इस्राइल में जब 'मोदी मेट मोशे', उमड़ पड़ा भावनाओं का समंदर

प्रधानमंत्री बनने बाद नरेंद्र मोदी ने जितने भी विदेशी दौरे किए, उसमें अब तक का सबसे खास दौरा हम इस्राइल का कह सकते हैं। मोदी जिस भी देश जाते हैं वहां गर्मजोशी से मिलते हैं, लेकिन इस्राइल में मोदी को जो सम्मान मिला वो काबिलेतारीफ रहा। यही वजह रही कि मोदी ने वहां की सरकार के अलावा वहां के लोगों से इतने जुड़ गए।
मुंबई हमले के शिकार मोशे से मिले मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय इस्राइल दौरे के दौरान मोशे होल्त्ज़बर्ग से मिले और उसे प्यार से गले लगाया। जवाब मोशे ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कहा, 'डियर मिस्टर मोदी, आई लव यू' लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोशे होल्त्ज़बर्ग आखिर है कौन? तो आपको बता दें कि 2008 में मुंबई में नरिमन हाउस में आतंकवादियों ने मोशे के पिता राबी गेवरिल होल्ट्जबर्ग और मां रिवका होल्ट्ज़बर्ग की अन्य बंदियों के साथ हत्या कर दी थी। 26 नवंबर को जब आतंकी हमला हुआ था, उस समय मोशे दो साल का था।
क्या है मोशे की पूरी कहानी
26 नंवबर 2008, मुंबई हमले में एक मासूम इस्राइली बच्चा बच तो गया था लेकिन उसके मां-बाप दोनों मारे गये थे। हमले के बाद जब इस इस बच्चे ने चीख-चीख कर अपने मम्मी-पापा को याद किया था तो उसकी चीखों ने पूरे हिंदुस्तान और इस्राइल को ही नहीं बल्कि सारी दुनिया को भी रुला दिया था। हमले के वक्त नन्हे मोशे की देखभाल करने वाली उसकी आया सेंड्रा भी मौजूद थी। नरीमन हाउस में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच करीब-करीब 48 घंटे तक मुकाबला चलता रहा। सेंड्रा पूरे कई घंटे तक स्टोर रूम में छुपी रही, उसे हर वक्त नन्हे मोशे की चिंता सता रही थी। हमले के दौरान ही अगले दिन सुबह 11 बजे उसे नन्हे मोशे ने पुकारा, मोशे की की आवाज़ सुनकर सेंड्रा में ना जाने कहां से जान आ गई। उसने मोशे को अपनी बाहों में जकड़ा औऱ आतंकियों को चकमा देकर बाहर आ गई।
9 साल बाद ये दोनों चेहरे भारत और इस्राइल दोस्ती के गवाह बने, जिसको खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गले लगाकर इस दोस्ती पर अपनी मुहर लगा दी।
अब क्या कर रहा है मोशे
मुंबई हमलों में अपने माता-पिता को खोने वाला नन्हा मोशे अब 10 साल का हो गया है। और मुंबई हमलों में उसकी जान बचाने वाली उसकी आया सेंड्रा आज उसकी मां जैसी बन चुकी है। मुंबई छोड़कर दोनों अब इस्राइल में रहते हैं, मोदी अपनी इस्राइल यात्रा के दौरान मोशे से मिले। हमले के कुछ दिन बाद मोशे को उसके दादा इस्राइल लेकर चले गए, लेकिन मोशे अकेला नहीं गया, सेंड्रा भी उसके साथ थी। कुछ ही दिनों में मोशे और सेंड्रा के बीच एक ऐसा रिश्ता बन गया था कि सेंड्रा अपने सगे बच्चों को मुंबई में छोड़कर मोशे के साथ चली हमेशा-हमेशा के लिए इस्राइल चली गई। तब से लेकर आज तक सेंड्रा ही मोशे की मां है। पूरे इस्राइल में आज सेंड्रा को किसी नायिका की तरह देखा जाता है। इस्राइल की सरकार ने कुछ साल पहले ही सेंड्रा को अपने देश की नागरिकता दे दी है। मुंबई हमले में मोशे ने अपनी मां खो दी लेकिन उसी हिंदुस्तान की धरती पर उसे एक दूसरी मां मिली है।

भारतवंशियों को मोदी का तोहफा
इस दौरे पर पिछले लंबे समय से उठ रही इजरायल नागरिकों को OCI कार्ड (ओवरसीज़ सिटीजन ऑफ इंडिया) मिलने की मांग को पीएम मोदी ने पूरा किया। मोदी ने ऐलान किया कि अब सभी इजरायली नागरिकों को ये कार्ड मिल सकेगा, भले वो सेना का हिस्सा रहे हों।
पीएम ने इस बात का ऐलान इजरायल के पीएम की मौजूदगी में किया। पीएम ने कहा कि मैंने सुना है कि यहां के भारतीय समुदाय को OCI कार्ड नहीं मिलता है, लेकिन क्योंकि अब रिश्ता दिल से दिल का है तो हम कागजों पर निर्भर नहीं रह सकते हैं। मोदी ने कहा कि जिन्होंने आर्मी में सेवा दी है अब उनको भी इसका फायदा मिल सकेगा।
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