस नेता भरत सिंह सोलंकी ने कहा कि राज्यसभा के चुनाव में बीजेपी को मुंह की खानी पड़ेगी। हालांकि यह 26 मार्च को ही पता चलेगा, लेकिन इससे पहले ही दोनों पार्टियों में विधायकों को लेकर सियासत तेज हो गई है। बता दें राज्य में 182 विधानसभा सदस्य है। इसमें बीजेपी के पास 103 विधानसभा के सदस्य है, कांग्रेस के वर्तमान में 73 विधायक है। इसमें से 5 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। बता दें राज्यसभा के उम्मीदवार को जीतने के लिए 37 वोटों की जरूरत होगी। कांग्रेस को उम्मीद है कि निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी उनके उम्मीदवार के लिए ही वोट करेंगे। अगर बात वर्तमान की जाए तो इस समय राज्यसभा की चार सीटों में से फिलहाल बीजेपी के पास तीन और कांग्रेस के पास 1 सीट है। इस बार भाजपा ने अभय भारद्वाज, रमीला बेन बारा और नरहरि अमीन को राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है।
मध्य प्रदेश की सियासत: शिवराज और सिंधिया को झटका दे सकते हैं बागी विधायक
समझें गुजरात की विधानसभा का गणित
गुजरात विधनसभा में कुल 182 सीटें
कांग्रेस के 5 विधायकों के इस्तीफे के बाद बची सीटें = 177
भाजपा+ (भाजपा 103+ 1 राकांपा + 2 भारतीय ट्रायबल पार्टी) = 106
कांग्रेस+ (कांग्रेस 68+1 जिग्नेश मेवाणी) = 69
गुजरात में राज्यसभा की कितनी सीटों पर चुनाव = 4
गुजरात में राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए जरूरी = 37
अभी तीसरी सीट पर भाजपा भारी
राज्य में बहुत ही आसानी से भाजपा 2 और कांग्रेस 1 सीट पर आसानी से जीत हासिल कर लेगी। सबसे ज्यादा पेंच चौथी सीट को लेकर है। अगर कांग्रेस के 2 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की, तो फिर भाजपा 3 सीटें जीत लेगी। भाजपा का राज्य में पलड़ा भारी रहे। उसे तीन सीटें जीतने के लिए महज 2 वोट चाहिए और उसे क्रॉस वोटिंग करने वाले 2 विधायकों से मिलेंगे। वहीं अगर तीसरे समीकरण पर बात की जाए, तो यह क्रॉस वोटिंग को लेकर है। अगर किसी भी विधायक ने क्रॉस वोटिंग नहीं की तो भी भाजपा के तीसरे उम्मीदवार के पास जीत के लिए जरूरी 36 वोटों से भी ज्यादा कुल 72 वोट होंगे। अब ये वोट दूसरी वरीयता वाले को ही मिलेंगे। कांग्रेस उम्मीदवार के पास महज 36 ही रहेंगे। ऐसे में संख्या के आधार पर भाजपा का तीसरा उम्मीदवार भी जीत जाएगा। बता दें, ऐसे ही कुछ हालात 2017 के समय भी बने थे। जब 2017 में गुजरात की 3 राज्यसभा सीटों के चुनाव में अंतिम समय में हालात बदल गए। वैसे, अहमद पटेल की जीत तय करने के लिए कांग्रेस ने अपने विधायकों को कर्नाटक भेज दिया था। लेकिन इसके बाद भी कुछ विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी, लेकिन अहमद पटेल राज्यसभा पहुंचने में कामयाब हो गए थे।
यूपी : 2022 की तैयारी में बीजेपी इन नेताओं को दे सकती है बड़ी जिम्मेदारी, कयासों का दौर जारी
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...