
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का प्रचार अपने अंतिम दौर में पहुंच चुका है। राजधानी की 70 सीटों पर 5 फरवरी को मतदान होगा, जिसके बाद 23 फरवरी को मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच है, जबकि कांग्रेस भी अपनी खोई जमीन वापस पाने की कोशिश कर रही है।
तीसरी बार सत्ता में वापसी की कोशिश में AAP
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में AAP तीसरी बार सत्ता में लौटने की कोशिश कर रही है। पार्टी अपनी सरकार की शिक्षा, स्वास्थ्य और मुफ्त सुविधाओं वाली नीतियों को जनता के सामने पेश कर रही है। केजरीवाल ने दावा किया है कि उनकी सरकार ने दिल्ली के लोगों को बेहतरीन सेवाएं दी हैं और वे इस काम को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
बीजेपी का आक्रामक प्रचार अभियान
BJP ने इस चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है। पार्टी डबल इंजन सरकार (केंद्र और राज्य में बीजेपी) की रणनीति पर चुनाव लड़ रही है। इसके अलावा, बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल और AAP सरकार पर दिल्ली शराब नीति घोटाले को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
बीजेपी नेताओं का कहना है कि अगर पार्टी सत्ता में आई, तो दिल्ली को मजबूत नेतृत्व मिलेगा और भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं की कई बड़ी रैलियां हो चुकी हैं, जिससे बीजेपी के चुनाव प्रचार को धार मिली है।
कांग्रेस की वापसी की कोशिश
कभी दिल्ली पर 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस पिछली दो विधानसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। इस बार कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ रही है और AAP और BJP दोनों पर निशाना साध रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने कई सभाओं में जनता को जोड़ने की कोशिश की है।
दिल्ली चुनाव 2025: प्रमुख उम्मीदवारों की टक्कर
दिल्ली की कई सीटों पर हाई-प्रोफाइल मुकाबले देखने को मिल रहे हैं—
- नई दिल्ली सीट: अरविंद केजरीवाल (AAP) बनाम परवेश सिंह वर्मा (BJP) बनाम संदीप दीक्षित (कांग्रेस)
- कालकाजी सीट: मुख्यमंत्री आतिशी (AAP) बनाम रमेश बिधूड़ी (BJP) बनाम अलका लांबा (कांग्रेस)
दिल्ली की वोटर प्रोफाइल
दिल्ली में 1.55 करोड़ से अधिक मतदाता हैं, जिनमें—
- 83.49 लाख पुरुष और 71.74 लाख महिला मतदाता शामिल हैं।
- पहली बार वोट डालने वाले मतदाता: 2.08 लाख
- 20-29 साल के युवा मतदाता: 25.89 लाख
- ट्रांसजेंडर मतदाता: 1,261
- 100 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता: 830
फ्रीबीज पर HC का बड़ा फैसला
चुनाव प्रचार के दौरान फ्री सुविधाओं (Freebies) के वादे को लेकर दायर याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सोमवार को तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया। अदालत ने कहा कि चुनाव प्रचार का आखिरी दिन होने के कारण इसका असर पहले ही हो चुका है।
अंतिम प्रचार और आगे की राह
सोमवार शाम 5 बजे से चुनाव आचार संहिता के तहत प्रचार थम जाएगा। बीजेपी ने अंतिम दिन 22 रोड शो और रैलियां रखी हैं, जबकि AAP अपनी सरकार की नीतियों को आखिरी बार जनता के बीच रखने की कोशिश कर रही है।
अब देखना यह होगा कि दिल्ली की जनता किसे सत्ता की चाबी सौंपती है—क्या AAP की लगातार तीसरी जीत होगी, या BJP दिल्ली में 25 साल बाद वापसी करेगी, या फिर कांग्रेस कोई चौंकाने वाला प्रदर्शन कर पाएगी? परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।