डिप्टी सीएम ने प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल को सौंपे 80 वेंटीलेटर्स
कोविड-19 के इस दौर में सरकार की तरफ से चिकित्सा सेवा बेहतर करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। सरकार की तरफ से अब हर जिलों में चिकित्सा सुविधा बेहतर करने के लिए प्रभावी कदम उठाएं जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल प्रयागराज को 80 वेंटिलेटर सौपते हुए उनका उद्घाटन किया। उन्होंने स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल का सघन निरीक्षण करते हुए मरीजों को दी जा रही सुविधाओं व चिकित्सा सुविधाओं के बारे में जमीनी हकीकत का जायजा लिया। उन्होंने कहा स्वरूप रानी हॉस्पिटल का विस्तारीकरण कराया जाएगा और इसे मेडिकल कॉलेज जैसा स्वरूप प्रदान करने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि यहां पर पार्किंग की समस्या का निदान किया जाएगा तथा अंदर और बाहर की सड़कों का चौड़ीकरण भी किया जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन व चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि संसाधनों का भरपूर उपयोग किया जाए। आगामी समय को देखते हुए अस्पताल में दुगनी- तिगुनी व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि यहां पर एक रैन बसेरे की भी व्यवस्था की जाएगी। तीमारदारों के लिए भी निःशुल्क भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि तीमारदारों को दिन में दो-तीन बार उनके मरीज की स्थिति के बारे में जानकारी दी जाए। बता दें, डिप्टी सीएम के निर्देश पर तीमारदारों को सूचना देने की व्यवस्था के लिए एक एजेंसी को हायर किया गया था, जिसके द्वारा कार्य किया जा रहा है, लेकिन इस कार्य में और अधिक गति लाने की आवश्यकता पर उन्होंने बल दिया। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी जाएगी।
उन्होंने चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टॉफ का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि इस समय देश को आपकी सेवा की जरूरत है। प्रत्येक मरीज को अपने परिवार का सदस्य मानकर इलाज करें। इस आपदा की घड़ी में आपका योगदान सराहनीय है। इसके लिए आप सभी बधाई के पात्र है। प्रशासन एवं आप लोगो के सहयोग से प्रयागराज में कोविड का स्तर लगातार नीचे आ रहा है। यह हम सभी के लिए राहत की बात है। उन्होंने जिलाधिकारी एवं उनकी पूरी टीम को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने तीसरी लहर की सम्भावना के दृष्टिगत प्रशासन एवं मेडिकल स्टॉफ को इसके लिए अभी से तैयार रहने को कहा है साथ ही साथ यह भी कहा है कि मरीजों के बेहतर उपचार के लिए और भी जितने संसाधन की आवश्यकता हो, उसका प्रपोजल बनाकर अविलम्ब प्रस्तुत करें, जिससे कि समय से आवश्यकतानुसार संसाधनों को उपलब्ध कराया जा सके।
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