सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये रणनीति अपनाकर उत्तर प्रदेश को कोरोना से उबारा
कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान अप्रैल महीने में उत्तर प्रदेश के हालात बहुत ही खराब थे। सरकार की तरफ से बेहतर रणनीति बनाए जाने की वजह से प्रदेश में आज केस 1500 से कम हो गए है। सरकार की तरफ से बेहतर रणनीति अपनाए जाने की वजह से प्रदेश में कोरोना संक्रमण नाममात्र का रह गया है। कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप से आमजन में फैलने से रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने रणनीति बनाकर तेजी से कार्य किया, जिसका नतीजा यह रहा कि प्रदेश में धीरे-धीरे कोरोना केस कम होना शुरू हो गए।
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कोरोना के केस बढ़ने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चिकित्सा विभाग सहित सभी प्रशासनिक विभागों के अधिकारियों को सतर्क करते हुए प्रतिदिन कार्यों की समीक्षा करने लगे। कोविड-19 प्रबन्धन हेतु प्रदेश स्तरीय गठित टीम-9 के साथ प्रतिदिन सीएम बैठक कर समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश देते रहे। प्रदेश में कोरोना की रोकथाम के लिए सीएम की तरफ से जो जरूरी कदम उठाए गए, उनको सुव्यवस्थित ढंग से कार्य किया है। जिसका नतीजा रहा है कि प्रदेश में कोरोना के मामलों में एक समय के बाद कमी आने लगी है। उत्तर प्रदेश में 30 अप्रैल को कोरोना केसों की संख्या 30 हजार के पार थी, अब प्रदेश के हालात कुछ और है।

सरकार ने इस रणनीति के तहत किया काम
उत्तर प्रदेश सरकार ने बेहतर रणनीति का प्रयोग करते हुए काम किया। सरकार ने कोरोना को मात देने के लिए एग्रेसिव टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट की रणनीति अपनाकर तेजी से काम किया। इसके अलावा प्रदेश में ऑक्सीजन बेडों की संख्या बढ़ाने, आंशिक कोरोना कफ्र्यू लगाने एवं तेजी से टीकाकरण कराये जाने का ही परिणाम है कि आज कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में भारी गिरावट आई है। कोरोना महामारी से बचाने के लिए सीएम योगी ने जो रणनीति अपनाई गई, इसी का परिणाम है कि प्रदेश में एक समय में जहां एक समय में 24 घण्टे में 38 हजार से अधिक संक्रमित मामले पाए गए थे। वही अब 95 प्रतिशत घटकर 5 प्रतिशत से कम रह गए हैं। यही नहीं, प्रदेश सरकार की कुशल रणनीति से प्रदेश में पॉजिटीविटी दर भी अब 3 प्रतिशत से भी कम रह गई है। प्रदेश में कोरोना मरीजों की रिकवरी दर 97 प्रतिशत से अधिक हो गई है।
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प्रदेश में लगाए जा रहे ऑक्सीजन प्लांट
प्रदेश में एक समय में ऑक्सीजन की बहुत कमी थी। ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए प्रदेश में कुल 415 ऑक्सीजन प्लांट बनाया जा रहा है, जिनमें 61 प्लांट चालू हो गए है। प्रदेश सरकार की नीति है कि भविष्य में ऑक्सीजन की कठिनाई न हो, इसके लिए सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाकर स्थानीय स्तर पर ऑक्सीजन के साथ में जोड़ा जा रहा है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण से लड़ने की क्षमता बनाये रखने के लिए शहरों, नगरों और गांवों में आमजनता का निःशुल्क टीकाकरण बड़ी तेजी से किया जा रहा है। इसके साथ ही साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं प्रदेश के मण्डलों, जिलों, गांवों के अस्पतालों में जाकर मरीजों, स्थानीय लोगों से मिलकर दी जा रही चिकित्सीय सुविधाओं की जानकारी लेने के साथ ही स्थानीय स्तर पर निरीक्षण भी कर रहे हैं।
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