स्मृति ईरानी : वेटर से लेकर केंद्रीय मंत्री बनने तक का सफर

कपड़ा मंत्रालय और मानव संसाधन मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) संभाल रहीं स्मृति ईरानी का आज अपना 42वां जन्मदिन है। 23 मार्च 1976 को दिल्ली में जन्मी ईरानी को एक्टिंग से राजनीति तक का सफर तय करने में ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ा। एक्टिंग करने से पहले वह एक रेस्त्रां में वेटर का काम करती थीं लेकिन टीवी में काम करने के बाद उनकी ज़िंदगी पूरी तरह बदल गई।
एक इंटरव्यू में स्मृति ईरानी ने खुद कहा था कि टीवी ने मुझे ऐसी पहचान दी कि जिससे राजनीति में आने का प्लेटफॉर्म दिया और मैं इसके लिए हमेशा टीवी की आभारी रहूंगी।
मिस इंडिया कॉन्टेस्ट में फाइनल तक पहुंची थीं
1998 में मिस इंडिया कॉन्टेस्ट में स्मृति फाइनल राउंड तक पहुंच गई थीं। इसके बाद उन्होंने कई म्यूजिक वीडियोज में भी काम किया। उन्होंने मीका सिंह के एल्बम 'सावन में लग गई आग' के गाने 'बोलियां' में भी परफॉर्म किया। साल 2000 में स्मृति ने सीरियल 'आतिश' और 'हम हैं कल आज और कल' से छोटे परदे पर एंट्री ली। दोनों ही सीरियल स्टार प्लस पर प्रसारित होते थे हालांकि, उन्हें पहचान एकता कपूर के शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' से मिली। जिससे वह घर-घर में एक जाना-पहचाना चेहरा बन गईं। तुलसी विरानी का रोल कर मशहूर हुईं स्मृति ईरानी को पहले एकता कपूर की टीम ने रिजेक्टर कर दिया था।


डिलीवरी के 2 दिन बाद लौटी काम पर
स्मृति ने एक इवेंट में बताया था कि जब वे 'क्योंकि सास भी कभी थी' की शूटिंग कर रही थी तो अचानक लेबर पेन शुरू हो गया। मुझे अस्पताल में ले जाया गया। तभी सुबह 6 बजे प्रोडक्शन हाउस का फोन आया कि शूटिंग के लिए कब आ रही हो। इस पर स्मृति के पति ने बताया कि उसके बेबी हुआ है वो 2-3 दिन तक शूटिंग नहीं कर पाएंगी। प्रोडक्शन हाऊस ने कहा ठीक है 72 घंटे बाद काम शुरू करते हैं। स्मृति के साथ इस दौरान इवेंट में एकता कपूर भी मौजूद थीं। स्मृति ने हंसते हुए एकता की तरफ इशारा किया और कहा कि इन्होंने मुझे डिलीवरी के दो दिन बाद ही सेट पर बुला लिया।

मिले कई पुरस्कार
'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' के लिए स्मृति को 5 इंडियन टेलीविजन एकेडमी अवॉर्ड्स, 4 इंडियन टेली अवॉर्ड्स और 8 स्टार परिवार अवॉर्ड्स मिले। इसके अलावा स्मृति ने 2001 में पौराणिक सीरियल 'रामायण' में सीता का किरदार भी निभाया। उन्होंने 'विरुद्ध' 'तीन बहुरानियां' और 'एक थी नायिका' जैसे कई सीरियल्स में भी काम किया। 2001 में उन्होंने पारसी एंटरप्रेन्योर जुबिन ईरानी से शादी कर ली। उनके एक बेटा और बेटी हैं। इसके अलावा स्मृति की एक सौतेली बेटी शानेल भी हैं। शानेल जुबिन और उनकी पहली पत्नी मोना की बेटी हैं।
2003 में भाजपा में हुई शामिल
स्मृति ईरानी ने 2003 में भाजपा ज्वाइन की। 2004 में उन्हें महाराष्ट्र की यूथ विंग का वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया। सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार में स्मृति को पहले मानव संसाधन और विकास मंत्रालय सौंपा गया था। अब वे कपड़ा मंत्रालय व मानव संसाधन मंत्रालय संभाल रही हैं। स्मृति ईरानी समय समय पर महिलाओं से जुड़े मुद्दों को उठाती रहती हैं।
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