देश की दूसरी महिला रक्षा मंत्री के बारे में जानें ये 9 बातें

नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया। इस विस्तार के दौरान सबसे बड़ी बात ये थी कि एक महिला को रक्षामंत्री बनाया गया। मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल निर्मला सीतारमण को रक्षामंत्रालय का कमाल सौंपा गया। सीतारमण, इंदिरा गांधी के बाद दूसरी और पूर्णकालीन पहली रक्षामंत्री बनी हैं। इससे पहले इंदिरा गांधी के पास रक्षामंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। आज हम आपको भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के बारे में कुछ ऐसी बातें बताएंगे जिसे आप शायद नहीं जानते होंगे।
रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के बारे में जानें
1. निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 को मदुरै में हुआ। सीतारामण एक मध्यम वर्ग परिवार से हैं। उनके पिता नारायणन सीतारामन ने रेलवे में काम किये थे, जबकि उनकी मां सावित्री एक गृहिणी थीं और उन्हें किताबों से बहुत प्रेम था। उन्होंने अपने बचपन को तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों में बिताया क्योंकि उनके पिता का काम को लेकर कई जगह ट्रांसफर हुए।
2. सीतमरमण ने सेठलाक्ष्मी रामसामी कॉलेज, तिरुचिरापल्ली से स्नातक किया और फिर आगे की पढ़ाई दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से किया। JNU से उन्होंने अर्थशास्त्र में मास्टर किया।
3. उन्होंने इंडो-यूरोपीय से टेक्सटाइल ट्रेड में पीएचडी किया।
4. सीतारमन ने 1986 में पाराकाला प्रभाकर से शादी की और लंदन चलीं गई। जहां उन्होंने प्राइस वाटर हाउस कूपर में सीनियर मैनेजर के रूप में काम किया। डॉ. पराकाला प्रभाकर भी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के पूर्व छात्र रहे हैं। इन दोनों की एक बेटी भी है।
5. 1991 में जब सीतारमण भारत लौटी तो उससे पहले उन्होंने बीबीसी वर्ल्ड सर्विस में भी काम किया था।
6. सीतारमण प्रणवा स्कूल के संस्थापक सदस्यों में से एक रहीं है।
7. 2003 में, अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान सीतारमन को राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) का सदस्य बनाया गया। वह 2005 तक एनसीडब्ल्यू सदस्य बनी रहीं। एक साल बाद, 2006 में, निर्मला भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं।
8 अपने राजनीतिक करियर में आगे बढ़ते हुए 2010 में सीतारमण भाजपा की प्रवक्ता बनीं।
9. 26 मई 2014 को, केंद्र में भाजपा की सरकार बनी और सीतारमण को प्रभारी बनाया गया। इसके साथ ही निर्मला को राज्य, वाणिज्य और उद्योग मंत्री( स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया। इसके बाद कैबिनेट में फेरबदल से पहले उन्होंने वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय को भी सौंपा गया और उन्होंने अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभाईं।
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...
