‘यूपी- बिहार के भैया’ वाले चन्नी के बयान पर सियासत हुई तेज, फंस गई कांग्रेस
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने चुनाव प्रचार के दौरान एक ऐसा बयान दे दिया है, जिसके बाद कांग्रेस को डैमेज कंट्रोल करना पड़ रहा है। 20 फरवरी को पंजाब में 117 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले 15 फरवरी को कांग्रेस का प्रचार करने के लिए प्रियंका ने पंजाब में रोड शो किया, जहां साथ में मौजूद पंजाब सीएम ने जोश-जोश में कहा, ‘’यूपी- बिहार- दिल्ली के भैया लोग यहां आकर राज नहीं करेंगे। यूपी के भाइयों को पंजाब में फटकने नहीं देना है।‘’ इस बयान पर यूपी से लेकर बिहार तक बवाल मचा गया है। सोशल मीडिया पर भी जमकर सीएम चन्नी का विरोध किया जा रहा है इतना ही नहीं मुजफ्फपुर में एक सोशल वर्कर ने केस भी दर्ज करा दिया है। बता दें, सीएम चन्नी भी रूपनगर जिले के हैं और वह यहां की श्री चमकौर साहिब विधानसभा सीट से चौधी बार चुनाव लड़ रहे हैं। साथ ही चरणजीत सिंह चन्नी को कांग्रेस ने अपना सीएम कैंडिडेट घोषित किया है।
चुनावी माहौल में चन्नी के बयान पर सियासत हुई तेज
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि क्या वे जानते हैं कि पंजाब में बिहार के लोगों की कितनी बड़ी भूमिका है, और कितनी बड़ी संख्या में बिहार के लोग वहां रहते हैं। बिहार के लोगों ने कितनी सेवा की है। हमें तो आश्चर्य लगता है कि ऐसी बात लोग कैसे बोल देते हैं।
बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने पंजाब के सीएम के बयान को शर्मनाक और निंदनीय बताते हुए कांग्रेस से माफी की मांग की है। उन्होंने इस बात को लेकर हैरानी जतायी कि मौके पर मौजूद प्रियंका गांधी वाड्रा ने तालियां बजाकर चन्नी के बयान का समर्थन किया। तो वहीं, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहारियों का ऐसा अपमान हम सहेंगे नहीं करेंगे। हमारे यहां लोगों को लगातार रोजगार मिल रहा है, बिहारी किसी के भरोसे नहीं बैठा है।
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि जिस दिन बिहार के लोग पंजाब जाना बंद कर देंगे, वहां के अर्थव्यवस्था की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी। बिहारियों की मेहनत और प्रतिभा को कोई अपमानित नहीं कर सकता।
पीएम मोदी ने भी इस बयान का विरोध करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘’इस टिप्पणी पर दिल्ली वाला परिवार तालियां बजा रहा था। पूरे देश ने देखा था। गुरु गोविंद सिंह कहां जन्मे थे? पटना साहिब में, बिहार में। क्या आप गुरु गोविंद सिंह को पंजाब के बाहर करेंगे? ऐसी विभाजनकारी मानसिकता के लोगों को एक क्षण के लिए भी पंजाब पर राज करने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए।‘’
सीएम योगी ने कहा, ‘’यह कांग्रेस का संस्कार है, कांग्रेस ने देश को इतने जख्म दिए, जातिवाद का, क्षेत्रवाद का, भाषावाद, आतंकवाद, नक्सलवाद का, इसलिए देश कांग्रेस को ठुकरा रहा है। आज संत रविदास जी की जंयती है चन्नी जी खुद काशी आए थे, कम से कम सदगुरु के उपदेशों से कुछ प्रेरणा ले लेते तो संभवत: कुछ भला हो गया होता। चूंकि विभाजन कांग्रेस की प्रवृत्ति बन चुकी है, इसलिए जनता उन्हें मुंहतोड़ जवाब देगी।‘’
मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा 'पंजाब के कांग्रेसी सीएम ने शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी में यूपी व बिहार के लोगों का जिस प्रकार से अपमान किया है वह अति शर्मनाक है। ऐसे में इन दोनों राज्यों के लोग कांग्रेस को पंजाब व यूपी में भी हो रहे विधानसभा आम चुनाव में जरूर सबक सिखाएं। बिहार के लोग भी इसका जरूर उचित संज्ञान लें।
इस बयान पर दिल्ली सीएम केजरीवाल ने पलटवार करते हुए कहा है कि यह शर्मनाक है। हम किसी व्यक्ति या किसी खास कम्युनिटी को निशाना बनाकर किए गए कमेंट की घोर निंदा करते हैं।
मुजफ्फरपुर में दर्ज हुआ केस 24 फरवरी को होगी सुनवाई
मुजफ्फरपुर के सोशल वर्कर तमन्ना हाशमी ने पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में केस दर्ज कराया है। सामाजिक कार्यकर्ता के वकील मनोज कुमार सिंह ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री का यह बयान देश को तोड़ने वाला है। इसलिए उनके खिलाफ इंडियन पेनल कोड की धारा 295, 295 क, 504 और 511 के तहत सीजेएम कोर्ट में केस दर्ज कराया गया है। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की कोर्ट ने इस केस को स्वीकार भी कर लिया है। मामले की सुनवाई के लिए 24 फरवरी की तारीख निर्धारित की गई है।
पंजाब में हैं लाखों प्रवासी मजदूर, कई बने सांसद और विधायक
रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में लगभग 10 लाख प्रवासी मजदूर हैं। जिसमें से अधिकतर यूपी बिहार और झारखंड से हैं। एक अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि पंजाब में 43 लाख प्रवासी लोग रहते हैं। जिनमें से 50 प्रतिशत से ज्यादा का वोट भी बना हुआ है। कुछ विधायक व सांसद भी है जो प्रवासी पृष्ठभूमि से हैं। इस बदलाव के कारण अर्बन वोटर्स की संख्या बढ़ने से राजनीति में उनका दखल भी बढ़ा है।
डैमेज कंट्रोल में जुटी कांग्रेस
विधानसभा चुनाव के पहले पंजाब सीएम के इस बयान के वजह से कांग्रेस को काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि जब सीएम चन्नी यूपी-बिहार के भैया वाला बयान दे रहे थे तो प्रिंयका वाड्रा साइड में ही बैठी ताली बजाती हुई नजर आई हैं। लेकिन अब बयान से हुए डैमेज को कंट्रोल करने में कांग्रेस जुट गयी है।
बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता आसितनाथ तिवारी ने कहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने जो कहा है वह बिल्कुल सही है क्योंकि हर राज्य में सरकार उसी राज्य के लोगों की होनी चाहिए, न कि दूसरे राज्य की। इसलिए पंजाब में सरकार पंजाबियों की ही होनी चाहिए।
पंजाब सीएम चन्नी ने सफाई पेश करते हुए कहा कि मेरे बयान का गलत अर्थ निकाला जा रहा है। पंजाब में आज तक आए सभी प्रवासी मजदूरों ने मेहनत कर विकास के पथ पर प्रदेश को अग्रसर किया है। हमें उनके लिए केवल प्यार है, इसे कोई नहीं बदल सकता। मैं उन लोगों के बारे में बात कर रहा था जो बाहर से आते हैं और यहां व्यवधान पैदा करते हैं। पंजाब में यूपी-बिहार, राजस्थान और अन्य जगहों के जितने लोग हैं, जो यहां आकर काम करते हैं, उतना ही हमारा है। इसलिए इसे किसी और तरीके से पेश करना ठीक नहीं।
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