केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान होंगे यूपी के चुनाव प्रभारी, अर्जुनराम सहित सात होंगे सह प्रभारी

उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से मिशन फतेह करने के लिए बीजेपी पार्टी पूरी तरह से लग गई है। प्रदेश में दोबारा सत्ता में आने के लिए बीजेपी ने आज यूपी चुनाव का प्रभारी सहित सह प्रभारियों की भी घोषणा कर दी है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को यूपी चुनाव का प्रभारी बनाया है। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, अनुराग ठाकुर, शोभा करंदलाजे, अन्नपूर्णा देवी, हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु सहित राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय व विवेक ठाकुर को भी सह प्रभारी बनाया गया है।
आज केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से यूपी में अलग-अलग क्षेत्रों के लिए भी प्रभारियों की घोषणा कर दी गई है। उत्तर प्रदेश को कई भागों में बांटते हुए प्रभारियों को नियुक्ति किया गया है। बीजेपी की तरफ से पश्चिम उत्तर प्रदेश का प्रभारी लोकसभा सांसद संजय भाटिया को, बृज क्षेत्र का प्रभारी बिहार से विधायक संजीव चौरसिया को, कानपुर का प्रभारी राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष सुधीर गुप्ता को, अवध क्षेत्र का प्रभारी राष्ट्रीय मंत्री सत्या कुमार को, गोरखपुर का प्रभारी राष्ट्रीय मंत्री अरविंद मेनन को व काशी क्षेत्र का सह प्रभारी सुनील ओझा को पार्टी ने बनाया है।
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यूपी में चुनाव की पार्टियों ने शुरू की तैयारियां
उत्तर प्रदेश में चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी गई है। उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार बनाने के लिए सभी दलों की तरफ से तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में इस बार मुख्य लड़ाई सपा व भाजपा के बीच में मानी जा रही है। ऐसे में भाजपा सपा को अपना मुख्य प्रतिद्वंदी मानकर इस बार मुकाबला कर रही है। वैसे, बसपा और कांग्रेस भी मुकाबले में होने का दावा कर रही है, लेकिन जनता का रूख अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। उत्तर प्रदेश में सरकार की तरफ से 2024 के लोकसभा चुनाव के नजरिये से भी बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लोकसभा का रास्ता उत्तर प्रदेश से ही होकर गुजरता है। यहां पर लोकसभा की 80 सीटें हैं।
ऐसे में कहा जा रहा है कि अगर भाजपा यूपी चुनाव जीतने में कामयाब रही तो 2024 में भी जीत की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। वैसे, इस समय उत्तर प्रदेश में किसानों की महापंचायत और उनके आंदोलन ने भाजपा के लिए चुनौतियां भी बढ़ा दी है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बीते दिनों लाखों संख्या में मौजूद किसानों की संख्या को देखते हुए अब भाजपा की राह मुश्किल होती जा रही है। हालांकि, योगी सरकार किसानों को अपने पाले में करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। सरकार की तरफ से किसानों के हित में एक के बाद एक करके घोषणाएं की जा रही है। सरकार की तरफ से गन्ना किसानों को भी लाभ दिया जा रहा है। बता दें, उत्तर प्रदेश के किसान तीनों ही कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी की गारंटी देने के लिए अड़े हुए हैं।
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