सादगी की मिसाल थे मनोहर पर्रिकर, पढ़िए उनसे जुड़े कुछ अनसुने किस्से
गोवा के मुख्ममंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार को निधन हो गया है। उन्हें पैंक्रिएटिक कैंसर था। पर्रिकर की सादगी के कई किस्से हैं। उनकी सादगी और ईमानदारी के लिए सिर्फ बीजेपी ही नहीं विपक्षी पार्टियां भी उनका सम्मान करती थीं। आइए आज उनसे जुड़े कुछ ऐसे ही किस्सों को जानते हैं।
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स्कूटर से करते थे सफर
मनोहर पर्रिकर की सादगी को लेकर कई बातें कही जाती हैं। वह अक्सर अपनी स्कूटर से विधानसभा जाया करते थे। बताते हैं कि मुख्यमंत्री बनने के बाद सुरक्षा कारणों और प्रोटोकॉल के चलते उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं मिली। परिकर ऑटो से चलना भी पसंद करते थे। बताते हैं कि वह हवाई यात्रा भी इकोनॉमी क्लास में करना पसंद करते थे और महंगे रेस्तरां में जाना नापसंद था। सादगी पसंद जीवन के चलते उन्होंने अपने दोनों बेटों को भी कभी राजनीति की चकाचौंध में आने के लिए प्रेरित नहीं किया। उनके बेटे इंजीनियर और बिजनेसमैन हैं।
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पणजी की साधारण दुकान पर पीते थे चाय
मुख्यमंत्री बनने से पहले मनोहर पर्रिकर बेहद ही सामान्य जीवन जीना पसंद करते थे। कहा जाता है कि वह सीएम बनने से पहले गोवा की राजधानी पणजी में एक अपनी स्कूटर से चाय पीने जाते थे। वह दुकान पर एक स्टूल पर बैठकर चाय पीते हुए अखबार पढ़ना पसंद करते थे। मनोहर पर्रिकर ने अपने बेटे की शादी भी एक कम्युनिटी हाल से की थी। तब लोगों को उनकी सादगी पसंद जिंदगी के बारे में पता चला था। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने आलीशन मुख्यमंत्री आवास मिला था, लेकिन उन्होंने अपना पुराना घर नहीं छोडा। वह सीएम आवास में रहने के लिए नहीं गए।
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यह किस्सा हुआ था मशहूर
उनके बारे में एक किस्सा बेहद मशहूर है कि एक बार वह एक अपनी स्कूटर से जा रहे थे तभी एक महंगी गाड़ी में सवार युवक से उनकी गाड़ी लड़ गई। इस बात से लड़का अपनी गाड़ी से उतरा और परिकर के ऊपर गुस्सा उतारते हुए कहा कि देख के नहीं चल सकते क्या? इस पर उन्होंने कहा कि मैं तो सही जा रहा था, आप ही गलत तरीके से गाड़ी चला रहे थे। यह सुनकर लड़के का गुस्सा और बढ़ गया और उसने कहा कि जानता है मेरा बाप कौन है.' इस पर उन्होंने अपनी हेलमेट उतारी और कहा कि बेटा, मैं यहां का मुख्यमंत्री हूं। यह सुनकर वह लड़का वहां से गायब हो गया। हालांकि बताया जाता है कि यह बात सच नहीं है। लोगों का ट्रैफिक नियमों का पालन करने के उद्देश्य से यह मैसेज बनाया गया था।
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